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MBA के बाद नौकरी छोड़ कैसे रिद्धिका जैन ने खड़े किए चार अलग बिजनेस

बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम और इसमें महिलाओं की बढ़ती हिस्सेदारी में साउथ दिल्ली की रहने वाली रिद्धिका जैन भी अपना मुकाम बनाने में कामयाब रहीं हैं. वे HOPPERS & BURASH की को-फाउंडर हैं. हाल ही में रिद्धिका ने YourStory से बात की, और अपने अलग-अलग बिजनेस के बारे में बताया.

MBA के बाद नौकरी छोड़ कैसे रिद्धिका जैन ने खड़े किए चार अलग बिजनेस

Friday March 15, 2024 , 5 min Read

भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है. हालाँकि, देश में लगभग 27,000 स्टार्टअप में से केवल 18% में महिला फाउंडर हैं. YourStory की ‘The State of Women's Entrepreneurship in India 2023’ रिपोर्ट के अनुसार, उद्यमियों के बेहतर लिंग मिश्रण वाली अर्थव्यवस्था में रचनात्मकता, नवाचार और तकनीकी उन्नति में वृद्धि देखने की संभावना है.

बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम और इसमें महिलाओं की बढ़ती हिस्सेदारी में साउथ दिल्ली की रहने वाली रिद्धिका जैन (Riddhika Jain) भी अपना मुकाम बनाने में कामयाब रहीं हैं. वे HOPPERS & BURASH की को-फाउंडर हैं. हाल ही में रिद्धिका ने YourStory से बात की, जहां उन्होंने ऑन्त्रप्रेन्योरशिप, अपने अलग-अलग बिजनेस, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.

रिद्धिका ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है. इसके बाद, उन्होंने ह्यूमन रिसॉर्स (HR) में एमबीए किया. वे बताती हैं, "मैंने भारती एयरटेल में बतौर कॉर्पोरेट एचआर 2 साल तक काम किया और फिर शादी हो गई. उसके बाद पहले बच्चे के जन्म के एक साल बाद मैंने ऑन्त्रप्रेन्योरशिप में हाथ आजमाने की ठानी. मैंने दिल्ली और एनसीआर में छोटा भीम (पहले ग्रीन गोल्ड एनीमेशन) का बच्चों का मर्चेंडाइज स्टोर लॉन्च किया और साथ ही इवेंट प्लानिंग बिजनेस में भी उतर गईं. जैसे-जैसे बिजनेस फलता-फूलता गया, मैंने अपना पूरा समय इवेंट प्लानिंग बिजनेस के लिए समर्पित कर दिया."

RIDDHIKA_JAIN_CO-FOUNDER_HOPPERS&BURASH

रिद्धिका जैन, को-फाउंडर - HOPPERS & BURASH

रिद्धिका के लक्ष्य हमेशा स्पष्ट रहे हैं कि वह अपना खुद का वेंचर चलाना चाहती हैं. इसलिए, उन्होंने बच्चों में पढ़ने के प्रति प्रेम पैदा करने के लिए वर्ष 2020 में नोएडा (NCR) में 'The Reading Room' नाम से एक बच्चों की लाइब्रेरी भी शुरू की.

आगे चलकर, रिद्धिका ने साल 2022 में 'HOPPERS' नाम से एक पूर्ण पारिवारिक मनोरंजन केंद्र खोलने का फैसला किया, जो नोएडा, एनसीआर में स्थित बच्चों के लिए एक प्ले जोन है. इस प्ले जोन का नेतृत्व वे खुद करती हैं और उनके मार्गदर्शन में 40 पेशेवरों की एक टीम द्वारा इसे मैनेज किया जाता है. यह स्लाइड, ट्रैम्पोलिन, ऑब्सटेकल कोर्स और फोम पिट जैसी 40 से अधिक एक्टिविटीज वाला एक रोमांचक सॉफ्ट प्ले एरिया है.

