इनोवेशन और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सहायता देना सभी देशों की सामूहिक जिम्मेदारी है: पीयूष गोयल
हरियाणा के गुरुग्राम में मंगलवार को 'स्टार्टअप-20 शिखर समिट' को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए दुनिया के सभी भागों में समावेशी, सहयोगपूर्ण और टिकाऊ स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास होना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत के उत्कृष्ट आर्थिक विस्तार और बाजार सामर्थ्य ने स्टार्टअप्स को वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम में फलने-फूलने में सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हरियाणा के गुरुग्राम में मंगलवार को 'स्टार्टअप-20 शिखर समिट' को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए दुनिया के सभी भागों में समावेशी, सहयोगपूर्ण और टिकाऊ स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास होना चाहिए.
पीयूष गोयल ने कहा कि नवाचार (इनोवेशन) और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सहायता देना किसी राष्ट्र विशेष का उत्तरदायित्व नहीं, बल्कि सभी राष्ट्रों की सामूहिक जिम्मेदारी है. जी-20 में स्टार्टअप्स पर चर्चा के महत्व को रेखांकित करते हुए गोयल ने कहा कि विचारों, सर्वोत्तम पद्धतियों और वित्तीय सहायता प्रदान करने वाले तंत्रों के आदान-प्रदान को सुगम बनाने तथा अनुसंधान और विकास में सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए.
गोयल ने स्टार्टअप-20 कार्य समूह की सराहना करते हुए कहा कि विविध अनुभवों और ज्ञान की इस संबद्धता का उद्देश्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना और दूरियां मिटाना है. गोयल ने आशा व्यक्त की कि स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही तरह के प्रतिभागी बहुमूल्य यादों, सीखों और संपर्कों के साथ रवाना होंगे, जिससे वे अपनी स्टार्टअप यात्राओं को आगे बढ़ाने और अपने-अपने देशों के उद्यमशील समुदाय के विकास में योगदान देने में समर्थ हो सकेंगे. गोयल ने कहा कि भारत स्टार्टअप-20 के माध्यम से साझेदार देशों के साथ जुड़कर आनंदित है और वह भविष्य को नया आकार देने में जुटी रोजगार सृजनकर्ताओं की नई पीढ़ी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है .
पीयूष गोयल ने इंगित किया कि भारत अपने युवाओं की अपार प्रतिभा और कौशल के चलते एक अभूतपूर्व स्थिति में है, जो स्टार्टअप के लिए बेहद आकर्षक है. उन्होंने कहा कि भारत में एक अनूठी स्टार्टअप संस्कृति और विशाल बाजार सामर्थ्य है, जो स्टार्टअप्स के लिए सही मायनों में लाभकारी है.
गोयल ने कहा कि स्टार्टअप इकोसिस्टम में अपेक्षाकृत नया प्रवेशकर्ता भारत, पहले ही दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है. गोयल ने कहा कि केवल युवाओं ही नहीं, बल्कि विभिन्न आयु समूहों के व्यक्तियों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने पर केंद्रित देश की आकांक्षाएं इस उपलब्धि से कहीं बढ़कर हैं. उन्होंने कहा कि बीते सात वर्षों में, 100 से अधिक यूनिकॉर्न सहित भारत के 100,000 पंजीकृत स्टार्टअप्स ने स्वास्थ्य, वित्त और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और रोजगार के अवसर का सृजन किया है और नवाचार को बढ़ावा दिया है.
पीयूष गोयल ने इस बात को रेखांकित किया कि हरियाणा में आर्थिक महाशक्ति के रूप में विख्यात गुरुग्राम, 100 से अधिक फॉर्च्यून 500 कंपनियों, अग्रणी टेक फर्मों और कई स्टार्टअप्स के साथ भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के ऊर्जावान परिदृश्य को प्रदर्शित करता है.