Digital India Week2022: सारे जहाँ से अच्छा, डिजिटल इंडिया हमारा - राजीव चंद्रशेखर
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री, राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने कहा कि सरकार की डिजिटल इंडिया (Digital India) पहल ने अधिक अवसर पैदा करके और युवाओं को भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था (Indian digital economy) के चालक की सीट पर रखकर देश के आर्थिक परिदृश्य में नया परिवर्तन ला दिया है.
महात्मा मंदिर, गांधीनगर में स्टार्टअप्स सम्मेलन (StartUps Conference) के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "सारे जहाँ से अच्छा, डिजिटल इंडिया हमारा (Saare Jahaan se Aachaa, Digital India Hamara). दुनिया को भी अब भारत की उद्यमशीलता शक्ति का एहसास हो गया है और कई देशों ने हमारे घरेलू स्टार्टअप और यूनिकॉर्न के साथ सहयोग करने में रुचि दिखाई है." गांधीनगर में कल डिजिटल इंडिया सप्ताह (Digital India Week) समारोह की शुरुआत हुई.
इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, अश्विनी वैष्णव और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
महिलाओं सहित स्टार्टअप और यूनिकॉर्न के कई फाउंडर/को-फाउंडर भी मंच पर मौजूद थे. इनमें से अनेक उद्यमी,
की फाउंडर गज़ल अलघ, के को-फाउंडर वरुण खेतान, के सीईओ रोहन वर्मा, Zeitwerk के को-फाउंडर श्रीनाथ रामकृष्णन, के हेड कॉर्पोरेट इन्क्यूबेशन अनिल शर्मा, को-फाउंडर और सीईओ सोनिया स्वरूप चोकसी ने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे वे डिजिटल इंडिया प्रोग्राम द्वारा लाए गए डिजिटल समाधानों का लाभ उठाने में सक्षम रहे हैं.अपनी हाल की ब्रिटेन यात्रा का जिक्र करते हुए, चंद्रशेखर ने कहा कि उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (UK Prime Minister Boris Johnson) और उनके मंत्रिमंडल के कई अन्य मंत्रियों के साथ-साथ 50 भारतीय स्टार्टअप्स और यूनिकॉर्न के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और सहयोग और साझेदारी के रास्ते के बारे में चर्चा की.
"हमारी सफलता और क्षमताएं India Stack, UPI, Internet Consumer Tech, Electronics and Semiconductors, Web 3.0, Industry 4.0, AI और हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग से लेकर हैं. उन्होंने कहा कि नेतृत्व और उद्यमिता की ये क्षमताएं नये भारत को तेजी से परिभाषित कर रही हैं."
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार शाम को डिजिटल इंडिया वीक 2022 का उद्घाटन किया था, जिसका विषय गुजरात के गांधीनगर में 'नए भारत की टेक्नोलॉजी के प्रभाव से प्रेरित दशक (टेकऐड) को उत्प्रेरित करना' (Catalyzing New India’s Techade) है. कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने कई डिजिटल इंडिया पहलों का भी शुभारंभ किया, जैसे कि इंडिया स्टैक: इंडियास्टैक.ग्लोबल, मायस्कीम: सर्विस डिस्कवरी प्लेटफॉर्म, मेरी पहचान: नेशनल सिंगल साइन ऑन (एनएसएसओ), डिजिटल इंडिया भाषिणी: भाषा दान, डिजिटल इंडिया जेनेसिस (India Stack: indiastack.global, MyScheme: Service Discovery Platform, MeriPehchaan: National Single Sign On (NSSO), Digital India Bhashini: Bhasha Daan, Digital India GENESIS) और एक ई-बुक 'कैटालाइजिंग न्यू इंडियाज टेकऐड' का अनावरण किया. चिप्स टू स्टार्टअप (Chips to Startup - C2S) कार्यक्रम के तहत समर्थित 30 संस्थानों के पहले समूह की भी घोषणा की गई.
पीएम मोदी ने डिजिटल समाधान और उभरती टेक्नोलॉजी पर 200 से अधिक स्टालों को प्रदर्शित करने वाले डिजिटल मेले का भी दौरा किया. इस आयोजन में देश भर से डिजिटल इंडिया पहल के लगभग 1,500 लाभार्थियों ने भाग लिया. कुछ लाभार्थियों को प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने और अपने अनुभवों को साझा करने का अवसर मिला.