धोनी का ‘ड्रोनी’ देश के किसानों के कितना काम आने वाला है?
उन्नत और आधुनिक सुविधाओं के साथ यह ड्रोन तमिलनाडु स्थित ड्रोन कंपनी Garuda Aerospace ने बनाया है. कंपनी ने ड्रोनी के साथ कंज्यूमर ड्रोन मार्केट में कदम रखा है. इस ड्रोन को गरुण एयरोस्पेस की ओर से पूरी तरह भारत में तैयार किया गया है कि और कंपनी के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर धोनी ने इसे पेश किया है
अपने 'हेलीकॉप्टर' शॉट्स के लिए पहचाने जाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और स्टार प्लेयर Mahendra Singh Dhoni ने Consumer Camera Drone लॉन्च किया है, जिसका नाम 'Droni' रखा गया है.
उन्नत और आधुनिक सुविधाओं के साथ यह ड्रोन तमिलनाडु स्थित ड्रोन कंपनी
ने बनाया है. कंपनी ने ड्रोनी के साथ कंज्यूमर ड्रोन मार्केट में कदम रखा है. इस ड्रोन को गरुण एयरोस्पेस की ओर से पूरी तरह भारत में तैयार किया गया है कि और कंपनी के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर धोनी ने इसे पेश किया है. धोनी सिर्फ कंपनी के ब्रांड एंबेसडर ही नहीं बल्कि धोनी ने कंपनी में निवेश भी किया है.कंपनी की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कंपनी के संस्थापक और सीईओ अग्निश्वर जयप्रकाश (Agnishwar Jayaprakash) ने कहा कि उत्पाद 2022 के अंत तक मार्केट में उपलब्ध होगा. उन्होंने कहा, "हमारा 'ड्रोनी' ड्रोन स्वदेशी है और इसे विभिन्न कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह तकनीकी रूप से कुशल प्रोडक्ट है. Make in India ड्रोन लॉन्च करके, हम ड्रोन की मांग के लिए न केवल आत्मानिर्भर बनने की उम्मीद करते हैं बल्कि भारत को बेहतर गुणवत्ता वाले सुरक्षित ड्रोन और ड्रोन-आधारित समाधानों के केंद्र के रूप में विश्व के मानचित्र पर भी स्थापित करते हैं."
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक लांच कार्यक्रम के दौरान धोनी ने बताया कि उनकी दिलचस्पी खेती में कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान बढ़ी. उन्होंने खेती में ड्रोन की उपयोगिता पर भी जोर दिया.
चेन्नई में आयोजित कार्यक्रम में एक नए 'किसान ड्रोन' को भी लॉन्च किया गया, जिसका इस्तेमाल कृषि क्षेत्र, खासकर स्प्रे करने के लिए होगा. बैटरी से चलने वाला यह ड्रोन हर दिन 30 एकड़ जमीन पर कृषि कीटनाशक छिड़काव कर सकता है.
इंडियन ड्रोन एसोसिएशन (Indian Drone Association) के अध्यक्ष और भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के पूर्व विंग कमांडर आनंद कुमार दास (Anand Kumar Das) ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म ड्रोन उद्योग के साथ-साथ विकास को भी बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा कि वह गरुड़ एयरोस्पेस के साथ ग्लोबल ड्रोन एक्सपो का आयोजन करके बेहद खुश हैं.
चेन्नई में आयोजित Global Drone Expo में 14 अंतरराष्ट्रीय ड्रोन कंपनियों के 1,500 प्रतिभागी और 28 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. यह कार्यक्रम निवेशकों, युवाओं और स्टॉकहोल्डर्स के आकर्षण का केंद्र बना रहा और साथ ही साथ ड्रोन उद्योग के सुनहरे भविष्य की रूपरेखा भी तैयार की.
अब तक भारत के ज्यादातर हिस्से में पारम्परिक खेती का चलन है. ऐसे में इस तरह की आधुनिक तकनीकों से भारतीय किसानों को फायदा मिल सकता है. ऐसे उत्पादों का प्रयोग करके किसान अपना समय बचा सकते हैं.
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