तेलंगाना में दो बाघ रिजर्व, सुरक्षा के लिए विशेष बल
तेलंगाना के दो बाघ रिजर्वों के लिए एनटीसीए ने दी विशेष बलों को मंजूरीअमराबाद और कवल स्थित बाघ रिजर्वों में विशेष बाघ सुरक्षा बल की नियुक्ति2017 से पहले होगी तैनातीएसटीपीएफ में 120 जवान शामिल होंगेजवानों को अर्धसैन्य बलों या पुलिस की तर्ज पर प्रशिक्षित किया जाएगाअमराबाद में 18 से 23 बाघ होने का अनुमान
पीटीआई
तेलंगाना के दोनों बाघ रिजर्वों के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने विशेष तौर पर प्रशिक्षित बलों को मंजूरी दे दी है और ये बल वर्ष 2017 से पहले तैनात कर दिए जाएंगे। यह जानकारी एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने दी।
तेलंगाना के प्रमुख वन्यजीवन संरक्षक पी के शर्मा ने पीटीआई भाषा को बताया, ‘‘अमराबाद और कवल स्थित बाघ रिजर्वों में विशेष बाघ सुरक्षा बलों :एसटीपीएफ: की नियुक्ति के लिए केंद्र से मंजूरी के साथ हम बाघों को सुरक्षित पनाहगाह और वन्यजीवन क्षेत्रों के लिए सुरक्षा उपलब्ध करवा सकते हैं।’’ शर्मा ने कहा कि एसटीपीएफ में 120 जवान शामिल होंगे और इन्हें अर्धसैन्य बलों या पुलिस की तर्ज पर प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें रेंज और वन अधिकारी होंगे।
उन्होंने कहा कि ये जवान 40 साल की उम्र तक इस बल में अपनी सेवाएं देंगे। इसके बाद इन्हें विभाग की नियमित नियुक्तियों में रख लिया जाएगा। शर्मा ने कहा, ‘‘इस बल को उन संस्थानों में प्रशिक्षण मिलेगा, जहां पुलिस और अर्धसैन्य बलों को प्रशिक्षण मिलता है। उन्हें हथियारों से अच्छी तरह लैस किया जाएगा और साथ ही तस्करों, शिकारियों और अतिक्रमणकारियों से निपटने के लिए जरूरी कौशल भी सिखाए जाएंगे।’’ इन विशेष बलों की तैनाती के बारे में शर्मा ने कहा कि ऐसा दो साल के भीतर या उससे पहले ही किया जा सकता है।
शर्मा ने कहा, ‘‘शस्त्रों की खरीद और बलों के रखरखाव समेत सारा खर्च केंद्र द्वारा वहन किया जाएगा। हमने तेलंगाना सरकार से अनुरोध किया है कि वह नियुक्ति की मंजूरी दे। एक बार हमें सरकार से अनुमति मिल जाए, फिर हम नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर देंगे।’’ इन दोनों रिजर्वों में बाघों की संख्या के बारे में शर्मा ने कहा, ‘‘कवल रिजर्व में पांच से छह बाघ मौजूद हैं। हमारे पास कैमरे में उनकी तस्वीरें कैद हैं। अमराबाद में 18 से 23 बाघ होने का अनुमान है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने अमराबाद में बाघों के बच्चे देखे हैं, जिसका अर्थ है कि उनकी संख्या बढ़ रही है। हमें उम्मीद है कि ऐसी ही स्थिति कवल में भी होगी।’’ कवल टाइगर रिजर्व तेलंगाना के अदिलाबाद जिले में है जबकि अमराबाद टाइगर रिजर्व महबूबनगर और नलगोंडा जिलों में है।