कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में इस खास टेस्ट का उपयोग कर रहा है यह हेल्थटेक स्टार्टअप
जब से ह्यूमन जीनोम प्रोजेक्ट (Human Genome Project) 1980 के दशक के उत्तरार्ध में शुरू हुआ, तब से जेनेटिक्स और डीएनए बड़े पैमाने पर लोगों की रुचि के विषय बन गए हैं। किताब जीनोम: द ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए स्पीसीज इन 23 चैप्टर्स में कहा गया है कि 'जीनोम एक ऐसी किताब है जो खुद लिखी गई है', लगातार चार अरब वर्षों से इसने अपने आप में जोड़, हटाया और संशोधित किया है।
20 वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रहे डॉ. सुरेन्द्र चिकारा के लिए हेल्थकेयर स्टार्टअप, Bione की स्थापना का विचार कोई बड़ी बात नहीं थी क्योंकि वे पहले से ही इसी फील्ड में थे। बेंगलुरु में 2019 में स्थापित, Bione आनुवंशिक और माइक्रोबायोम परीक्षण के लिए बी 2 सी मंच है, और डायट व लाइफस्टाइल रिकमंडेशन के लिए एआई का उपयोग करता है।
सुरेंद्र कहते हैं,
“देश में मौजूदा कोरोनो वायरस संकट को ध्यान में रखते हुए हमने अपनी लोंगेविटी प्लस किट (Longevity Plus kit) में नए मापदंडों को शामिल किया है। नई अपडेट की गई किट किसी व्यक्ति को कोरोनावायरस, SARS जैसे वायरस, एचआईवी, हेपेटाइटिस सी वायरस इत्यादि के लिए किसी व्यक्ति की संवेदनशीलता के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यह किसी व्यक्ति के जेनेटिक मेकअप या जीवन जीने के पैटर्न पर आधारित हो सकता है।"
कोरोनावायरस परीक्षण पर काम करना
सुरेंद्र कहते हैं कि हाल ही में Bione जेनेटिक परीक्षण के अलावा कोरोनोवायरस के लिए किसी व्यक्ति की संवेदनशीलता (susceptibility) की जांच कर सकता है। वह कहते हैं कि प्रिडिक्टिव एनालिसिस टूल और एआई के साथ प्लेटफॉर्म का माइक्रोबायोम परीक्षण व्यक्तियों को उनके माइक्रोबायोम को मजबूत करने और उनकी प्रतिरक्षा में सुधार करने के लिए निरंतर सिफारिशें प्रदान कर सकता है।
वे कहते हैं,
"एविडेंस ऑफ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इनफेक्शन ऑफ SARS-CoV-2" नामक एक रिसर्च पेपर ने खुलासा किया कि SARS CoV-2 से संक्रमित 23.29 प्रतिशत पैशेंट के स्टूल सैंपल (मल परीक्षण) में पॉजिटिव रिजल्ट आए जबकि उन्हीं पैशेंट्स के रेस्पिरेटरी सैंपल में नेगेटिव पाए गए। इसलिए, जब कोई वायरस आपके सिस्टम में नहीं होता है, तो यह जानने के लिए आंत माइक्रोबायोम परीक्षण एकमात्र तरीका है।”
टीम को कोरोनोवायरस पॉजिटिव पाए गए रोगियों पर परीक्षण करना बाकी है, लेकिन नमूना लेने की प्रक्रिया में है। टीम जल्द ही एक COVID-19 डायग्नोस्टिक टेस्ट भी शुरू करने वाली है, और एक वैक्सीन कंपनी के साथ जुड़ रही है।
बैकग्राउंड
सुरेंद्र ने अपने करियर की शुरुआत रेकॉम्बीनैंट टेक्नोलॉजी डीएनए टेक्नोलॉजी से की और डॉ. गीता शर्मा के साथ काम किया, जिन्होंने भारत में हेपेटाइटिस-बी के लिए पहला आर-डीएनए टीका बनाया था।
वे कहते हैं,
