UPSC-2019 का नोटिफिकेशन जारी, जानें इस बार निकली कितनी वैकेंसी
IAS, IPS, IRS जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं में जाने के लिए होने वाले सिविल सर्विस एग्जान का नोटिफिकेशन जारी हो गया है। संघ लोक सेवा आयोग ने 2019 की परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। इस परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी 19 फरवरी से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 18 मार्च है। प्रीलिम्स परीक्षा 2 जून को होगी, जिसमें सफल उम्मीदवारों को मेन्स के लिए बुलाया जाएगा। मेन्स की परीक्षाएं इसी वर्ष 20 सितंबर से होंगी।
भारत में हमेशा से युवाओं में सिविल सेवा को लेकर एक अलग ही क्रेज रहा है। हर वर्ष लाखों युवा इस परीक्षा में अपना भाग्य आजमाते हैं और अफसर बनने के सपने देखते हैं। हालांकि इस परीक्षा को दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक माना जाता है। क्योंकि लगभग 5 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में सम्मिलित होते हैं, जिनमें से 1,000 से भी कम लोगों को अंतिम रूप से चुना जाता है। पिछले साल 2018 में जहां सिर्फ 782 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे वहीं इस बार यह संख्या थोड़ी बढ़ाई गई है। इस बार 896 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं।
अगर इस परीक्षा के पैटर्न की बात करें तो प्रीलिम्स एग्जाम को स्क्रीनिंग टेस्ट की तरह आयोजित किया जाता है। जिसके नंबर मेरिट में नहीं जुड़ते, लेकिन यह परीक्षा की पहली और सबसे बड़ी बाधा मानी जाती है। लगभग 90 फीसदी अभ्यर्थी इसमें ही फेल हो जाते हैं। इसमें दो पेपर होते हैं। दोनों पेपर 200-200 अंक के होते हैं। पहले पेपर से ही अभ्यर्थियों के अंकों का विश्लेषण किया जाता है। दूसरा पेपर सिर्फ क्वॉलिफाइंग प्रवृत्ति का होता है।
प्रीलिम्स में बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी होती है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक तिहाई अंक काट लिए जाते हैं।
मुख्य परीक्षा (UPSC Mains Exam) में बैठने के लिए प्रीलिम्स में सफल होना जरूरी है। सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 1750 अंकों की होती है जिसमें भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र, सुरक्षा, नैतिकता, राजनीति, प्रशासन इत्यादि मसलों से जुड़े सवाल पूछे जाते है। मेन्स में अभ्यर्थियों को अपने वैकल्पिक विषय का भी चुनाव करना पड़ता है।
मेन्स क्वॉलिफाई करने वालों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इंटरव्यू 275 अंकों का होता है। इंटरव्यू क्लियर करने के बाद रैंकिंग के आधार पर आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस (आयकर) आईआरएस (कस्टम) जैसी प्रतिष्ठित सर्विस अलॉट की जाती हैं
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