गर्व! भारतीय मूल की डॉ. अरुणा सुब्रमण्यम अमेरिका में लीड कर रही है रेमडेसिवीर दवा की ट्रायल टीम को
भारतीय मूल की अमेरिकी डॉ. अरुणा सुब्रमण्यम लीड कर रही हैं। ये हमारे देश के लिए गर्व की बात है। वो आजकल दिन-रात इस समय दिन रात इस दवा पर ट्रायल में लगी हुई हैं।
कोरोनावायरस (कोविड-19) महामारी की वैक्सीन को लेकर तरह-तरह के प्रयोग पूरी दुनिया में अपने-अपने स्तर पर हो रहे हैं। हर देश रिसर्च में जुटा है कि कहीं से कोई कड़ी हाथ लगे और इस मुसीबत को जड़ से खत्म किया जा सके।
भारतीय-अमेरिकी फिजिशियन डॉ. अरुणा सुब्रमण्यम उन शोधकर्ताओं की टीम का हिस्सा हैं, जो नोवेल कोरोनावायरस (COVID-19) के खिलाफ एंटीवायरल दवा रेमेडिसविर की प्रभावशीलता की जांच करने के लिए ट्रायल का नेतृत्व कर रहे हैं।
अमेरिकी दवा कंपनी गिलियड साइंसेज ने बताया कि COVID-19 रोगियों के इलाज के लिए रेमेडिसविर के नैदानिक परीक्षण के तीसरे चरण के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
पांच दिनों के लंबे उपचार के विपरीत, रेमेडिसविर का 10-दिवसीय ट्रीटमेंट कोर्स लेने वाले COVID रोगियों की स्थिति में सुधार हुआ है।
प्रारंभिक नतीजों से पता चला है कि कैलिफोर्निया में रहने वाली कंपनी ने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमित रोगियों में से 50% ने रेमेडिसविर की वजह से सुधार हासिल किया है।
भारत में ICMR भी कोविड-19 के मरीजों के इलाज में रेमेडिसविर दवा के इस्तेमाल पर विचार कर रहा है।
Edited by रविकांत पारीक