टिंडर को कड़ी चुनौती दे रही हैं यह डेटिंग ऐप्स
स्मार्टफोन आने के बाद लोगों की ज़िन्दगी और लाइफस्टाइल काफ़ी हद तक बदल चुकी है. इस बदलाव के चलते ऑनलाइन खाना मंगाने, ऑनलाइन शॉपिंग करने के साथ-साथ ऑनलाइन डेटिंग भी अब आम बात लगने लगी है. बहुत सारे ऐसे ऐप्स हैं जिनपर ऑनलाइन डेटिंग आसानी से की जा सकती है. कई बार तो डेटिंग करते- करते जीवनसाथी भी मिल जाते है. डेटिंग की यह क्रांति 2012 में Tinder लेकर आया था. इस महीने टिंडर ने अपने 10 साल पूरे किए हैं. आज हम आपको बताएँगे कैसे हुई टिंडर की शुरुआत, क्यों टिंडर की एक को-फाउंडर ने शुरू किया दूसरा डेटिंग ऐप. इसके साथ- साथ ये भी बताएँगे कि मार्केट में टिंडर को चुनौती कौनसे डेटिंग ऐप दे रहे हैं.
टिंडर
Tinder को शुरू करने का विचार Whitney Wolfe Herd का था. वह कंपनी के को-फाउंडर सीन रेड से एक डिनर पर मिलीं और सेन ने उनको अपने ईकॉमर्स स्टार्टअप Cardify में काम करने के लिए आमंत्रित किया. बाक़ी दोनों को-फाउंडर क्रिस गुलज़िंस्की और जस्टिन मतीन बाद में आए.
टिंडर लोगों को उनके शारीरिक आकर्षण के आधार पर एक-दूसरे से मिलने का मौका देता है. आपके आस पास जो भी लोग टिंडर का इस्तेमाल करते हैं, उनका मैच आपको दिखता है. आप अपनी पसंद के अनुसार उसे लेफ्ट या राइट स्वाइप कर सकते हैं. आपके राइट स्वाइप करने पर अगर अगले व्यक्ति ने भी अगर राइट स्वाइप कर दिया तो बात बन जाती है और दोनों में बातचीत शुरू हो जाती है. कई लोगों तो तो टिंडर पर अपने जीवनसाथी भी मिल जाते हैं.
टिंडर अपने विज़न स्टेटमेंट में लिखता है कि “टिंडर उन लोगों को मिलवाता है, जो वास्तविक जीवन में शायद नहीं मिले होंगे. हम मनाते हैं कि सिंगल होना एक सफर है. सिंगल होना कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे आप सेटल होने से पहले नाखुश होकर स्वीकार करते हैं.”
2021 में हुए एक सर्वे में बताया गया है कि टिंडर यूजर्स में 24% महिलाएं है और 76% पुरुष हैं. 2022 आते-आते टिंडर पर 10.7 मिलियन यूजर्स हो गए हैं और ये संख्या लगातार बढती जा रही है.
बम्बल
खुद ऑनलाइन अब्यूज का शिकार होने और Tinder पर एक मुक़दमा करने वाली Whitney Wolfe Herd ने दिसम्बर 2014 में Bumble की शुरुआत की थी. विटनी का मानना है कि लड़कियां जब किसी डेटिंग ऐप पर जाएं उन्हें डरना न पड़े. बंबल औरतों को इस मामले में सशक्त करता है कि एक पुरुष और एक महिला के बीच मैच हो जाने के बाद पहला मैसेज महिला ही भेज सकती है.Bumble का कहना है कि इस फीचर से उन महिलाओं को काफी सहूलियत होगी जिन्हें दूसरे डेटिंग ऐप पर मैच होने के बाद पुरुषों से अनगिनत मेसेज मिलने लगते हैं.
