पांच अजीब रंग संयोजन जो वास्तव में शुभ हो सकते हैं
वास्तुआचार्य मनोज श्रीवास्तव, के अनुसार इस लेख में पांच रंग संयोजन बताये गए हैं जो पहली नज़र में आपको अजीब लग सकते हैं पर वास्तु संम्मत होने के साथ-साथ ये आपके जीवन के किसी एक आयाम को सकारात्मक कर सकते हैं।
वास्तु में रंगों का बहुत महत्व है। जहाँ एक और गलत दिशा में गलत रंग वास्तु-दोष बना सकते हैं वहीँ दूसरी और सही दिशा में सही रंग आपके जीवन के किसी आयाम को शुभ कर सकते हैं। किसी कमरे का रंग का चयन इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण है कि एक बार आप ने इसका चयन कर लिया तो फिर आसानी से इसे बदला नहीं जा सकता।
वास्तुआचार्य मनोज श्रीवास्तव, के अनुसार इस लेख में पांच रंग संयोजन बताये गए हैं जो पहली नज़र में आपको अजीब लग सकते हैं पर वास्तु संम्मत होने के साथ-साथ ये आपके जीवन के किसी एक आयाम को सकारात्मक कर सकते हैं। इन रंगों के समुच्चय को आप किसी भी तरह से कर सकते हैं जैसे दीवार के रंग और फर्नीचर के रंग में, परदे के रंग और सोफे के रंग में, दीवार और परदे के रंग में, या फिर दीवार में ही दो रंगों का मिश्रण बनाने में।
लाल और सुनहरा
इन दो रंगों की जोड़ी धन की द्योतक है- आपने देखा होगा की गिफ्ट को लाल कागज़ से लपेटकर उसपे सुनहरा रिबन बांधते हैं। सुनहरा रंग आकाश तत्व का प्रतिनिधत्व करता है और लाल रंग अग्नि तत्व को लक्षित करता है। दोनों मिलकर उच्च पद के प्रतीक बन जाते हैं, ऑफिस में इन दो रंगों का संयोजन दक्षिण पश्चिम में जहां कंपनी का टॉप बॉस बैठते हैं उनके केबिन में प्रयोग कर सकते हैं। घर में इन दो रंगों का प्रयोजन बेडरूम के लिए उपयुक्त नहीं है पर आप इन्हें किचन या लिविंग रूम में प्रयोग कर सकते हैं।
श्याम-श्वेत
उपरी तौर से ये दो रंगों का संयोजन अजीब नहीं लगता है पर बहुत कम इंटीरियर डेकोरेटर इस जोड़ी का प्रयोग करते हैं, शायद इसलिए कि ये ब्लैक-एंड-वाइट टीवी की याद दिलाता है। क्योंकि श्याम रंग कर्मपात्र स्त्रैण तत्व या यिन उर्जाओं का प्रतीक है और सफ़ेद रंग कर्ता पुरुष तत्व का प्रतीक है, इनके जोड़ी को समरसतापूर्ण माना जा सकता है। हालांकि बहुत ज्यादा श्याम रंग किसी भी जगह के लिए उपयुक्त नहीं है, न आप बेडरूम में न ही ऑफिस में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। हाँ अगर आपका किचन उत्तर-पश्चिम में है तो किचन के कैबिनेट्स में इस जोड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसमें भी काला रंग कम रखकर सफ़ेद का ज्यादा प्रयोग करें। ऑफिस के उत्तर दिशा, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम दिशाओं में इनका प्रयोग किया जा सकता है।
पीला-श्वेत
ये एक अत्यंत शुभ सम्मिश्रण है। जहाँ भी आपको क्रियाशील उर्जाओं की आवश्यक्ता है वहाँ इसका प्रयोग किया जा सकता है। ऑफिस में इसका इस्तेमाल आप स्टाफ के कार्यक्षेत्र वाले हाल में कर सकते हैं। घरों में इसे पूजा रूम, अध्ययन कक्ष और लिविंग रूम में भी कर सकते हैं।
नीला और हरा
यह सचमुच बड़ा ही अजीब रंग संयोजन है पर वास्तु अनुसार ये पानी और हवा की लहर को दर्शाता है। ऑफिस में और घर में जहां भी आपको निरंतर प्रगति प्रदान करने वाली उर्जाओं की अवश्यकता है वहाँ आप इस रंगों की जोड़ी को लगा सकते हैं। विशेषतः आप इसका प्रयोग उत्तर दिशा और पूर्व दिशा में कर सकते हैं।
लाल और हरा
यह एक अनोखा रंगों का संयोजन है जो पूर्णतः समरस है। जब आपको समाज में प्रतिष्ठा और प्रसिद्धि की आवश्यकता है तो आप इस रंगों की जोड़ी को प्रयोग में ला सकते हैं। सोफे का रंग लाल और दीवारों का रंग हरा, या फिर हरी दीवारों के साथ लाल कारपेट। इन रंगों की जोड़ियों को आप किचन कैबिनेट्स में भी लगा सकते हैं। मुख्य रूप से इन्हें पूर्व, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण दिशाओं में लगाना चाहिए।
वास्तुआचार्य मनोज श्रीवास्तव द्वारा दिए गए इन रंग संयोजन से निश्चित ही आपके मस्तिष्क में आपके घर और ऑफिस में रंगों के चुनाव के नए-नए आईडिया आ रहे होंगे।