भारत में इथेनॉल का प्रोडक्शन 12% बढ़ा, 2025 तक इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा देश: पीयूष गोयल
उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूछे गये एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच के कारण इस साल इथेनॉल का उत्पादन बढ़कर 12 प्रतिशत हो गया है और इस कारण कई बंद पड़ी चीनी मिलें शुरू हो गई हैं और लाभ में आई हैं.
सरकार ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि देश में इस साल इथेनॉल का उत्पादन बढ़कर 12 प्रतिशत हो गया है और भारत 2025 तक इथेनॉल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएगा.
उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूछे गये एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच के कारण इस साल इथेनॉल का उत्पादन बढ़कर 12 प्रतिशत हो गया है और इस कारण कई बंद पड़ी चीनी मिलें शुरू हो गई हैं और लाभ में आ गयी हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘इससे नई नौकरियों का सृजन हो रहा है और गन्ना किसानों को भी प्रोत्साहन मिल रहा है. सहकारिता क्षेत्र में भी जो चीनी मिलें बंद थीं, वे भी शुरू हो गई हैं.’’
गोयल ने कहा कि चीनी मिलों में अब चीनी के उत्पादन के साथ इथेनॉल का संयंत्र लगने से देश की सभी चीनी मिलें लाभ में हैं और एक तरह से ‘सर्कुलर’ अर्थव्यवस्था देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि पहले देश में गन्ना किसानों को तकलीफें झेलनी पड़ती थीं, वे भुगतान के लिए भटकते थे और मिलों के चक्कर लगाते थे.
उन्होंने यह भी कहा कि कई बार सालों तक चीनी मिल द्वारा भुगतान नहीं किया जाता था, जबकि आज पूरे देश में पिछले चीनी सीजन का लगभग 98-99 प्रतिशत गन्ना किसानों का भुगतान हो चुका है.
उन्होंने बताया कि देश में केवल दो, तीन मिल रह गई हैं, जो भुगतान नहीं कर पाई हैं. उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति ने एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि 2014 में देश में इथेनॉल का उत्पादन केवल 1.5 प्रतिशत था लेकिन सरकार की प्रतिबद्धता है कि 2025 तक भारत इथेनॉल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएगा और निस्संदेह इसमें चीनी मिलों का बड़ा योगदान रहा है.