मिलिये देश की पहली व्हीलचेयर यूजर से जो जाएगी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने!
जब वे 13 साल की थीं तब उनके साथ हादसा हुआ था, जिसमें उनकी रीढ़ की हड्डी बुरी तरह चोटिल हो गई थी, उस घटना के बाद से ही प्रतिष्ठा चल फिर नहीं सकीं।
दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई करना लाखों लोग हर साल देखते हैं। इसी के साथ देश में तमाम ऐसे दिव्यांग लोग हैं जो कभी स्कूल का चेहरा भी नहीं देख पाते हैं, लेकिन व्हीलचेयर की मदद से चलने फिरने वाली प्रतिष्ठा देवेश्वर ने अपने सपनों की उड़ान को पूरा करते हुए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला पा लिया है।
प्रतिष्ठा को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पब्लिक पॉलिसी में मास्टर की पढ़ाई के लिए दाखिला मिला है। प्रतिष्ठा ने इस संबंध में खुद ट्वीट करते हुए लिखा, “आईसीयू जहां मैंने जिंदगी की जंग लड़ी, वहाँ से भारत की पहली व्हीलचेयर यूजर जिसे ऑक्सफोर्ड में दाखिला मिला है। यह एक रोलरकोस्टर राइड रही है। आप सभी के समर्थन के लिए धन्यवाद।”
अपने ट्वीट में उन्होने ऑक्सफोर्ड से मिला लेटर भी साझा किया है, जिसमें यह लिखा है कि ऑक्सफोर्ड में उनका कोर्स 24 सितंबर से शुरू होगा।
प्रतिष्ठा की इस उपलब्धि पर उन्हे लोग बधाई और शुभकामनाएँ दे रहे हैं। सोशल मीडिया के साथ हर जगह इस समय प्रतिष्ठा एक प्रेरणाश्रोत बन चुकी हैं।
प्रतिष्ठा के अनुसार जब वे 13 साल की थीं, तब उनके साथ हादसा हुआ था, जहां होशियारपुर से चंडीगढ़ जाते समय उनकी कार बुरी तरह दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें उनकी रीढ़ की हड्डी बुरी तरह चोटिल हो गई थी, उस घटना के बाद से ही प्रतिष्ठा चल फिर नहीं सकीं और तब से वे व्हीलचेयर पर ही हैं।
तीन साल बिस्तर पर रहने के साथ उन्होने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई घर से ही पूरी की। प्रतिष्ठा दिल्ली के जाने-माने लेडी श्रीराम वुमन कॉलेज में पढ़ती हैं।
होशियारपुर की रहने वाली प्रतिष्ठा की इस उपलब्धि पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी उनसे बातचीत करते हुए उन्हे बधाई दी है। प्रतिष्ठा ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई के बाद भारत वापस आकर दिव्यांग लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहती हैं।