377 पर फैसला आने के बाद देश की पहली ट्रांसजेंडर ब्यूरोक्रेट ने बनाया शादी का प्लान
अब ओडिशा की एक ट्रांसजेंडर अधिकारी ने शादी करने का फैसला किया है। उस अधिकारी का नाम है ऐश्वर्या रितुपर्ण प्रधान, जो इस वक्त पारादीप में डेप्युटी कमिश्नर (जीएसटी) के पद पर तैनात हैं।
ऐश्वर्या काफी समय से अपने पार्टनर के साथ हैं। उनका जन्म एक पुरुष के तौर पर हुआ था और वह रतिकांत प्रधान के के नाम से जानी जाती थीं। लेकिन बाद में उन्होंने सर्जरी के जरिए अपना लिंग परिवर्तित करवा लिया।
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए भारतीय दंड संहिता की घारा 377 को अमान्य घोषित कर दिया। इससे समान लिंग के लोगों को अपने मन मुताबिक साथी चुनने का रास्ता साफ हो गया। इस फैसले से जहां एक ओर LGBTQ समुदाय के मन से खुल कर जीने का डर खत्म हुआ तो वहीं दूसरी ओर समाज में बराबरी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना गया। अब ओडिशा की एक ट्रांसजेंडर अधिकारी ने शादी करने का फैसला किया है। उस अधिकारी का नाम है ऐश्वर्या रितुपर्ण प्रधान, जो इस वक्त पारादीप में डेप्युटी कमिश्नर (जीएसटी) के पद पर तैनात हैं।
ऐश्वर्या काफी समय से अपने पार्टनर के साथ हैं। उनका जन्म एक पुरुष के तौर पर हुआ था और वह रतिकांत प्रधान के के नाम से जानी जाती थीं। लेकिन बाद में उन्होंने सर्जरी के जरिए अपना लिंग परिवर्तित करवा लिया। इसके बाद उन्होंने अपना नाम भी बदल कर ऐश्वर्या रितुपर्ण प्रधान कर लिया। ऐश्वर्या ओडिशा के कंधमाल जिले के कनाबागिरी गांव की रहने वाली हैं।। उनके पिता आर्मी में अफसर थे। लेकिन फिर भी उन्हें मानसिक प्रताड़ना सहनी पड़ती थी।
स्कूल में भी ऐश्वर्या को भेदभाव झेलना पड़ा। वह बताती हैं, 'मैं क्लास के सभी बच्चों से अलग व्यवहार करती थी, इस वजह से टीचर मुझे अपमानित करते थे। जब मैं पोस्ट ग्रैजुएशन करने के लिए भुवनेश्वर आई तो हॉस्टल में मेरा शारीरिक उत्पीड़न किया गया। बाद में जब मैंने राज्य सिविल सेवा की परीक्षा पास कर नौकरी करने आई तो यहां भी मुझे संशय की निगाह से देखा गया।'
2014 में जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर अपना फैसला सुनाया था तो ऐश्वर्या को उससे काफी प्रेरणा मिली और उन्होंने इस पर खुल कर बात करनी शुरू कर दी। ऐश्वर्या ने हाल ही में शादी की घोषणा की है और वे बाद में एक बच्ची को गोद लेने की योजना बना रही हैं। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करतेहुए उन्होंने कहा, 'मेरा बॉयफ्रेंड मुझसे एक साल से शादी करने के लिए कह रहा था, लेकिन मैंने धारा-377 की वजह से शादी रोक कर रखी। अब जब सुप्रीम कोर्ट ने इस धारा को अपराधमुक्त कर दिया तो अब मैं शादी करूंगी।'
वहीं बच्ची को गोद लेने के बारे में वह आगे कहती हैं, 'मैं अपने स्त्रीत्व से उसी परविश करूंगी। मैंने उसे मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में शामिल होने के ख्वाब देखे हैं। जहां वह दुनिया को बता सके कि वह एक ट्रांसजेंडर पैरेंट की संतान है। वह मेरे लिए गर्व का क्षण होगा।' ऐश्वर्या कहती हैं कि धीरे ही सही लोगों की मानसिकता बदल रही है और धारा 377 का हटना वाकई में समाज में बराबरी की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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