वहीं पिछले साल स्थापित BURASH एक मेडिटेरेनियन रेस्तरां है. इसके अलावा, वे भारत की सबसे बड़ी क्लाइंबिंग वॉल Climb City की को-फाउंडर हैं, जो Hoppers के परिसर में स्थित है.

रिद्धिका बताती हैं, "बच्चों के बर्थडे पार्टी प्लानिंग बिजनेस में होने के कारण मेरा अगला कदम अपना खुद का पार्टी स्थल शुरू करना था जिसमें हर उम्र के लोगों के लिए मनोरंजन और अच्छी क्वालिटी वाला भोजन हो. यही कारण है कि HOPPERS & BURASH की शुरुआत हुई."

इन बिजनेस को खड़ा करने में किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इसके जवाब में रिद्धिका जैन कहती हैं, " 'The Reading Room' एक ऐसी जगह है जो मेरे दिल के सबसे करीब है और इसलिए मैंने बच्चों की लाइब्रेरी के लिए अपने घर में एक अलग जगह रखी है. ऐसा करना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं था. लेकिन चुनौती तब आई जब मैंने अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर एक ऐसी जगह बनाने के बारे में सोचा, जो पूरी तरह से पारिवारिक हो. एक उपयुक्त स्थान ढूंढना, एक कुशल टीम की पहचान करना, बेस्ट कंटेंट देना, अच्छी सेटिंग करना और अंत में एक ऐसी जगह बनाना जहां लोग बार-बार आना पसंद करेंगे - इन सब बातों का मैंने ख्याल रखा है. HOPPERS & BURASH में हर चीज़ मेरे और दूसरे बिजनेस पार्टनर्स द्वारा चुनी जाती है. इन सभी को एक साथ रखना बिल्कुल भी आसान नहीं था. हम अनिवार्य रूप से अपने सपनों के टुकड़ों को एक साथ जोड़कर उन्हें साकार करना चाहते थे."

अलग-अलग बिजनेस के अलग-अलग रेवेन्यू मॉडल हैं. इस पर बोलते हुए HOPPERS & BURASH की को-फाउंडर रिद्धिका जैन कहती हैं, "कोई भी बिजनेस कैसे काम करता है, इसकी बुनियादी समझ के साथ, मार्केटिंग और सेल्स दो अलग-अलग पहलू हैं. मैंने अपनी मार्केटिंग टीमों को चुना है और ग्राहक अधिग्रहण की दिशा में सर्वोत्तम संभव ब्रांड मार्केटिंग करने के लिए उनके साथ पूरी तरह से तालमेल बिठाया है. एक बार जब कोई ग्राहक दरवाजे पर पहुंच जाता है, तो मैं खुद सेल्स का ध्यान रखना पसंद करती हूं, बिजनेस के हर पहलू और प्रस्तावित अतिरिक्त सुविधाओं के बारे में समझाती हूं. इसे एक पंक्ति में संक्षेप में कहें तो, जब आप अपने बिजनेस को अपने बच्चे की तरह मानते हैं और मार्केटिंग और सेल्स जैसे प्रमुख तत्वों में पर्सनल टच जोड़ते हैं, तो कोई भी आपको रोक नहीं सकता है! हालांकि उन्होंने रेवेन्यू के आंकड़ों का खुलासा नहीं किया."

अंत में, भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए, रिद्धिका कहती हैं, "मैं भी हर दूसरे इंसान की तरह बढ़ना और समृद्ध होना चाहती हूं. लेकिन लक्ष्य वास्तव में इन बिजनेस को इस तरह से स्थिर करना है कि जब मैं इनका विस्तार करने जाऊं, तो वर्तमान बिजनेस की क्वालिटी किसी भी तरह से प्रभावित न हो. हम HOPPERS & BURASH को दूसरी प्रॉपर्टीज के साथ एनसीआर के कुछ हिस्सों और भारत के अन्य शहरों में भी विस्तारित करने की योजना बना रहे हैं जहां ऐसी सुविधा मौजूद नहीं है. मैं और मेरे पार्टनर मार्केट की डिमांड को ध्यान में रखते हुए बिजनेस का विस्तार करेंगे."