कोरोना प्रकोप: लोगों को सता रहा है नौकरी जाने का डर, इन निजी कंपनियों ने आगे बढ़ाया हाथ
कोरोना वायरस के चलते बने हालातों के दौरान निजी कंपनियों में काम कर रहे लोगों को नौकरी जाने का डर सता रहा है।
कोरोना वायरस के चलते बने हालातों के बीच कई दिग्गज कंपनियों ने बड़ा वादा करते हुए अपने कर्मचारियों को राहत दी है। गौरतलब है कि इस दौरान कारोबार में आई गिरावट के बाद ऐसी खबरें आ रही थीं कि कई कंपनियाँ अपने कर्मचारियों की छटनी कर सकती हैं।
मौजूदा स्थिति को देखते हुए श्रम मंत्रालय ने भी निजी कंपनियों से अपील की है कि वे अपने कर्मचारियों को नौकरी से न निकालें, जिसके बाद कई कंपनियों ने बाकायदा बयान जारी करते हुए अपने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया है।
दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने अपने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया है कि कोरोना वायरस के चलते पैदा हुए हालातों के बावजूद उनकी नौकरी पर कोई खतरा नहीं है, इसी के साथ कर्मचारियों के वेतन में भी कोई कटौती नहीं होगी। कंपनी ने यह भी कहा है कि जिन लोगों को कंपनी ने नौकरी की पेशकश की थी, कंपनी उसे भी पूरा करेगी।
इसके पहले टाटा ग्रुप ने भी अपने कर्मचारियों को भरोसा दिलाते हुए कहा था कि कर्मचारियों के वेतन और उनकी नौकरी का पूरा ख्याल रखा जाएगा। बजाज ऑटो के मुखिया राजीव बजाज ने भी अपने कर्मचारियों को ऐसा ही आश्वासन दिया है।
पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने खुद ही दो महीने की सैलरी न लेने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि इस दौरान बड़ी संख्या में लोग घरों से काम कर रहे हैं और उन्हे अपनी नौकरी की चिंता भी सता रही है।
कोरोना वायरस के प्रकोप को कम करने के लिए देश भर में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की गई है, जो 14 अप्रैल तक चलेगा।