देश में हर साल पांच लाख सड़क हादसों में होती है डेढ़ लाख लोगों की मौत: गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया हादसों में ढाई से तीन लाख लोग घायल होते हैं और इससे देश के सकल घरेलू उत्पाद में दो प्रतिशत का नुकसान होता है। इसके अलावा सड़क हादसों में मारे जाने वाले 62 प्रतिशत लोगों की उम्र 18 से 35 साल के बीच होती है। सड़क हादसों में 29 प्रतिशत कमी और इन दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में 30 प्रतिशत कमी लाने के लिए तमिलनाडु की प्रशंसा की।
नागपुर, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि हर साल देश में होने वाले पांच लाख सड़क हादसों में करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि उनका मंत्रालय तमाम प्रयासों के बावजूद इस संख्या को कम करने में असफल रहा।
गडकरी नागपुर में सड़क सुरक्षा सप्ताह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे जिसकी शुरुआत शनिवार को हुई और यह 17 जनवरी तक चलेगा।
गडकरी ने कहा कि इन हादसों में ढाई से तीन लाख लोग घायल होते हैं और इससे देश के सकल घरेलू उत्पाद में दो प्रतिशत का नुकसान होता है। इसके अलावा सड़क हादसों में मारे जाने वाले 62 प्रतिशत लोगों की उम्र 18 से 35 साल के बीच होती है।
उन्होंने सड़क हादसों में 29 प्रतिशत कमी और इन दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में 30 प्रतिशत कमी लाने के लिए तमिलनाडु की प्रशंसा की।
गडकरी ने कहा कि लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता और पुलिस, आरटीओ, गैर सरकारी संगठनों एवं अन्य की संयुक्त प्रयास सड़क हादसों को कम करने की कुंजी है।
गौरतलब हो इससे पहले खबरें आई थीं कि हादसों के मामले में पांच महीने जनवरी, मई, अप्रैल, मार्च और दिसंबर सबसे ज्यादा खतरनाक हैं। जनवरी से मई 2018 के बीच भारत में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए। इनमें जनवरी में 40,606, मई में 40,163, अप्रैल में 38,718, मार्च में 38,213 और दिसंबर में 37,470 सड़क हादसे हुए।
आपको बता दें कि नागपुर में चल रहा सड़क सुरक्षा सप्ताह शनिवार को शुरू हुआ था और यह आगामी 17 जनवरी तक चलेगा।
(Edited by रविकांत पारीक )