कोलकाता में ट्रैफिक पुलिस सार्जेंट ने खराब होने से बचाया लड़की का भविष्य, किया है ये सराहनीय काम
पुलिस की कार्यशैली को आमतौर सराहना नहीं मिलती है, लेकिन कोलकाता पुलिस के सार्जेंट ने एक लड़की के भविष्य को खराब होने से बचा कर लोगों को अपनी अवधारणा बदलने के लिए मजबूर कर दिया है।
पुलिस की कार्यशैली के बारे में लोगों के बीच कई तरह की अवधारणाएं बनी हुईं है, कई बार पुलिस का बर्ताव लोगों को पसंद नहीं आता है, तो वहीं कई बार पुलिस की दरियादिली की तस्वीरें इंटरनेट पर घूमती हुई दिखाई देती हैं, अबकी एक मामला पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सामने आया है।
कोलकाता पुलिस के एक सिपाही की मदद के चलते एक लड़की अपनी परीक्षा देकर अपना भविष्य खराब होने से बचाने में सफल हो सकी है। राजधानी में एक ट्रैफिक पुलिस सार्जेंट ने इस छात्रा की परीक्षा छूटने से बचाने का काम किया है।
हुआ यूं कि 10वीं की छात्रा सुमन परीक्षा देने जैसे ही सेंटर पहुंची, उसे पता चला कि वो अपना एडमिट कार्ड घर पर ही भूल आई है, इसके चलते उसे परीक्षा सेंटर में प्रवेश की अनुमति भी नहीं दी गई। परेशान छात्रा ने मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस सार्जेंट चैतन्य मलिक को अपनी समस्या बताई।
चैतन्य फौरन ही लड़की की मदद करने को आगे आए और पहले उन्होने फोन के जरिये लड़की की माँ से संपर्क साधा, जिसके बाद वे फौरन लड़की के घर गए और उसका एडमिट कार्ड लेकर वापस आए। समय रहते एडमिट कार्ड मिलने के चलते ही लड़की को परीक्षा कक्ष में दाखिल होने की अनुमति मिल सकी।
छात्रा साहित्य परिषद स्ट्रीट के पास खन्ना क्रॉसिंग की निवासी है, जबकि उसका परीक्षा केंद्र मणिकतल्ला पर था। दोनों जगहों के बीच की दूरी करीब 1.3 किलोमीटर की है। समय रहते एडमिट मिलने के बबाद ने सार्जेंट का शुक्रिया अदा किया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार लड़की ने सफलतापूर्वक पेपर देने का श्रेय भी सार्जेंट चैतन्य को दिया।