हर मौसम में लग्जरी का एहसास: आउटडोर लग्जरी फर्नीचर बनाने वाली कंपनी Loom Crafts की कहानी
लग्जरी आउटडोर फर्नीचर ब्रांड Loom Crafts ने भारत के प्रीमियम फर्नीचर मार्केट में अपनी एक खास पहचान बनाई है. इसके फाउंडर राहुल जिंदल की अगुआई में यह ब्रांड न सिर्फ डिजाइन और क्वालिटी में आगे है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता के प्रति भी प्रतिबद्ध है.
भारत के लग्जरी फर्नीचर मार्केट की वैल्यू वर्ष 2024 में 4.35 अरब (बिलियन) डॉलर आंकी गई है. इसके वर्ष 2029 तक 5.35 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. 2024 से 2029 तक मार्केट के 4.24% की CAGR (compound annual growth rate) से बढ़ने की उम्मीद है. ये आंकड़े Mordor Intelligence से जुटाए गए हैं.
लग्जरी आउटडोर फर्नीचर ब्रांड Loom Crafts ने भारत के प्रीमियम फर्नीचर मार्केट में अपनी एक खास पहचान बनाई है. इसके फाउंडर राहुल जिंदल (Rahul Jindal) की अगुआई में यह ब्रांड न सिर्फ डिजाइन और क्वालिटी में आगे है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता के प्रति भी प्रतिबद्ध है.
बिजनेस मैनेजमेंट में गहरी समझ, डिजाइन के प्रति जुनून, और आउटडोर फर्नीचर में क्वालिटी और स्थायित्व का अभाव देखने के बाद 2005 में राहुल [जिंदल] ने Loom Crafts की शुरुआत की थी. इसका हेडक्वार्टर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर में है.
हाल ही में YourStory ने Loom Crafts के फाउंडर, मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) और सीईओ से बात की. राहुल ने कंपनी की शुरुआत, बिजनेस मॉडल, रेवेन्यू, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.
राहुल बताते हैं, “लूम क्राफ्ट्स का आइडिया आउटडोर लिविंग स्पेस के प्रति जुनून से आया. मैंने देखा कि भारत में आउटडोर फर्नीचर की बहुत मांग थी, लेकिन बाजार में अच्छी क्वालिटी वाले, टिकाऊ और शानदार आउटडोर फर्नीचर की कमी थी जो भारतीय मौसम का सामना कर सके. इस समझ के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ समाधान मुहैया करने की इच्छा ने 2005 में लूम क्राफ्ट्स को जन्म दिया. हमारा लक्ष्य था कि लूम क्राफ्ट्स के जरिए लग्जरी आउटडोर लिविंग को न केवल आवासीय बल्कि कमर्शियल स्पेस में भी एक नई पहचान दी जा सके.”
लूम क्राफ्ट्स डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) और फ्रैंचाइज़ी-आधारित मॉडल पर काम करता है, जो ग्राहकों को रिटेल और कस्टमाइज्ड दोनों समाधान मुहैया करता है. हम आतिथ्य उद्योग (hospitality industry) के साथ मिलकर काम करते हैं, होटलों और रिसॉर्ट्स के लिए कस्टम फर्नीचर मुहैया करते हैं. यह मॉडल हमें क्वालिटी, ग्राहक सेवा और बिक्री के बाद सहायता पर नियंत्रण बनाए रखने की अनुमति देता है, जो एक लग्जरी ब्रांड के लिए महत्वपूर्ण है. फ्रैंचाइज़ी मॉडल ने हमें प्रमुख भारतीय शहरों में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने में मदद की है, जबकि D2C मॉडल यह सुनिश्चित करता है कि हम सीधे अपने ग्राहकों की सेवा करें.
जिंदल ने बताया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कंपनी में लगभग ₹5 करोड़ का निवेश किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे ब्रांड के विज़न, निर्माण प्रक्रियाओं और विकास पथ पर नियंत्रण बनाए रख सकें. इसमें कोई बाहरी निवेश नहीं है.
