सावधान! गरीबों की मदद करते वक्त फोटो खींची तो होगी कानूनी कार्रवाई, राजस्थान सरकार ने लगाया बैन
कोरोना महामारी (COVID-19) के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कई गरीब परिवार ऐसे हैं जिनके लिए दो वक्त का खाना जुटाना तक मुश्किल हो गया है। इनमें दिहाड़ी मजदूर और ऐसे लोग शामिल हैं जिनकी आय रोज के काम पर निर्भर है।
ऐसे में पुलिस प्रशासन के साथ-साथ कई एनजीओ, समाजसेवी और आम लोग हैं जो इन लोगों की हरसंभव मदद कर रहे हैं। सब मिलकर इन्हें खाना, राशन और बाकी जरूरत के सामान उपलब्ध करवा रहे हैं। इनके बीच कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने गरीबों की इस हालत को सिर्फ एक फोटो खिंचाने का जरिया बना लिया है। ऐसे ही लोगों पर नकेल कसने के लिए राजस्थान सरकार ने अच्छा और उचित कदम उठाया है।
राजस्थान सरकार ने प्रदेश में गरीबों को राशन या कोई भी अन्य मदद देते हुए फोटो खिंचवाने को बैन कर दिया है। साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसकी जानकारी खुद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दी। सीएम अशोक गहलोत ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर लोगों ने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने की अपील की। साथ ही उन्होंने लिखा, 'राज्य सरकार ने वितरण के दौरान किसी तरह की वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी निषिद्ध कर दी है।' यानी कि सामग्री बांटते वक्त किसी भी तरह की फोटोग्राफी नहीं की जा सकेगी।
ऐसा करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कई लोग हैं जो मदद कम करते हैं और फोटो ज्यादा खिंचवाते हैं। ऐसे लोगों ने गरीबों की इस हालत का मजाक बनाकर रख दिया है। ऐसे ही लोगों पर सख्ती के लिए राज्य में मदद के दौरान फोटोग्राफी करने को बैन किया गया है। राज्य सरकार के इस कदम का सोशल मीडिया यूजर्स तारीफ कर रहे हैं। लोगों ने इसे एक बहुत जरूरी और उचित कदम बताया। लोगों ने कहा कि इस कदम से वे लोग डरेंगे जिनका काम मदद ना करके सिर्फ दिखावा करना है।
मालूम हो, कोरोना ने शुरुआत में राजस्थान में तेजी से पैर पसारे थे और केसों में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी। यहां तक कि राज्य का भीलवाड़ा जिला तो पूरे देशभर में कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ था। ऐसे में राज्य सरकार के प्रयासों और प्रशासन की कठिन मेहनत के दम पर भीलवाड़ा में स्थिति को काबू में पाया गया।
बात करें कोरोना की तो शनिवार (11 अप्रैल) सुबह 11 बजे कर राजस्थान में 580 केस सामने आए हैं। इसी के साथ वह कोरोना केसों के मामल में देश में चौथे नंबर पर है। वहीं देशभर में कुल 7618 मामले सामने आए हैं। इनमें से 249 लोगों की मौत हो चुकी है।
शुक्रवार को एक दिन में देश में 40 लोगों की मौत हुई है जो कि आम लोगों के साथ-साथ सरकार के लिए भी चिंता का सबब है।