PhonePe से अलग होने के चलते ESOP धारकों को $700 मिलियन का भुगतान करेगी Flipkart: रिपोर्ट
Flipkart-PhonePe विभाजन के बाद, ईकॉमर्स दिग्गज वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों को उनके ESOP में फोनपे के मूल्य के अनुरूप 700 मिलियन डॉलर का एकमुश्त भुगतान करेगी.
ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म
के कर्मचारी, जिनके पास कर्मचारी स्टॉक स्वामित्व योजना (Employee Stock Ownership Plan - ESOP) के माध्यम से शेयर हैं, पेमेंट्स कंपनी की हाइव-ऑफ प्रक्रिया के हिस्से के रूप में इस महीने 700 मिलियन डॉलर के संचयी भुगतान की उम्मीद कर रहे हैं.फ्लिपकार्ट वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों को फ्लिपकार्ट के शेयरों में PhonePe के मूल्य के हिसाब से एकमुश्त भुगतान की पेशकश करेगा. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि फ्लिपकार्ट और Myntra के 24,000 से अधिक पूर्व और वर्तमान कर्मचारियों को इससे लाभ होगा.
फ्लिपकार्ट ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा जिसमें कहा गया कि प्रति निहित विकल्प के लिए भुगतान 43.67 डॉलर होगा. फ्लिपकार्ट के वर्तमान कर्मचारियों के लिए, भुगतान में निहित और गैर-निहित विकल्पों की कुल संख्या को ध्यान में रखा जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुआवजे का भुगतान 31 जुलाई या उससे पहले किए जाने की उम्मीद है.
कंपनी ने ख़बर के प्रकाशन के समय तक YourStory द्वारा भेजे गए प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया.
बता दें कि फ्लिपकार्ट ने 2016 में 20 मिलियन डॉलर में पेमेंट्स कंपनी PhonePe का अधिग्रहण किया. फ्लिपकार्ट दिसंबर 2022 तक फ्लिपकार्ट की सहायक कंपनी के रूप में काम करती रही, जब दोनों कंपनियों ने स्वामित्व को पूर्ण रूप से अलग करने की घोषणा की. अलगाव से बहुसंख्यक शेयरधारक वॉलमार्ट के लिए मूल्य अनलॉक हो गया है. अमेरिका स्थित खुदरा दिग्गज की फ्लिपकार्ट में लगभग 72% हिस्सेदारी है, जबकि जून 2023 तक PhonePe में इसकी हिस्सेदारी 85% के करीब थी.
अपने अलगाव के बाद से, PhonePe टीवीएस कैपिटल फंड्स और जनरल अटलांटिक जैसी अन्य कंपनियों से 1.1 बिलियन डॉलर जुटाने की प्रक्रिया में है. मार्केट रिसर्च और डेटा प्लेटफॉर्म Tracxn के अनुसार, फरवरी 2023 तक कंपनी का मूल्य 12 बिलियन डॉलर था.
PhonePe के पास UPI भुगतान में मूल्य के हिसाब से लगभग 50% बाजार हिस्सेदारी है और यह अपने भुगतान व्यवसाय को आक्रामक रूप से बढ़ा रहा है. इसने हाल ही में व्यापारियों को लुभाने के लिए प्वाइंट-ऑफ-सेल डिवाइस में प्रवेश की घोषणा की.
Edited by रविकांत पारीक