Loom Crafts ग्राहकों को सीधे बिक्री, फ़्रैंचाइज़ी-स्टोर और हॉस्पिटैलिटी चेन और कमर्शियल स्पेस के साथ बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) प्रोजेक्ट्स के माध्यम से रेवेन्यू हासिल करता है. ब्रांड के प्रोडक्ट इसके खुद के प्लेटफ़ॉर्म के जरिए ऑनलाइन भी बेचे जाते हैं, और यह बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए कस्टमाइजेशन की सुविधा भी देता है.
ब्रांड का वर्तमान में सालाना रेवेन्यू ₹25 करोड़ है, और इसे अपने बढ़ते फ़्रैंचाइज़ी नेटवर्क और नए बाज़ारों में विस्तार के साथ इस वित्तीय वर्ष में ₹30 करोड़ का आंकड़ा पार करने की उम्मीद है.
पिछले दो दशकों में लूम क्राफ्ट्स रेजीडेंशियल प्रीमियम आउटडोर फर्निशिंग का पर्याय बन गया है. ताज होटल, ओबेरॉय होटल, आईटीसी होटल के साथ-साथ ओबेरॉय, डीएलएफ, लोढ़ा और कल्पतरु जैसी रियल्टी दिग्गज कंपनियां इसकी ग्राहक हैं. लूम क्राफ्ट्स अपने लग्जरी, हर मौसम में इस्तेमाल होने वाले, पर्यावरण के अनुकूल और भारत में 100% हैंडमेड प्रोडक्ट्स के ज़रिए खुद को अलग पहचान देता है. 12 से ज़्यादा ऑफ़लाइन फ़्रैंचाइज़ी स्टोर और मज़बूत ऑनलाइन मौजूदगी के कारण, कंपनी का दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, जयपुर, कोयंबटूर, चेन्नई, देहरादून आदि जैसे प्रमुख भारतीय शहरों में तगड़ा ग्राहक आधार है.
इस बिजनेस को खड़ा करने में जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, उनके बारे में बताते हुए सीईओ राहुल जिंदल कहते हैं, “मुख्य चुनौतियों में से एक हाई क्वालिटी वाले, लग्जरी आउटडोर फ़र्नीचर में निवेश के बारे में बाज़ार को शिक्षित करना रहा है. इसके अलावा, हैंडमेड, सस्टेनेबल प्रोडक्ट्स के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखते हुए प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए कुशल शिल्प कौशल (skilled craftsmanship) में सावधानीपूर्वक योजना और निवेश की आवश्यकता होती है.”
जिंदल आगे बताते हैं, “हम अपने डिज़ाइनों में लगातार इनोवेशन करके, वैश्विक रुझानों को शामिल करके और पर्यावरण के अनुकूल सामग्रियों को प्राथमिकता देकर आगे रहते हैं. हमारी इन-हाउस डिज़ाइन टीम नियमित रूप से नए विचारों की खोज करती है, यह सुनिश्चित करते हुए कि हमारे प्रोडक्ट सौंदर्य और कार्यक्षमता दोनों में सबसे अलग दिखें. हम अपने फर्नीचर को टिकाऊ और मौसम प्रतिरोधी बनाए रखने के लिए अनुसंधान और विकास (R&D) में भी भारी निवेश करते हैं.”
अंत में, Loom Crafts को लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए, फाउंडर राहुल जिंदल कहते हैं, “निकट भविष्य में हमारा ध्यान हमारे नए बने वेंचर ‘Seabeats Loom Crafts’ के जरिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों, खासकर यूएई में और विस्तार करना है. इसके अलावा, हम अधिक सस्टेनेबल और इकोफ्रैंडली प्रोडक्ट लॉन्च करने, अपनी मध्य-बाजार सहायक कंपनी ‘Simpli by Loom Crafts’ के जरिए अपनी ऑनलाइन उपस्थिति बढ़ाने और भारत के भीतर अपने फ्रैंचाइज़ी मॉडल को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं.”