Zomato को ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के लिए RBI से मिली मंजूरी
अगस्त 2021 में स्थापित, Zomato Payments Pvt Ltd को वॉलेट और पेमेंट गेटवे सेवाओं सहित डिजिटल भुगतान सेवाएं प्रदान करने के लिए बनाया गया था.
की सहायक कंपनी Zomato Payments Pvt Ltd को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से पेमेंट एग्रीगेटर (PA) लाइसेंस की मंजूरी मिल गई है. यानि कंपनी को प्लेटफॉर्म के माध्यम से ईकॉमर्स लेनदेन करने की अनुमति मिल गई है.
स्टार्टअप 24 जनवरी, 2024 से आरबीआई द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुरूप भारत में एक ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करेगा.
Zomato ने कहा, “कंपनी ने कहा है कि 4 अगस्त 2021 को कंपनी की ओर आरबीआई के पास पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस प्राप्त करने के लिए जो र्जी डाली गई थी उसके तहत अब जोमैटो को लाइसेंस दे दिया गया है. कंपनी ने बताया कि यह लाइसेंस जोमैटो पेमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है जो जोमैटो प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है. आरबीआई की ओर से कंपनी को लाइसेंस 24 जनवरी 2024 को दिया गया है."
फूडटेक फर्म पेमेंट लाइसेंस हासिल करने के लिए Enkash, Razorpay, और Tata Pay जैसी कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है.
पिछले साल, ज़ोमैटो एक थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रदाता के रूप में परिचालन में आया, जो यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (UPI) के माध्यम से भुगतान की पेशकश करता था. कंपनी ने मर्चेंट और पीयर-टू-पीयर भुगतान दोनों प्रदान करने के लिए ICICI बैंक के साथ सहयोग किया, जैसा कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की वेबसाइट पर दर्शाया गया है.
इसके अलावा, गुरुग्राम स्थित कंपनी ने 'डेली पेआउट्स' की शुरुआत की, जिससे रेस्तरां भागीदारों को दैनिक भुगतान तक पहुंचने की अनुमति मिली, जिससे भोजनालयों के लिए कार्यशील पूंजी की आवश्यकताएं बढ़ गईं.
अगस्त 2021 में स्थापित, ज़ोमैटो पेमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (ZPPL) को वॉलेट और पेमेंट गेटवे सेवाओं सहित डिजिटल भुगतान सेवाएं प्रदान करने के लिए बनाया गया था. प्लेटफ़ॉर्म में Zomato Pay की भी सुविधा है, जो उपयोगकर्ताओं को चयनित रेस्तरां में ज़ोमैटो ऐप के माध्यम से सीधे भुगतान करने की अनुमति देता है.
(Translated by: रविकांत पारीक)