अब Youtube पर बिना एड के देख पाएंगे एजुकेशनल कंटेंट, कंपनी ले आई नया फीचर
यूट्यूब प्लेयर फॉर एजुकेशन एंड कोर्सेज फीचर ला रहा है जो कि वीडियो क्रिएटर्स को फीस के साथ या फीस के बिना ऑनलाइन क्लासेज का विकल्प देता है.
दुनिया के दिग्गज स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने अब खुद को डिजिटल एजुकेशन टूल्स मार्केट में बड़े पैमाने पर स्थापित करने के लिए स्कूल और कॉलेजों के लिए एक खास वर्जन लाने की घोषणा की है. इसके साथ ही इसने एजुकेशनल कंटेंट के लिए प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले क्रिएटर्स और इंस्टीट्यूशंस के लिए नए फीचर भी लॉन्च किया गया है.
यूट्यूब प्लेयर फॉर एजुकेशन एंड कोर्सेज फीचर ला रहा है जो कि वीडियो क्रिएटर्स को फीस के साथ या फीस के बिना ऑनलाइन क्लासेज का विकल्प देता है. द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, YouTube ने प्लेटफॉर्म पर एजुकेशनल कंटेंट बनाने वाले रचनाकारों के लिए नए टूल की घोषणा की है, जिसमें व्यूअर्स से वीडियो के लिए फीस वसूलने के तरीके शामिल हैं. दिलचस्प बात यह है कि अगले साल से, कुछ क्रिएटर्स व्यूअर्स के लिए वीडियो की प्लेलिस्ट के साथ फ्री या पेड कोर्सेज तैयार करने में सक्षम होंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई व्यूअर कोई कोर्स खरीदता है तो वह व्यूअर कंटेंट को एडफ्री देखने में सक्षम होगा और वीडियोज को बैकग्राउंड में भी चला सकेगा. सबसे पहले बीटा वर्जन में ये कोर्सेज अमेरिका में दक्षिण कोरिया में लॉन्च किए जाएंगे.
यही नहीं, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, दिग्गज टेक कंपनी ने एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए प्लेयर फॉर एजुकेशन नामक इस सेवा को लाइसेंस देने की योजना की घोषणा की है, जो तब विभिन्न प्रतिबंधों के साथ YouTube की विशाल लाइब्रेरी को फ़िल्टर कर सकती हैं. यह सेवा न तो विज्ञापन चलाएगी और न ही वीडियो रिकमेंड करेगी. शुरुआत में, YouTube EDpuzzle Inc., पर्ड्यू यूनिवर्सिटी ग्लोबल इंक. और Google क्लासरूम के साथ काम कर रहा है, जो YouTube की पैरेंट, Alphabet Inc. के Google के हिस्से हैं.
यूट्यूब ने अपने ऑफिशियल ब्लॉग में कहा कि एजुकेशन सेक्टर में YouTube के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए, हम एक नया YouTube एम्बेडेड प्लेयर YouTube प्लेयर फॉर एजुकेशन लॉन्च कर रहे हैं, जो विज्ञापनों, बाहरी लिंक या रिकमेंडेशंस जैसे चीजों के माध्यम से ध्यान बटाए बिना आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले एजुकेशन ऐप्स पर सामग्री दिखाता है. YouTube प्लेयर फॉर एजुकेशन और भी बेहतर YouTube अनुभव के लिए Google क्लासरूम में मौजूदा YouTube एम्बेडेड प्लेयर में भी सुधार करेगा.
यूट्यूब ने कहा है कि अपनी नई सेवा से होने वाली पूरी कमाई को पहले दो सालों में क्लासरूम में वीडियो चलाने वाले क्रिएटर्स को देगा. इसके बाद वह क्रिएटर्स को होने वाली कमाई पर कमीशन लेना शुरू करेगा.
Edited by Vishal Jaiswal