इसके साथ ही इस ऐप पर मैच 24 घंटे के लिए ही वैद्य रहता है. अगर दो लोग एक दूसरे को पसंद करते हैं तो उनके बीच 24 घंटे में बात शुरू हो जानी चाहिए. ऐसा न होने पर वह मैच एक्सपायर हो जाएगा. हालांकि पुरुष इस मैच विंडो को 24 घंटे तक के लिए और बढ़ा सकते है, लेकिन इसके लिए उन्हें पैसे देने पड़ेंगे. अगर आप बम्बल को एक्सट्रा पे करते हैं तो आपको बम्बल बूस्ट का फीचर मिल जाएगा, जिससे आप उस प्रोफाइल को चेक कर सकते हैं जिसने आपको लाइक किया है. आँकड़ों की मानें तो हर दिन लगभग 96 हज़ार नए यूजर्स ऐप इंस्टाल कर रहे है और हर हफ़्ते ऐप पर लगभग 23 मिलियन लोगों को नए मैच मिल रहे हैं.
हिन्ज
Hinge एक ऐसा डेटिंग ऐप है, जो दावा करता है कि यह एकमात्र ऐसा डेटिंग ऐप है जो यूजर्स के बीच लम्बा कनेक्शन बने, इस बात पर जोर देता है. 2011 में जस्टिन मैकलियोड ने एक डेस्कटॉप सर्विस ‘सीक्रेट एजेंट क्यूपिड’ के नाम से शुरू की थी, जिसमें यूजर्स फेसबुक पर अपनी पसंद के लोगों को लिस्ट आउट कर सकते हैं. 2012 आते-आते इस सर्विस ने एक मोबाइल एप्लीकेशन की शक्ल ले ली, जिसका नाम Hinge रखा गया.
Hinge आपको उन लोगों से मिलवाने की कोशिश करता है, जो आपके जैसे ही, जिनकी पसंद और नापसंद आपसे मिलती है. जब आप इस ऐप को इनस्टॉल करते हैं, तो आपको कई सवालों का जवाब देना होता है. इन सवालों की मदद से ऐप आपकी डेडिकेटेड प्रोफाइल तैयार करता है, जिसके बाद वो आपको आपके जैसे ही लोगों का मैच दिखाता है. प्रोफाइल बनाने के दौरान आपको 6 फ़ोटो के साथ 3 डेडिकेटेड सवालों का जवाब भी देना होगा, जो आपकी प्रोफाइल को इंट्रेस्टिंग बना सकें. प्रोफाइल बनाने के दौरान आपको अपनी फेसबुक आईडी को भी लिंक करना होगा. Hinge में टिंडर की तरह आपको राईट स्वाइप नहीं बल्कि अपने पसंद के व्यक्ति की फ़ोटो य उनके द्वारा दिए गए सवालों के जवाबों को लाइक करना होगा. हिन्ज में आप 24 घंटे में सिर्फ़ 10 प्रोफाइल्स को ही लाइक कर सकते हैं, बल्कि टिंडर में हर 12 घंटे में 100 लोगों को राईट स्वाइप कर सकते हैं.
2019 में टिंडर की पैरेंट कंपनी मैच ग्रुप ने हिन्ज को टेकओवर करलिया. मैच के नेतृत्व में Hinge का कारोबार 2018 में 8 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2021 में 197 मिलियन डॉलर हो गया है। यूएस में, यह अब ऑनलाइन डेटिंग मार्केटशेयर में टिंडर और बम्बल के बाद तीसरे स्थान पर है।
ग्राइंडर
2009 में, Grindr के सीईओ जोएल सिमखाई ने लोकेशन पर आधारित डेटिंग ऐप की शुरुआत की. उस समय तक टिंडर और बम्बल की शुरुआत भी नहीं हुई थी. सिमखाई समलैंगिक पुरुषों के लिए एक-दूसरे से मिलना आसान बनाना चाहते थे. इसी सोच ने नीव रखी Grindr की.
Grindr आपकी लोकेशन ट्रैक कर आस पास मौजूद एक्टिव यूज़र्स का ग्रिड आपको दिखता है, आप अपनी पसंद के अनुसार बात शुरू कर सकते हैं. 2020 में हुए सर्वे के अनुसार Grindr पर डेढ़ करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं.