डीएलएफ के चेयरमैन राजीव सिंह बने सबसे अमीर रियल एस्टेट उद्यमी, लोढ़ा दूसरे स्थान
डीएलएफ के चेयरमैन राजीव सिंह देश के सबसे अमीर रियल एस्टेट उद्यमी हैं। उनकी कुल संपदा 61,220 करोड़ रुपये है। इसके बाद मैक्रोटेक डेवलपर्स के एम पी लोढ़ा और उनका परिवार 52,970 रुपये की संपदा के साथ दूसरे स्थान पर है।
हुरुन और ग्रोहे इंडिया ने बुधवार को ‘ग्रोहे हुरुन इंडिया रियल एस्टेट रिच लिस्ट' का पांचवां संस्करण जारी किया है। यह देश के धनाढ्य रियल एस्टेट कारोबारियों की सूची है।
यह सूची संबंधित रियल एस्टेट कारोबार के नेटवर्थ में उनके स्वामित्व के हिस्से पर आधारित हैं। संपदा की गणना 31 दिसंबर, 2021 की स्थिति के अनुसार की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक वर्ष में डीएलएफ के राजीव सिंह की संपत्तियों में 68 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और वह शीर्ष पर हैं।
हालांकि, एम पी लोढ़ा और उनके परिवार की संपत्ति पिछले एक साल में 20 फीसदी बढ़कर 52,970 करोड़ रुपये हो गई, लेकिन वह सूची में दूसरे स्थान पर हैं। वहीं 26,290 करोड़ रुपये की संपत्तियों के साथ चंद्रू रहेजा और के रहेजा का परिवार सूची में तीसरे स्थान पर है।
एम्बैसी ग्रुप के जितेंद्र विरवानी 23,620 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ चौथे स्थान पर हैं। सूची में इसके बाद क्रमश: ओबेरॉय रियल्टी के विकास ओबेरॉय (22,780 करोड़ रुपये), हीरानंदन कम्युनिटीज के निरंजन हीरानंदानी (22,250 करोड़ रुपये), बसंत बंसल और एम3एम इंडिया का परिवार (17,250 करोड़ रुपये), बागमाने डेवलपर्स के राजा बागमाने (16,730 करोड़ रुपये), जी अमरेंद्र रेड्डी एवं जीएआर कॉरपोरेशन परिवार (15,000 करोड़ रुपये) का स्थान है।
वहीं दूसरी तरफ रनवाल डेवलपर्स के सुभाष रनवाल और उनका परिवार 11,400 करोड़ रुपये की संपत्तियों के साथ दो पायदान नीचे खिसककर दसवें स्थान पर आ गया है।
ग्रोहे-हुरुन इंडिया रियल एस्टेट रिच लिस्ट-2021 में 71 कंपनियों और 14 शहरों के 100 व्यक्तियों को स्थान दिया गया है। सूची के 81 प्रतिशत लोगों ने अपनी संपत्ति में वृद्धि देखी है। इनमें से 13 नए चेहरे हैं। वहीं 13 प्रतिशत रियल एस्टेट कारोबारियों की संपत्तियों में गिरावट आई। सूची में शामिल रियल एस्टेट कारोबारियों की औसत उम्र 61 साल है।
सूची के अनुसार, रियल एस्टेट कारोबारियों की औसत संपत्ति 30 प्रतिशत बढ़कर 4,537 करोड़ रुपये रही। वहीं इन उद्यमियों की कुल संपदा भी 30 प्रतिशत बढ़कर 4,53,700 करोड़ रुपये या 60 अरब डॉलर पर पहुंच गई।
हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा कि पिछले कुछ साल तक काफी निचले स्तर पर रहने के बाद देश का रियल एस्टेट क्षेत्र अब भारत में वृद्धि का प्रमुख ‘इंजन’ बनने जा रहा है।
(PTI)