अमेरिका में सम्मानित हुए भारतीय मूल के चिकित्सक
स्टैनफोर्ड के औषधि विभाग के उपाध्यक्ष अब्राहम वर्गीज़ को अमेरिका के सबसे बड़े ह्यूमैनिटीज पुरस्कार ‘नेशनल ह्यूमैनिटीज मेडल’ से सम्मानित किया गया है...
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय अमेरिकी चिकित्सक एवं लेखक अब्राहम वर्गीज को चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए अमेरिका के सबसे बड़े ह्यूमैनिटीज पुरस्कार ‘नेशनल ह्यूमैनिटीज मेडल’ से सम्मानित किया है।
स्टेनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसीन में प्रोफेसर अब्राहम वर्गीस ने ‘माई ओन कंट्री’ और कटिंग फॉर स्टोन’ समेत कई प्रसिद्ध पुस्तकें लिखी हैं।वर्गीज को व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में इस पदक से सम्मानित किया गया। उनके साथ कई अन्य लोगों को भी सम्मानित किया गया।
पुरस्कारस्वरूप मिले इस मेडल पर लिखा है, ‘‘अब्राहम वर्गीस को मिला 2015 का राष्ट्रीय मानविकी मेडल हमें याद दिलाता है कि चिकित्सा उद्योग का केंद्र मरीज होता है।’’ यह पुरस्कार साल 1997 में शुरू हुआ था। हर साल 12 मेडल दिए जाते हैं।
स्टैनफोर्ड के औषधि विभाग के उपाध्यक्ष वर्गीज ने कहा कि उन्हें पहले और अब भी यह लगता है कि बीमार होने का मानव का अनुभव एवं बीमारी की देखभाल में उनकी रुचि उनकी चिकित्सा पद्धति का उतना ही महत्वपूर्ण हिस्सा है जितना कि अग्न्याशय की कार्यप्रणाली जैसा ज्ञान महत्वपूर्ण है।
वर्ष 1955 में अदीस अबाबा में जन्मे वर्गीस के माता पिता को वहां के शासक हैले सेलासी ने यूथोपिया में शिक्षण के लिए नियुक्त किया था।