एक ऐसी जगह, जो बटन दबाते ही उपलब्ध करायेगी सस्ती और अनोखी कला
आर्चर आर्ट गैलरी अॉनलाईन पेंटिंग्स खरीदने के लिए एक बेहतरीन जगह...
आर्चर गैलरी की शुरुआत 1978 में एक छोटे ग्राफ़िक स्टूडियो के रूप में हुयी थी। इसे अनिल रीलिया द्वारा स्थापित किया गया था। रीलिया महाराजा साओजी बड़ौदा विश्वविद्यालय में फाइन आर्ट्स, एप्लाइड आर्ट्स तथा सीरीग्राफी और फोटोग्राफ़ी के प्रमुख हैं। 90 के दशक के शुरुआती दिनों में, रीलिया की स्क्रीन प्रिंटिंग की महारत को एम.एफ. हुसैन ने समकालीन कलाकारों के सहयोग से सेरीग्राफ के सीमित संस्करण के प्रकाशन लिए प्रेरित किया।
मकबूल फिदा हुसैन की कला से प्रभावित होकर रीलिया ने सस्ती, अच्छी कला को बढ़ावा देने वाले सीमित संस्करण सेरिग्राफ पर ध्यान देना शुरू किया। आर्चर आर्ट गैलरी में मिलती हैं ऐसी पेंटिंग्स, जो मूल कलाकृतियों के विपरीत आम आदमी की पहुंच से बाहर होती हैं, लेकिन आसानी से पहुंच सके घर-घर।
कला एक महंगा निवेश है, ऐसे में खुद को विश्वसनीय मंच के रूप में स्थापित करने के लिए आर्चर दो दिनों के भीतर घरेलू अॉर्डर को पूरा करने का भरसक प्रयास करता हैं। ऑनलाइन माध्यम से आर्चर ने काम करने वाले पेशेवरों के लिए बड़े पैमाने पर सस्ती कला उपलब्ध कराई है। जिनके पास गैलरी जाकर कलाकृतियों को खरीदने का समय नहीं होता, लेकिन वे अच्छी गुणवत्ता वाले कला पर खर्च करने के लिए तैयार हैं, उनके लिए आर्चर गैलरी अपनी कला को घर-घर पहुंचाती है।
अहमदाबाद स्थित आर्चर आर्ट गैलरी के मालिक मनन रीलिया कहते हैं, कला इंसान को प्रेरित करने के साथ ही भयभीत भी करती है। हालांकि कला को प्रायः विलासिता माना जाता है, लेकिन इसमें लोगों को डराने की प्रवृत्ति भी होती है और यही वह बिंदु है जहां मनन और उनके परिवार के लोग बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। आर्चर आर्ट गैलरी द्वारा अधिक से अधिक लोगों को अपनी स्वयं की कला के अच्छे कामों की सराहना करने के लिए सक्षम करना बहुत ही सराहनीय प्रयास है। आर्चर की शुरुआत 1978 में एक छोटे ग्राफ़िक स्टूडियो के रूप में हुयी थी। इसे अनिल रीलिया ने स्थापित किया था। अनिल महाराजा साओजी बड़ौदा विश्वविद्यालय में फाइन आर्ट्स, एप्लाइड आर्ट्स तथा सीरीग्राफी और फोटोग्राफ़ी के प्रमुख हैं। 90 के दशक के शुरुआती दिनों में, रीलिया की स्क्रीन प्रिंटिंग की महारत को एम.एफ. हुसैन ने समकालीन कलाकारों के सहयोग से सेरीग्राफ के सीमित संस्करण के प्रकाशन लिए प्रेरित किया।
हुसैन की सलाह को महत्त्व देते हुए रीलिया ने सस्ती, अच्छी गुणवत्ता वाली कला को बढ़ावा देने के विचार के साथ सीमित संस्करण सेरिग्राफ पर ध्यान केंद्रित करना शुरू किया। मूल कलाकृतियों के विपरीत, जो कि अक्सर आम आदमी की पंहुच से बाहर होती हैं, जबकि सेरीग्राफ को सैकड़ों प्रतिलिपियों में पेश किया जा सकता है, ताकि वो घर-घर पहुंच सकें। मनन कहते हैं, आज आर्चर की विशेषता सीमित संस्करण सेरीग्राफ हैं, जो भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध कलाकारों जैसे एम एफ हुसैन, एसएच रज़ा, थोटा वैकुंठम द्वारा बनाये गए हैं और जिनमें से प्रत्येक पर कलाकार द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं।
लोग जब कपड़ों से लेकर घर तक ऑनलाइन खरीद रहे हैं, तो फिर कलाकृतियां क्यों नहीं?
