94 फीसदी स्टूडेंट्स पसंद करते हैं स्मार्टफोन से पढ़ना : बायजू
कंपनी ने यह जानकारी अपने ‘स्मार्टफोन आधारित शिक्षण सामग्री का के-12 एप के विद्यार्थियों पर प्रभाव’ अध्ययन के आंकड़े जारी करते हुए दी।
भारत में ऑनलाइन शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने वाली कंपनी बायजू ने एक अध्ययन में पाया है, कि स्मार्टफोन पर पढ़ाई करने से विद्यार्थियों को खुद पढ़ाई करने में मदद मिलती है, साथ ही स्मार्टफोन से की जाने वाली पढ़ाई विद्यार्थियों को अवधारणाओं को समझने तथा अध्याय को जल्दी खत्म करने में सक्षम भी बनाती है।
कंपनी ने यह जानकारी अपने ‘स्मार्टफोन आधारित शिक्षण सामग्री का के-12 एप के विद्यार्थियों पर प्रभाव’ अध्ययन के आंकड़े जारी करते हुए दी।
गौरतलब है कि कंपनी के-12 एप के माध्यम से कक्षा चार से 12 एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की शिक्षण सामग्री स्मार्टफोन पर उपलब्ध कराती है।
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में बताया है, कि उसके अध्ययन के दौरान 97 प्रतिशत विद्यार्थियों ने कहा कि इस एप के माध्यम से वह अपना पाठ जल्दी खत्म कर लेते हैं। 82 फीसदी अभिभावकों ने कहा कि एप की वजह से बच्चे स्वयं पढ़ने को प्रेरित होते हैं। वहीं 93 फीसदी अभिभावकों का कहना है कि इससे उनके बच्चों के परिणामों में सुधार आया है।
कंपनी के सह-संस्थापक प्रवीण प्रकाश के अनुसार, हमारा अध्ययन दर्शाता है कि कैसे तकनीक के द्वारा बच्चों की पढ़ाई के तरीकों में बदलाव आ रहा है। शिक्षा क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल बच्चों के पढ़ने और सीखने के तरीके को पूरी तरह से बदल रहा है। हमारे एप का इस्तेमाल करके विकसित होने वाले विद्यार्थियों की बड़ी संख्या है। वास्तव में अभिभावक खुद बताते हैं कि कैसे तकनीक की मदद से उनके बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा हुई है और वे अध्याय को रटने के बजाए अब अवधारणा को मूल रूप से समझते हैं।