महापर्व कुंभ का समापन: गिनीज बुक में दर्ज हुआ ये खास रिकॉर्ड
आज महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर कुंभ मेले का समापन हो गया। देश दुनिया से आए तमाम श्रद्धालुओं ने इस उत्सव को दुनिया के सबसे बड़े जमावड़े का दर्जा तो दिलाया ही, साथ ही इस मौके पर आयोजित की गई व्यवस्था से लोगों को काफी आसानी भी हुई। इतना ही नहीं इस बार कुंभ मेले में दो नए रिकॉर्ड भी बने जिन्हें गिनीज बुक में दर्ज किया गया। पहला कुंभ मेले में सफाई का रिकॉर्ड बना तो वहीं दूसरा 503 शटल बसों की परेड और 7,000 से अधिक लोगों द्वारा हस्तलिपि चित्रकारी का रिकॉर्ड।
प्रयागराज कुंभ मेला 2019 को तीन क्षेत्रों में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में रखा गया है। इसमें सबसे बड़ी यातायात और भीड़ प्रबंधन योजना, पेंट माई सिटी योजना के तहत सार्वजनिक स्थलों पर सबसे बड़ी पेंटिंग और सबसे बड़ा स्वच्छता और अपशिष्ट निपटान तंत्र शामिल हैं। इस उद्देश्य से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की तीन सदस्यों वाली एक टीम ने प्रयागराज का दौरा किया। आपको बता दें कि बीते सप्ताह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुम्भ मेले को स्वच्छ रखने में सहयोग करने वाले सफाईकर्मियों के पांव धोकर उन्हें सम्मानित किया था।
प्रधानमंत्री ने इस वर्ष कुंभ मेले में अपने असाधारण योगदान के लिए 6 सफाई कर्मचारियों, 6 पुलिसकर्मियों, दो स्वच्छाग्रहियों और दो नाविकों को पुरस्कार प्रदान किए थे। 28 फरवरी से 3 मार्च तक तीन दिनों तक इस टीम के सदस्यों के सामने बड़े पैमाने पर अभ्यास किया गया था। राजमार्ग पर 28 फरवरी को टीम के लिए लगभग 503 शटल बसों को सेवा में तैनात किया गया था।
1 मार्च को कई लोगों ने चित्रकला अभ्यास में भाग लिया और प्रयागराज कुंभ में सफाई में लगे 10 हजार कार्यकर्ताओं ने एक साथ अपने कर्तव्यों का पालन किया। छह मुख्य स्नान पर्वों में से महाशिवरात्रि का स्नानपर्व आखिरी पर्व होता है। कुंभ के पांच स्नान पर्वों का 22 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के पवित्र स्नान के सफल समापन हुआ।
यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री ने कुंभ मेले में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का पैर धोकर किया सम्मान