फिल्म ‘काई पो चे’ में छोटे बच्चे अली का किरदार निभाने वाले दिग्विजय अब आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलेंगे
पहले फिल्म में खेला क्रिकेट, अब मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलेंगे आईपीएल
वर्ष 2013 में आयी फिल्म ‘काई पो चे’ में छोटे बच्चे अली का किरदार निभाने वाले दिग्विजय देशमुख अब इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हुए दिखायी देंगे। आईपीएल नीलामी में मुंबई इंडियंस ने उन्हें 20 लाख रूपये में खरीदा।
वह महाराष्ट्र के लिये सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में खेलते हैं, जिसके लिये शानदार प्रदर्शन के बूते ही वह मुंबई इंडियंस टीम की नजर में आ सके, जिसमें उन्होंने सात मैचों में नौ विकेट चटकाये थे।
दिग्विजय ने पीटीआई से कहा,
‘‘हां, मैं दिग्विजय हूं और मैंने ‘काई पो चे’ फिल्म में अली का किरदार निभाया था। मैं अभिनेता कभी नहीं था, मैं हमेशा से क्रिकेटर था। ’’
आईपीएल 2020 के लिए गुरुवार को कोलकाता में नीलामी का आयोजन किया गया था। बोली में नामचीन खिलाड़ियों के साथ नई युवा खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लिया था, जिसमें सभी टीमों ने अपनी मौजूदा राशि के अनुसार खिलाड़ियों को खरीदा था।
नीलामी में दिग्विजय देशमुख पर भरोसा मुंबई इंडियंस ने जताया, हालांकि दिग्विजय को उनके बेस प्राइस यानी 20 लाख रुपये के मूल्य पर ही खरीदा गया।
दिग्विजय की बात करें तो क्रिकेट से पहले उन्होने कई फिल्मों में किरदार निभाए हैं। उनकी पिछली फिल्म काय पो चे में सुशांत सिंह राजपूत के साथ राजकुमार राव, अमित साध और मानव कौल जैसे अभिनेता थे। यह फिल्म मशहूर उपन्यासकर चेतन भगत की एक नॉवेल ‘थ्री मिस्टेक्स ऑफ माइ लाइफ’ पर आधारित थी।
प्रथम श्रेणी में शानदार प्रदर्शन
महाराष्ट्र के बीड जिले पैदा हुए दिग्विजय ने पिछले साल ही महाराष्ट्र के लिए खेलना शुरू किया था। उन्होने अब तक एक प्रथम श्रेणी मैच और सात टी-20 मैच खेले हैं। 21 साल के दिग्विजय ने अपने एक मैच में 6 विकेट चटकाने के साथ ही टीम के लिए 85 रन भी जुटाये हैं। दिग्विजय को उनकी जबरदस्त हिटिंग पावर के लिए जाना जाता है।
इस आईपीएल नीलामी की बात करें तो कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके ऊपर पैसों की बौछार हुई है, इनमे सबसे आगे नाम है पैट कमिंस का, कोलकाता नाइट राइडर्स ने 15.5 करोड़ रुपये में खरीदा है, वहीं ग्लेन मैक्सवेल को पंजाब ने 10.75 करोड़ रुपये में खरीदा हैं, आरसीबी ने क्रिस मॉरिस पर 10 करोड़ रुपये का दांव खेला है।
(Edited by रविकांत पारीक )