सेहत के लिए वाह! वाह! हरी मिर्च
मिर्च को आमतौर पर सेहत के लिए नुकसानदेह माना जाता है, लेकिन असल में मिर्च सेहत के लिए बेहद लाभदायक है।
"वैसे तो लाल और हरी मिर्च दोनों अच्छी होती हैं, लेकिन यदि तुलना की जाये तो सेहत के लिहाज से हरी मिर्च ज्यादा बेहतर होती है।"
"देश में प्राचीन काल से ही दवाओं में सूखी हरी मिर्च का इस्तेमाल होता रहा है, लेकिन एसिडिटी, गैस्ट्रिक और अल्सर से पीड़ित लोगों को मिर्च का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।"
"रिसर्च से यह बात साबित हो चुकी है, कि यदि खाने में विटामिन-सी का लगातार प्रयोग किया जाये तो वे न केवल हमारे शरीर को किटाणुओं से लड़ने की ताकत देता है, बल्कि स्कर्वी जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं और मिर्च में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला विटामिन-सी आंखों के लिए बहुत उपयोगी है।"
उफ्फ् मिर्ची! हाय मिर्ची! मिर्ची खाने के बाद मुंह से हमेशा यही निकलता है, लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो बिना मिर्च के खाना नहीं खाते। ऐसे लोगों को देखकर बहुत हैरानी भी होती है। दरअसल हरी और लाल मिर्च देखने में जfतनी चटख होती है, खाने में उतनी ही तिखी। मिर्च को आमतौर पर सेहत के लिए नुकसानदेह माना जाता है, लेकिन मिर्च सेहत की लिए बहुत लाभदायक होती है।
मिर्च में पाया जाने वाला कैपसैसिन नाम का तत्व न केवल तीखेपन के लिए जिम्मेदार नहीं होता है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी बेहतर होता है। उसके एंटी बैक्टीरियल तत्व कैंसर और डायबिटीज में फायदेमंद होने के आलाव दर्द से भी राहत दिलाते हैं। मिर्च में पाया जाने वाला विटामिन हड्डियों के आलावा शरीर के दूसरे अंगों और त्वचा को भी स्वस्थ्य रखता है। रिसर्च से यह बात साबित हो चुकी है, कि यदि खाने में विटामिन सी का लगातार प्रयोग किया जाये तो वे न केवल हमारे शरीर को किटाणुओं से लड़ने की ताकत देता है, बल्कि स्कर्वी जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं और मिर्च में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला विटामिन सी आंखों के लिए बहुत उपयोगी है।
"कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की रिसर्च के मुताबिक तो मिर्च खाने से शरीर में जो गर्मी बनती है, उससे हमारी कैलोरी खर्च करने की क्षमता बढ़ती है और फैट कम होता है, साथ ही हरी मिर्च प्रोस्टेट कैंसर के खतरे से भी बचाती है।"
मिर्च की एक और किस्म होती है, शिमला मिर्च। वैसे तो उसमें तीखापन न के बराबर होता है, लेकिन उसमें पाए जाने वाले बीटा कैरोटीन, अल्फा कैरोटीन और ल्यूटिन जैसे एंटी अॉक्सिडेंट हमारे शरीर को फ्री रैडिकलव से बचाते हैं और कोशिकाओं की उम्र बढ़ाते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल कम करने के अलावा लिपिड प्रोटीन की मात्रा को भी संतुलित करता है। मिर्च में पोटैशियम, मैग्निशियम और आयरन जैसे मिनरल भी पाए जाते हैं, जो दिल स्वस्थ रखने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने का काम करते हैं।
सर्दी में नाक बंद होने की वजह से बहुत परेशानी होती है। कैपसिंस बंद नाम को खोलने का भी काम करता है, जो कि हरी मिर्च में पाया जाता है। इसका एंटिबैक्टिरियल तत्व साइनस के इंफेक्शन से भी बचाने का काम करता है।
इसलिए, एक दिन के खाने में एक टी-स्पून मिर्च पाउडर का इस्तेमाल सेहत के लिहाज से एकदम सही है।