Apple, Microsoft, Alphabet, Meta जैसी कंपनियां हर सेकंड कमाती है इतने रुपये
एक सेकंड की कीमत असल मायने में आपको दो ही लोग समझा सकते हैं, एक वो जिसने कुछ खोया है, और दूसरा वो जिसने उस एक सेकंड में कुछ पाया है. अब दुनियाभर की दिग्गज कंपनियां एक सेकंड में कितनी रकम जोड़ रही है, यहां जान लीजिए...
क्या आप जानते हैं कि Apple प्रति सेकंड कितना मुनाफा कमाती है?
iPhone बनाने वाली कंपनी हर सेकंड 1,820 डॉलर (करीब 1.48 लाख रुपये से अधिक) कमाती है. कंपनी पूरे एक दिन में लगभग 157 मिलियन डॉलर (1,282 करोड़ रुपये से अधिक) कमा रही है.
Tipalti की हालिया रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, Apple जैसी ही दिग्गज टेक कंपनियां जैसे Microsoft और Alphabet (Google की पैरेंट कंपनी), साथ ही Warren Buffet की Berkshire Hathaway भी हर एक सेकंड में एक हजार डॉलर से अधिक की कमाई करती है. ये कंपनियां एक दिन में 100 मिलियन डॉलर से अधिक कमा रही है.
माइक्रोसॉफ्ट 1,404 डॉलर (1.14 लाख रुपये) प्रति सेकंड और बर्कशायर हैथवे 1,348 डॉलर (लगभग 1.10 लाख रुपये) प्रति सेकंड कमाती है.
रिपोर्ट के अनुसार, "यह ध्यान में रखते हुए कि अमेरिका में एक औसत कर्मचारी के अपने जीवनकाल में 1.7 मिलियन डॉलर कमाने का अनुमान है. इसका मतलब है कि एक औसत अमेरिकी अपने जीवनकाल में उससे भी कम कमाएगा, जितना ये कंपनिया हर एक घंटे में कमाती है."
अमेरिका में औसत वार्षिक वेतन 74,738 डॉलर या 1,433.33 डॉलर प्रति सप्ताह है, जिसका मतलब है कि Apple एक पूरे सप्ताह में एक औसत अमेरिकी कर्मचारी की तुलना में 387 डॉलर (27.01 प्रतिशत) प्रति सेकंड अधिक कमाती है.
जबकि अल्फाबेट चौथे स्थान पर 1,277 डॉलर प्रति सेकंड कमाती है. वहीं, Meta Platforms प्रति सेकंड 924 डॉलर का मुनाफा कमाती है.
वहीं, दूसरी ओर Uber Technologies ने 2021 में 6.8 बिलियन डॉलर का भारी नुकसान झेला, जो प्रति सेकंड 215 डॉलर के बराबर है. दुनिया की सबसे बड़ी राइड-हेलिंग ऐप होने के बावजूद, Uber ने कभी भी मुनाफा कमाया नहीं है.
रिपोर्ट के अनुसार, जनरल इलेक्ट्रिक ने साल-दर-साल के मुनाफे में 10.68 बिलियन डॉलर की सबसे बड़ी वृद्धि देखी, जबकि Meta Platforms 10.66 बिलियन डॉलर की लाभ वृद्धि के साथ पीछे है.
ऑनलाइन रिटेल की दिग्गज कंपनी Amazon ने मुनाफे में तीसरी सबसे बड़ी वृद्धि देखी, जो कि 2021 में 2020 की तुलना में 9.74 बिलियन डॉलर अधिक थी.
अब यहां सोचने वाली बात ये है कि एक ओर दुनियाभर की ये सभी दिग्गज कंपनियां हर सेकंड धड़ल्ले से मुनाफा कमा रही है, तो फिर ये अपने कर्मचारियों की छंटनी क्यों कर रही है. ये उन्हें नौकरी से क्यों निकाल रही है. ये मुनाफा तो वे इन कर्मचारियों की मेहनत के बल पर ही कमा रही है. हजारों कर्मचारी अपनी नौकरियां खो चुके हैं, जबकि उन्होंने इन कंपनियों को बेतहाशा मुनाफा दिया है.