“उनके समर्थन और मार्गदर्शन में जीनोमिक्स में मेरी यात्रा शुरू हुई। यह वह समय था जब मानव जीनोम अनुक्रमण (human genome sequencing) और अगली पीढ़ी के अनुक्रमण को महत्व मिलने लगा था। हम डी 2 सी तकनीक को भारत में लाने के लिए चर्चा में थे, लेकिन भारतीय स्वास्थ्य सेवा बाजार प्रत्यक्ष-से-उपभोक्ता आनुवंशिक परीक्षण के लिए तैयार नहीं था।"
उन्होंने महसूस किया कि उभरते बाजारों में क्वालिटी, सस्ती स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच अभी भी लोगों के विशाल बहुमत तक पहुंच से बाहर है। अधिकांश निर्धारित दवाओं को मुख्य रूप से कोकेशियान आबादी के लिए पश्चिम में विकसित किया गया था, और अक्सर अन्य आबादी में प्रभावकारिता का कोई सबूत नहीं था।
जेनेटिक हेल्थकेयर स्टार्टअप्स की जरूरत
वे कहते हैं,
“यह एक बहुत बड़ी समस्या है जिससे मेरे सभी नेटवर्क वाकिफ थे। हम सभी जानते हैं कि वैश्विक दवा उद्योग का भविष्य अपने जीन के आधार पर व्यक्तियों के लिए बनाई गई सटीक दवाओं और बीमारी के विकास के लिए नैदानिक जोखिम में निहित है। भारतीय आनुवंशिक डेटा अत्यधिक विविध है और इससे कई प्रकार की सफलताएं मिल सकती हैं। Bione में, हम भारत को रोग-मुक्त बनाने की इस बड़ी तस्वीर का हिस्सा बनने के लिए अपना योगदान दे रहे हैं।”
Bione ऑर्डन देने से लेकर रिपोर्ट प्राप्त करने तक एक सरल प्रक्रिया पर काम करता है। एक टेस्टिंग किट ऑनलाइन खरीदने और एक रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए केवल कुछ स्टेप्स लगते हैं। विभिन्न प्रकार के किट कवर किए गए परीक्षणों की संख्या पर निर्भर करते हैं, और इसमें लोंगेविटी किट, लोंगेविटी प्लस किट और मायमाइक्रोबिओम किट शामिल हैं। लोंगेविटी प्लस किट में स्वास्थ्य, व्यक्तिगत चिकित्सा, फिटनेस और वेलनेस सहित 415 से अधिक पैरामीटर शामिल हैं।
टीम का दावा है कि यह उस पैरामीटर को भी कवर करती है जो विशिष्ट जीन वेरिएंट को निर्धारित करता है जो कोरोनावायरस, एचआईवी, हेपेटाइटिस सी, और कई अन्य जैसे वायरस के प्रतिरोध को बढ़ाने में योगदान दे सकता है।
मायमाइक्रोबिओम किट आंत में माइक्रोबायोम की पहचान करता है और इसकी मात्रा निर्धारित करता है, जिसके आधार पर एक व्यक्तिगत आहार की सिफारिश की जाती है। सुरेंद्र कहते हैं कि वैज्ञानिक अनुसंधान से पता चला है कि आंत माइक्रोबायोम हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आदर्श परिस्थितियों में, यह माइक्रोबायोम-प्रतिरक्षा प्रणाली गठबंधन कीटाणुओं के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रतिक्रियाओं की शुरूआत की अनुमति देता है।
वे बताते हैं,
"हालांकि, विकासशील देशों में, डाइट पैटर्न में बदलाव, प्रोसेस्ड फूड का बढ़ता उपयोग, पोल्यूटेंट के संपर्क में, सेडेंटरी लाइफस्टाइल और एंटीबायोटिक दवाओं के अति प्रयोग ने हमारे माइक्रोबायोटा को बदल दिया है। मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक लचीलापन और विविधता की कमी है। माना जाता है कि संक्रमण और बीमारियों की दर में नाटकीय वृद्धि के लिए माइक्रोबायोम में इस बदलाव को माना जाता है। MyMicrobiome परीक्षण से आपके पेट में असंतुलन का पता चलता है और आप इसे सुधारने के लिए क्या कर सकते हैं।”
