परोपकार के मामले में शिव नादर ने अजीम प्रेमजी को छोड़ा पीछे, टॉप 10 दानवीरों की लिस्ट जारी
भारत में सबसे उदार व्यक्तियों की यह 9वीं वार्षिक रैंकिंग है. यह भारत के बड़े दानदाताओं को दुनिया के सामने लाने का एक प्रयास है.
हुरुन इंडिया (Hurun India) और एडेलगिव ने 'एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2022' (EdelGive Hurun India Philanthropy List 2022) जारी की है. इस लिस्ट में इस साल सबसे बड़े दानवीर बनकर उभरे हैं HCL और शिव नादर फाउंडेशन के फाउंडर शिव नादर (Shiv Nadar). 77 वर्षीय शिव नादर, 1,161 करोड़ रुपये के वार्षिक दान के साथ भारत के सबसे बड़े परोपकारी बन गए हैं. वहीं विप्रो के 77 वर्षीय अजीम प्रेमजी (Azim Premji) 484 करोड़ रुपये के वार्षिक दान के साथ दूसरे स्थान पर आ गए. अजीम प्रेमजी पिछले दो वर्षों से लगातार शीर्ष स्थान पर थे. प्रेमजी एकमात्र लिविंग इंडियन हैं, जिन्हें सदी के सबसे खास हुरुन परोपकारी लोगों में शामिल किया गया है.
भारत में सबसे उदार व्यक्तियों की यह 9वीं वार्षिक रैंकिंग है. यह भारत के बड़े दानदाताओं को दुनिया के सामने लाने का एक प्रयास है. यह सूची भारत के परोपकारी परिदृश्य में राष्ट्र निर्माण की दिशा में कार्य करने वाले व्यक्तिगत दानदाताओं के बढ़ते महत्व को भी प्रदर्शित कर रही है. इस सूची के 9वें वर्ष में 1 अप्रैल 2021 से लेकर 31 मार्च 2022 तक के दान का डेटा शामिल किया गया है. इस वर्ष की एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2022 में ऐसे व्यक्तियों को शामिल किया गया है, जिन्होंने समीक्षा अवधि के दौरान 5 करोड़ रुपये या उससे अधिक का दान दिया है.
गौतम अडानी ने कितने किए दान
भारत के सबसे अमीर व्यक्ति 60 वर्षीय गौतम अडानी 190 करोड़ रुपये के दान के साथ परोपकार सूची में इस साल 7वें स्थान पर हैं. हुरुन रिसर्च में भारत में 15 ऐसे व्यक्ति मिले हैं, जिन्होंने सालाना 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान दिया. वहीं 20 से ज्यादा व्यक्ति ऐसे हैं, जिन्होंने 50 करोड़ और 43 व्यक्तियों ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान दिया. पिछले 5 वर्षों में, 100 करोड़ रुपये से अधिक दान देने वाले दाताओं की संख्या 2 से बढ़कर 15 हो गई है, और 50 करोड़ से अधिक दान देने वालों की संख्या 5 से बढ़कर 20 हो गई है.
लार्सन एंड टुब्रो के ग्रुप चेयरमैन 80 वर्षीय एएम नाइक 142 करोड़ रुपये का दान देकर, लिस्ट के टॉप 10 में शामिल होने वाले पहले प्रोफेशनल मैनेजर बन गए हैं. जेरोधा के नितिन कामथ और निखिल कामथ ने अपना दान 300% बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया. 36 वर्षीय निखिल कामथ, एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार लिस्ट 2022 में सबसे युवा परोपकारी हैं. एनएस पार्थसारथी माइंडट्री के सह-संस्थापक सुब्रतो बागची और एनएस पार्थसारथी दोनों ने 213-213 करोड़ रुपये का दान दिया और इसके साथ वे एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2022 के शीर्ष 10 में शामिल हो गए हैं. इन्फोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि 159 करोड़ रुपये दान देकर लिस्ट में 9वें स्थान पर हैं.
भारत के टॉप 10 परोपकारी
यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) ने शिव नादर को USISPF लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा है. उन्हें टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री और परोपकारी पहलों के लिए यह अवॉर्ड मिला है.
परोपकारी सूची में 6 महिलाएं
एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2022 में 6 महिलाओं ने अपना स्थान पाया. परोपकार की सूची में 120 करोड़ रुपये के दान के साथ रोहिणी नीलेकणी भारत की सबसे उदार महिला हैं. यूएसवी की लीना गांधी तिवारी ने 21 करोड़ रुपये का दान दिया. अनु आगा और थर्मैक्स के परिवार ने वित्त वर्ष 2022 में 20 करोड़ रुपये का दान दिया और तीसरे स्थान पर आ गए.
19 नई एंट्रीज
हुरुन की इस सूची में 19 नए लोग जुड़ने से 832 करोड़ का नया अतिरिक्त कुल दान आया है. कोविड राहत के लिए महामारी से मिली प्रेरणा के बाद दान 44 गुना बढ़कर 473 करोड़ रुपये हो गया है. दान के मामले में शिक्षा सबसे पसंदीदा क्षेत्र है और इसके लिए 75 परोपकारी लोगों ने कुल मिलाकर 1,233 करोड़ रुपये का दान दिया है. इस साल की सूची में 51 सेल्फ मेड परोपकारी शामिल हैं. सूची में परोपकारी व्यक्तियों की औसत आयु 69 वर्ष है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2 वर्ष अधिक है. सूची में सबसे ज्यादा 33% परोपकारी मुंबई से हैं. 16 प्रतिशत नई दिल्ली से हैं.
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Edited by Ritika Singh