एडटेक स्टार्टअप FrontRow ने 75 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
बेंगलुरु स्थित फ्रंटरो को-फाउंडर इशान प्रीत सिंह ने एक ट्वीट में बताया कि यह निश्चित तौर पर एक मुश्किल फैसला, लेकिन जैसा कि हमने अपने व्यवसाय को देखा, हमने महसूस किया कि सेल्स और मार्केटिंग पर जो जोर हमने दिया था, वह कारोबार के निर्माण का गलत तरीका था.
एजुकेशन-टेक्नोलॉजी (एडटेक) प्लेटफॉर्म
ने अपने कुल कर्मचारियों में से 75 फीसदी को नौकरी से निकाल दिया है. Entrackr की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रंटरो द्वारा निकाले जाने वाले कर्मचारियों की कुल संख्या 130 है.बेंगलुरु स्थित फ्रंटरो को-फाउंडर इशान प्रीत सिंह ने एक ट्वीट में बताया कि यह निश्चित तौर पर एक मुश्किल फैसला, लेकिन जैसा कि हमने अपने व्यवसाय को देखा, हमने महसूस किया कि सेल्स और मार्केटिंग पर जो जोर हमने दिया था, वह कारोबार के निर्माण का गलत तरीका था.
ट्वीट में आगे कहा गया कि हम अपने प्रोडक्ट और प्रॉब्लम स्पेस को लेकर बहुत बुरे साबित हुए और अब हम नए अवतार में सामने आएंगे.
इससे पहले इस साल मई में इस हॉबी लर्निंग स्टार्टअप फ्रंटरो ने कठिन मार्केट कंडीशन का हवाला देते हुए अपने वर्कफोर्स के 30 फीसदी कर्मचारियों यानी 145 की छंटनी कर दी थी.
हालांकि, स्टार्टअप ने यह भी कहा कि वह उनसे कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों को इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट, सेल्स, जनरलिस्ट्स, ऑपरेशंस या कस्टमर सपोर्ट रोल्स में नौकरी पाने में मदद करेगा.
फ्रंटरो का बिजनेस मॉडल सैन फ्रांसिस्को स्थित एडटेक स्टार्टअप मास्टरक्लास की तरह है, जहां मशहूर हस्तियां आती हैं और अपने संबंधित क्षेत्रों से जुड़े कोर्सेज पढ़ाती हैं. स्टार्टअप द्वारा पेश किए जाने वाले पाठ्यक्रमों में नेहा कक्कड़ द्वारा सिंगिंग, बिस्वा कल्याण रथ द्वारा कॉमेडी, भुवनेश्वर कुमार द्वारा तेज गेंदबाजी, सुरेश रैना द्वारा बल्लेबाजी और युजवेंद्र चहल द्वारा स्पिन गेंदबाजी शामिल हैं.
पिछले हफ्ते ही, देश की दिग्गज एडटेक कंपनी
ने भी यह भी घोषणा की कि वह सेलेब-लीड कोर्सेज मुहैया कराने पर फोकस कर रहा है. इसके अगले सेशन में 16 अक्टूबर को भारत के पहले शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद शामिल होंगे.पिछले महीने, FrontRow ने मौजूदा निवेशकों Lightspeed और Elevation Capital की भागीदारी के साथ, आठ रोड्स वेंचर्स और GSV के नेतृत्व में एक सीरीज A राउंड में 14 मिलियन डॉलर जुटाए थे. इस राउंड में विशाल धदलानी, रफ्तार, कुणाल शाह, गौरव मुंजाल और फरीद अहसन जैसे एंजल इंवेस्टर्स ने भी भाग लिया.
फंडिंग के समय, स्टार्टअप ने कहा था कि इसने दुनियाभर के 2,000 शहरों में 50 हजार से अधिक पेड लर्नर्स तक अपना कारोबार बढ़ाया है, जिसमें यूजर्स फ्रंटरो पर सीखने में दस लाख घंटे से अधिक खर्च करते हैं.
निवेशक छोड़ रहे एडटेक कंपनियों का साथ
कोविड-19 लॉकडाउन हटने और ऑफलाइन एजुकेशन मार्केट के खुलने के बाद फंडिंग हासिल करने की समस्या का सामना कर रहे एडटेक मार्केट का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. ट्रैकर Tracxn के आंकड़ों के पता चलता है कि जनवरी से सितंबर के 9 महीने के दौरान फंडिंग 45 फीसदी तक घटकर 2.2 अरब डॉलर रह गई है. फंडिंग में आने वाली यह कटौती इंवेस्टर्स का विश्वास डिगने के कारण हुई है क्योंकि एडटेक कंपनियां लाभ हासिल करने में संघर्ष कर रही हैं.
11 हजार कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं एडटेक कंपनियां
साल 2022 की शुरुआत से अब तक एडटेक कंपनियां 11 हजार कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं. बीते जून में 2500 कर्मचारियों को निकालने के बाद देश की दिग्गज एडटेक यूनिकॉर्न बायजू ने 12 अक्टूबर को एक बार फिर से 2500 कर्मचारियों को निकालने की घोषणा की है.
वहीं, आर्थिक संकट का हवाला देते हुए फरवरी में रोनी स्क्रूवाला समर्थित एडटेक स्टार्टअप
ने 1200 कर्मचारियों को निकाल दिया था. इसके बाद पिछले महीने, Lido Learning ने नकदी की कमी के कारण नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की मुंबई बेंच में दिवाला और दिवालियापन के लिए अपील दायर की थी.वहीं, सॉफ्टबैंक समर्थित
ने सेल्स और मार्केटिंग और कुछ कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारियों को मिलाकर 750 लोगों को निकाला है. ने भी तीन चरणों में 700 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया था.
FrontRow और
ने क्रमश: 145 और 100 कर्मचारियों को निकाला था. उदय की को-फाउंडर सौम्या यादव ने तो यहां तक कहा दिया था कि वह अपना कारोबार बंद कर देंगी और 8.5 मिलियन डॉलर की फंडिंग निवेशकों को वापस लौटा देंगी. ने भी जून 2022 में 80 लोगों को कंपनी से निकाला था. जबकि 2021 में इस 1300 लोगों को हायर किया था. एडटेक प्लेटफॉर्म (पहले LEAD School) ने करीब 90 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था.खत्म नहीं हो BYJU’s का संकट, एक बार फिर 2500 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी