कोरोना वायरस, अमेरिका-ईयू व्यापार युद्ध वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा : ईआईयू
नई दिल्ली, इकॉनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) का मानना है कि 2020 में वृद्धि का परिदृश्य काफी कमजोर है।
ईआईयू ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस, अमेरिका-यूरोपीय संघ व्यापार युद्ध और अमेरिका-ईरान तनाव वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़े जोखिम हैं।
ईआईयू द्वारा जारी श्वेतपत्र में कहा गया है कि 2020 में वैश्विक वृद्धि दर 2.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो इसका एक दशक का निचला स्तर होगा।
ईआईयू की रिपोर्ट ‘2020 में वैश्विक अर्थव्यवस्था के समक्ष शीर्ष पांच जोखिम’ कहा गया है कि 2020 में विकसित दुनिया की वृद्धि दर सुस्त पड़ेगी। मुख्य रूप से इसकी वजह अमेरिकी अर्थव्यवस्था की सुस्ती होगी। इसके अलावा चीन में जानलेवा कोरोना वायरस फैलने की वजह से एशिया की वृद्धि की संभावनाएं धूमिल पड़ेंगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में दुनिया में जो सामाजिक असंतोष देखा गया है, वह 2020 में भी जारी रहेगा। यह स्थिति नीति निर्माताओं और कारोबारी मॉडल दोनों की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण होगी।
ईआईयू ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए जो पांच प्रमुख जोखिम बताए हैं । इनमें अमेरिका-ईरान तनाव की वजह से वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उछाल का जोखिम तथा अमेरिका-यूरोपीय संघ के बीच व्यापारिक तनाव 25 प्रतिशत के साथ शीर्ष जोखिम में रखे गए है।
ईआईयू ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के समक्ष अन्य प्रमुख जोखिमों मे कोरोना वायरस, ऋण का बोझ और हांगकांग में विरोध प्रदर्शन शामिल है।
ईआईयू ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर जो सामान्य स्थिति बनती दिख रही है, वह मामूली है और इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि दुनिया की दो आर्थिक महाशक्तियों के बीच तनाव फिर बढ़ सकता है।