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मुकेश अंबानी ने एक और दिवालिया कंपनी खरीदी, जानिए कितने का हुआ सौदा

Sintex के लिए रिलांयस ने असेट्स केयर एंड रिकंस्ट्रक्शन एंटरप्राइज (ACRE) के मिलकर बोली लगाई थी. 97 फीसदी कर्जदाताओं द्वारा योजना को मंजूरी दिए जाने के बाद 20 मार्च को सिंटेक्स के कर्जदाताओं की समिति (CoC) ने कर्ज के बोझ तले दबी टेक्सटाइल कंपनी के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी.

मुकेश अंबानी ने एक और दिवालिया कंपनी खरीदी, जानिए कितने का हुआ सौदा

Wednesday March 29, 2023 , 2 min Read

एशिया के सबसे अमीर भारतीय कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज Reliance Industries ने एक और कंपनी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 3567 करोड़ रुपये में टेक्सटाइल कंपनी सिंटेक्स इंडस्ट्रीज Sintex Industries को खरीद लिया है. बता दें कि, पिछले साल नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को Sintex Industries के अधिग्रहण की मंजूरी दी थी.

ET Retail की रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मंगलवार को लेन-देन की प्रक्रिया पूरी की और देर शाम तक पैसा बैंक को ट्रांसफर कर दिया. मामले की जानकारी रखने वाले एक सोर्स ने कहा, बैंकों सहित ऑपरेशनल और फाइनेंशियल दोनों कर्जदाताओं को मंगलवार को पैसे मिल गए. फाइनेंशियल ईयर के खत्म होने से पहले इतनी बड़ी राशि का मिलने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए एक राहत भरी बात है.

मुख्य कर्जदाता पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को 700 करोड़ रुपये जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) को 533 करोड़ रुपये मिले. तीसरे बड़े कर्जदाता Exim Bank of India को 389 करोड़ रुपये मिले.

बता दें कि, Sintex के लिए रिलांयस ने असेट्स केयर एंड रिकंस्ट्रक्शन एंटरप्राइज (ACRE) के मिलकर बोली लगाई थी. 97 फीसदी कर्जदाताओं द्वारा योजना को मंजूरी दिए जाने के बाद 20 मार्च को सिंटेक्स के कर्जदाताओं की समिति (CoC) ने कर्ज के बोझ तले दबी टेक्सटाइल कंपनी के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी.

हालांकि, लेन-देन को लेकर दाखिल हुए मुकदमों, संबंधित पक्षों के दावों और कुछ सरकारी रिफंड के कारण अधिग्रहण में देरी हुई. बराबर हिस्सेदारी की मांग करने वाले एक्सिस बैंक की अपील को खारिज करते हुए NCLT ने फरवरी में योजना को मंजूरी दे दी थी क्योंकि उसने बिना गारंटी के कर्ज दिया था.

कर्जदाताओं के सामने पेश किए गए चार योजनाओं में से कर्जदाता सिंटेक्स के कुल 7719 करोड़ रुपये के कर्ज में से 54 फीसदी की कटौती के लिए सहमत हुए थे.

दिवालिया प्रक्रिया के माध्यम से रिलायंस का यह तीसरा अधिग्रहण है. साल 2020 में रिलायंस ने एक अन्य कर्ज के बोझ तले दबी टेक्सटाइल कंपनी आलोक इंडस्ट्रीज का जेएन फाइनेंशियल असेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ मिलकर अधिग्रहण किया था.

वहीं, पिछले साल दिसंबर में रिलायंस की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने अपने छोटे भाई अनिल अंबानी रिलायंस कम्यूनिकेशंस के टॉवर और फाइबर असेट्स और रिलायंस इंफ्राटेल लिमिटेड का 3720 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था.

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Edited by Vishal Jaiswal