कोरोना वायरस से लड़ाई में आगे आया DRDO, हर महीने करेगा 5 हज़ार वेंटिलेटर का उत्पादन
कोरोना वायरस से जारी जंग में मदद करने के लिए DRDO ने भी अपने हाथ आगे बढ़ा दिये हैं। डीआरडीओ जल्द ही हर महीने 5 हज़ार वेंटिलेटर का उत्पादन करने जा रह है।
कोरोना वायरस से लड़ाई में सरकार का साथ देने के लिए डीआरडीओ ने भी अपने कदम बढ़ाए हैं। डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ. जी सतीश रेड्डी ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रभावित मरीजों की मदद के लिए डीआरडीओ हर महीने 5 हज़ार वेंटिलेटर के उत्पादन पर काम कर रहा है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रेड्डी ने बताया कि कुछ समय पहले डीआरडीओ ने सोसाइटी फॉर बायोमेडिकल टेक्नालजी के साथ मिलकर एक वेंटिलेटर विकसित किया था, अब मैसूर की एक इंडस्ट्री इसके सेकेन्डरी वर्जन का उत्पादन कर रही है। इसके साथ भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और एक अन्य निजी इंडस्ट्री ने भी इसके लिए अपने कदम बढ़ाए हैं।
रेड्डी के अनुसार मैसूर स्थित लैब से वेंटिलेटर के कुछ क्रिटिकल पार्ट की सप्लाई की गई है, ऐसे में अब वे 5 हज़ार वेंटिलेटर का उत्पादन हर महीने कर सकते हैं और क्षमता बढ़ाने पर उत्पादन 10 हज़ार वेंटिलेटर प्रति महीने तक जा सकता है।
डीआरडीओ ने इसके साथ ही एन99 और 3 लेयर मास्क का भी उत्पादन किया है। रेड्डी के अनुसार अभी तक 20 हज़ार मास्क का उत्पादन किया जा चुका है। ये मास्क दिल्ली पुलिस को भी दिये गए हैं। डीआरडीओ इसी के साथ सैन्य कर्मियों के लिए ‘रेडी टू ईट’ मील के निर्माण का भी काम कर रहा है।
भारत में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के चलते प्रधानमंत्री मोदी ने 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉक डाउन की घोषणा की है, इसी के साथ पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में देश की जनता से सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने की अपील भी की है।
शुक्रवार शाम तक भारत में कोरोना वायरस संक्रामण के 803 मामलों पुष्टि हो चुकी है, जबकि 19 लोग कोरोना वायरस के चलते दम तोड़ चुके हैं, हालांकि 73 संक्रमित लोग अब तक इससे रिकवर भी हो चुके हैं।