दो दशकों से आर्चर को एक ईंट और पत्थर के स्टूडियो के रूप में चलाया जा रहा था। लेकिन जब अनिल के बेटे मनन ने बाग-डोर संभाली, तब से उन्होंने स्टूडियो के डिजिटल अवतार भारतीय कला के ई-कॉमर्स मंच आर्चरीइंडिया डॉट कॉम को साकार किया। मनन कहते हैं, 1997 से ही हमारे पास हमारे पोर्टफोलियो का प्रदर्शन करने के लिए डॉट कॉम डोमेन था, किन्तु 2006 से पहले हम ने ई-कॉमर्स साइट के रूप में कभी काम नहीं किया,हमने महसूस किया कि कला के संपर्क में अधिक से अधिक लोगों को लाने का एकमात्र तरीका ऑनलाइन ही हो सकता था।
ऑनलाइन माध्यम से आर्चर ने काम करने वाले पेशेवरों के लिए बड़े पैमाने पर सस्ती कला उपलब्ध कराई है, जिनके पास गैलरी जाकर कलाकृतियों को खरीदने का समय नहीं होता है लेकिन वे अच्छी गुणवत्ता वाले कला पर खर्च करने के लिए तैयार हैं और इस प्रकार आर्चर ने इसे उनके घरों तक पहुँचाया है। यह साइट धीरे-धीरे ई-कॉमर्स के अनुकूल विकसित हुई है। मनन कहते हैं, बहुत बार साइट पर आने वाले आगंतुकों को यह नहीं पता होता कि वे क्या खरीदना चाहते हैं। हमारे पास 1,500 कलाकृतियां हैं, जिसका चुनाव वो कलाकार, श्रेणी, मूल्य की सीमा या माध्यम के अनुसार कर सकते हैं। अगर उन्होंने कोई बजट तय किया हुआ है, तो वे हमारी साइट पर आते हैं। इन मानदंडों का उपयोग करके अपनी खोज को सीमित करते हैं और उन्हें आर्डर कर देते हैं। 'व्यू टू स्केल' फीचर से लोगों के लिए यह समझ पाना आसान हो जाता है कि अपने घरों में प्रदर्शित होने पर यह कलाकृति कैसी दिखेगी।
वेबसाइट को किसी कला प्रदर्शनी की तुलना में एक ई-कॉमर्स साइट के रूप में अधिक डिज़ाइन किया गया था। मनन बताते हैं, आजकल लोग ऑनलाइन खरीदारी में बहुत समय व्यतीत करते हैं और हम उन्हें एक ऐसा अनुभव देना चाहते थे, कि उन्हें लगे कि वो इससे परिचित हैं और वो आसानी से इसे चला सकते हैं।
कला एक महंगा निवेश है और खुद को विश्वसनीय मंच के रूप में स्थापित करने के लिए आर्चर दो दिनों के भीतर घरेलू आदेश को पूरा करने का भरसक प्रयास करता हैं।
सरहदों के पार
ऑनलाइन माध्यम इनके लिए निर्णायक साबित हुआ हैं। पहले आर्चर के ग्राहक केवल अहमदाबाद तक सीमित थे, वहीं अब हर सप्ताह 7-10 शिपमेंट्स में से 3 -4 विदेशों के होते हैं। अब वे संभवतः भौतिक स्टूडियो की अपेक्षा और अधिक घरेलू और विदेशी ग्राहकों तक पहुंचने में सक्षम हो सकें हैं। मनन कहते हैं, हमें ऑनलाइन माध्यम में जाने से दो दशकों से भौतिक स्टूडियो की तुलना में अधिक प्रसिद्धि मिली है। आर्चर नई पीढ़ी के कला संग्रह-कर्ताओं तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग का उपयोग करता है। यह युवा लोगों के बीच कला को एक मूल्यवान उपहार देने के विकल्प के रूप में बढ़ावा देता है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वे कहते हैं, यहां तक कि बुजुर्ग भी आजकल तकनीक रूप से समझदार हैं फिर भी वे अभी भी खरीदारी करने से पहले हमें फोन करना पसंद करते हैं और इससे पहले वे इस विषय में अच्छी तरह छानबीन कर लेते हैं।
ऑनलाइन माध्यम ने कलाकारों को भी लाभ पँहुचाया है। इसने कई अपेक्षाकृत अनजान भारतीय कलाकारों, जो कि कला अभिज्ञ व्यक्तियों के छोटे से अनन्य नेटवर्क का हिस्सा नहीं हैं, को प्रकाश में लाकर, उन लोगों के काम को लोगों पहुंच में ला दिया हैं। मनन कहते हैं, लोग आज कला को एक अलग दृष्टिकोण से देख रहे हैं और न केवल अपने घरों के लिए बल्कि अपने कार्यस्थलों और व्यवसायों के लिए भी इसे खरीद रहे हैं।
हर तरह के खरीदार के लिए एक कलाकार
कला ऐसा सृजन है जो सार्वभौमिक अपील करती है, लेकिन अभी तक धारणा यह है कि यह बड़े लोगों का शौक है। लोगों को यह समझाया जाता है कि वे कला को समझ नहीं पाते हैं या इसकी सराहना नहीं कर सकते हैं, इसलिए वे इसे से दूर ही रहते हैं। ऑनलाइन माध्यम ने यह सब बदल दिया है। मनन के अनुसार डिजिटल होकर, हम लोगों को यह बताना चाहते हैं कि अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों की तरह ही, कला की परख के लिए भी केवल एक महत्वपूर्ण मानदंड है: स्वयं का अपना व्यक्तिगत विकल्प।
ऑनलाइन जाकर आर्चर को अधिक से अधिक लोगों तक अपनी कला पहुंचाने के उनके लक्ष्य को प्राप्त करने में उन्हें मदद मिली है। आप भी अपने व्यवसाय के लिए ऐसा ही कर सकते हैं। आप भी अपना डोमेन डॉट कॉम आज ही रजिस्टर करें, www.gobigwith.com
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