प्लेटफॉर्म सैंपल कलेक्शन भी प्रदान करता है, जिसमें किसी व्यक्ति के घरों से नमूने एकत्र किए जाते हैं। Bione द्वारा आपकी सुविधा के अनुसार पिक-अप की व्यवस्था की जाती है। डीएनए अनुक्रमण (DNA sequencing) विशेषज्ञ वैज्ञानिकों द्वारा एक सुसज्जित प्रयोगशाला में किया जाता है, जिसके बाद एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाती है।
Bione gXplore एक यूजर्स के अनुकूल, सूचनात्मक और इंटरैक्टिव ऐप-आधारित प्लेटफॉर्म है। उस पर, आप अपनी रिपोर्ट के माध्यम से जा सकते हैं और डीएनए विश्लेषण के परिणामों को आसानी से समझ सकते हैं। जेनेटिक या फूड और न्यूट्रिशन काउंसलर्स के साथ स्लॉट फ्री-ऑफ-कॉस्ट सर्विस के रूप में दिए जाते हैं। परामर्शदाताओं की विशेषज्ञ टीम आपको अपने और आपके परिवार के स्वास्थ्य और जीवन शैली विकल्पों के बारे में योजना बनाने के लिए मार्गदर्शन करती है।
टीम और प्रमाणपत्र
Bione टीम में वैश्विक संस्थानों के विशेषज्ञ और जीनोमिक्स, जेनेटिक्स, बायो-आईटी, जीनोम इंफॉर्मेटिक्स, क्वालिटी एश्योरेंस, सेल्स, मार्केटिंग, जेनेटिक / न्यूट्रिशन / फिटनेस काउंसलिंग के साइंटिस्ट डोमेन शामिल हैं। स्टार्टअप में कुल टीम साइज 39 लोगों का है। कोर टीम में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए के साथ चिकित्सक डॉ. रुचि दाना भी शामिल हैं। उन्हें फोर्ब्स एमई पावर बिजनेसवुमन 2020 में शामिल किया गया था। स्टार्टअप वैज्ञानिकों, जैव सूचना विज्ञानियों और आनुवंशिक परामर्शदाताओं के साथ एक प्रयोगशाला भी चलाता है।
टीम आईएसओ 9001: 2015 के लिए आवेदन कर रही है, और इसके अलावा वैश्विक मानकों को फॉलो करने के लिए सीएपी और सीएलआईए मान्यता प्राप्त कर रही है। Bione ऑपरेशन के पहले वर्ष में 20,000 से 30,000 नमूनों का परीक्षण करने का अनुमान लगा रहा है। EMI में भुगतान करने के विकल्प के साथ टेस्ट की कीमत 5,000 रुपये से 20,000 रुपये के बीच है। ग्राहक अपनी आवश्यकताओं के आधार पर पैकेज का चयन कर सकते हैं।
सुरेंद्र बताते हैं,
"Bione का मुख्य ध्यान आनुवंशिक और माइक्रोबायोम परीक्षणों के सार्थक परिणामों के लिए गुणवत्ता और जीनोमिक परामर्श पर है, और आउटपुट के रूप में MySmart diet और MyCool Fitness के माध्यम से डायट और फिटनेस के लिए है।"
दूसरों से अलग और भविष्य
स्टार्टअप ने अज्ञात निवेशकों के जरिए एंजेल फंडिंग जुटाई है। ब्लॉकचैन स्टार्टअप प्रोजेक्ट शिवॉम के संस्थापक गोरिश सिंगला ने Bione में निवेश किया है। वर्तमान में, द जीन बॉक्स और हैदराबाद-आधारित MapMyGenome जैसे स्टार्टअप एक व्यक्ति के आनुवंशिक मेकअप के आधार पर निवारक समाधान प्रदान करने पर काम करते हैं।
लेकिन सुरेंद्र कहते हैं कि Bione एकमात्र कंपनी है जो आनुवंशिकी और सूक्ष्म जीवों को जोड़ती है। उनका कहना है कि स्टार्टअप की हाई टेक लैब पूरे जीनोम अनुक्रमण सहित एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रही है, जबकि कंपटीशन अभी भी लिमिटेड मार्कर के साथ आरे टेक्नोलॉजी के साथ काम कर रही है।
सुरेंद्र कहते हैं,
"हमारा लक्ष्य 2021 तक प्रति वर्ष 250,000 से 300,000 लोगों की सेवा करना है। इसे प्राप्त करने के लिए, हमें मुंबई, दिल्ली और चेन्नई और मध्य पूर्व और अन्य देशों में भी विस्तार करना होगा।"