फिनटेक स्टार्टअप Jify ने Accel और Nexus Venture Partners से जुटाए 79 करोड़ रुपये
फिनटेक स्टार्टअप
ने Accel और Nexus Venture Partners से सीरीज ए फंडिंग राउंड में 10 मिलियन डॉलर (करीब 79 करोड़ रुपये) जुटाए हैं. स्टार्टअप इस ताजा फंडिंग का उपयोग अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को मजबूत करने, सभी क्षेत्रों और शहरों में ग्राहक अधिग्रहण में तेजी लाने के लिए करेगा.भारत के 450 मिलियन से अधिक एम्पलॉय्ज का लगभग 70% पेचेक-टू-पेचेक (paycheck-to-paycheck) रहता है, और परिणामस्वरूप, हाई-कोस्ट इमरजेंसी लोन या सैलरी-डे लोन का सहारा लेते हैं, जिसमें हाई-इंटरेस्ट फीस 35% से अधिक होती है. यह उन्हें फाइनेंशियल स्ट्रेस की ओर ले जाता है, इसका असर उनकी पर पड़ता है. कर्मचारियों की सालाना आय का 30% कम हो जाता है जो कि 50 बिलियन डॉलर तक बढ़ जाता है.
अनीशा दोसा ऐबारा, अनुषा रामकृष्णन और आदित्य मेहता द्वारा 2021 में शुरू किया गया Jify, कॉरपोरेट्स के साथ पार्टनरशिप करके इन फाइनेंशियल प्रॉब्ल्म्स को सॉल्व करता है ताकि उनके एम्पलॉई बेस तक "नो कॉस्ट, नो रिस्क" की पेशकश की जा सके.
कंपनियों के साथ Jify पार्टनर्स कर्मचारियों को उनके ऑन-डिमांड सैलरी को रीयल-टाइम में और जीरो कोस्ट पर एक्सेस करने में सक्षम बनाता है. यानी पार्टनर कंपनी में एक कर्मचारी Jify में लॉग इन कर सकता है, अपनी सैलरी देख सकता है. जरूरत के हिसाब से सैलरी निकाल सकता है. Jify ब्लू-कॉलर, ग्रे-कॉलर और व्हाइट-कॉलर कर्मचारियों की मदद करता है. अपनी लॉन्च के बाद से, स्टार्अप ने पार्टनर कॉरपोरेट्स में अपने यूजर ग्रुप्स द्वारा 50% से अधिक को मजबूत रूप से अपनाया है. इसके अलावा, फाइनेंशियल वेलनेस के लिए स्टार्टअप का समग्र दृष्टिकोण कर्मचारियों को ‘Smart Spend’ और ‘Smart Save’ टूल प्रोवाइड करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी उधार लेने वाले बचत करना सीख जाएं.
Accel की इन्वेस्टर और वाइस प्रेसिडेंट, मानसी शाह ने कहा, "Jify भारत के लिए फाइनेंशिल इन्कलुजन और लाभों की उभरती लहर का नेतृत्व कर रहा है. स्टार्टअप भारतीय वर्कफोर्स के लिए फायदेमंद है जो कैश फ्लो और सेविंग को बेहतर ढंग से मैनेज कर सकता है. और उन एम्पलॉयर्स के लिए जो अधिक लाभ दे सकते हैं और नौकरी छोड़ने को कम कर सकते हैं. Accel Jify टीम को तब से जानता है जब उन्होंने Atoms प्रोग्राम के जरिए प्री-सीड फंडिंग जुटाई थी. हम अनीशा, अनुषा और आदित्य के असाधारण नेतृत्व में Jify की नई कैटेगरी को देखने के लिए उत्साहित हैं."
केवल 12% से कम युवा अपनी सैलरी बचाते हैं और अधिकांश को क्रेडिट ओवरड्राफ्ट फीस का सामना करना पड़ता है. यह उन्हें कर्ज के जाल में धकेल देता है जिससे बचना मुश्किल है.
Nexus Venture Partners के प्रिंसिपल, आनंद दत्ता का मानना है कि "बाजार में बड़ा अंतर है, विशेष रूप से, कंज्यूमर फाइनेंस सेक्टर में, जहां अधिकांश पेशेवरों को या तो गलत सूचना दी जाती है या उन्हें फाइनेंशियल वेलनेस की बेसिक बातें नहीं बताई जाती हैं. यह फाइनेंशिल प्रोडक्ट्स की कमी की वजह से है, जो उनकी जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज किए गए हैं. और साथ ही एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म से आसानी से उपलब्ध हैं. Jify के फाउंडर्स ने इस यूजर के अनुकूल फिनटेक प्लेटफॉर्म को व्यावहारिक समाधानों के साथ उस अंतर को पूरा करने के लिए बनाया है जो अंततः उधार लेने वालों को बचत करना सिखाता है. इससे उनकी पर्सनल फाइनेंस वेलनेस को मजबूती मिलती है. ”
Jify की को-फाउंडर और सीओओ, अनुषा रामकृष्णन ने कहा, “यह फंडिंग राउंड Jify को भारतीय बाजार में पैमाना बनाने की क्षमता प्रदान करेगा. हम राष्ट्रीय स्तर पर अपनी टीमों का निर्माण करने, बेस्ट टेक्नोलॉजी ऑफर करने और एम्प्लॉयर्स और एम्पलॉइज दोनों के लिए एक इनोवेटिव प्रोडक्ट एक्सपीरियंस बनाने में सक्षम होंगे. फंडिंग से हमें अपनी ग्राहक अधिग्रहण क्षमताओं को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी."
Jify वर्कप्लेस प्रोडक्टिविटी को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है और ऑर्गेनाइजेशनल प्रोडक्टिविटी में सुधार करने में मदद करता है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचाता है. नियोजित वर्कफोर्स के लिए, नो कॉस्ट ऑन-डिमांड सैलरी प्रोडक्ट के अलावा, Jify ‘Smart Spend’ और ‘Smart Save’ फीचर्स भी प्रोवाइड करता है. इसे ऐप पर Jify डिजिटल कार्ड से एक्सेस किया जा सकता है जहां कर्मचारी स्मार्ट बजटिंग और एक्सपेंस ट्रैकिंग जैसे अन्य लाभों के साथ कैशबैक और रिवार्ड प्राप्त कर सकते हैं.
Edited by रविकांत पारीक