नई दिल्ली में होने जा रहे रायसीना डायलॉग 2020 में हिस्सा लेंगे 13 देशों के विदेश मंत्री, '21 एट 20 : अल्फा सदी के रास्ते' विषय पर होगी चर्चा
नई दिल्ली में 14 जनवरी से शुरू होगा रायसीना डायलॉग। रूस, ईरान, ऑस्ट्रलिया समेत 13 देशों के विदेश मंत्री लेंगे हिस्सा। कुल 105 देशों के 180 से अधिक प्रतिनिधि सम्मेलन में शिरकत करेंगे। सम्मेलन का विषय होगा- 21 एट 20 : अल्फा सदी के रास्ते। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन ने बयान के जरिए साझा की जानकारी।
नई दिल्ली- रूस, ईरान और ऑस्ट्रेलिया समेत 13 देशों के विदेश मंत्री यहां मंगलवार से शुरू हो रहे पांचवें भौगोलिक-राजनीतिक सम्मेलन ‘रायसीना डायलॉग’ में हिस्सा लेंगे।
ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि उसके और विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में कई उपविदेश मंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सेना प्रमुख और अन्य उच्चस्तरीय नीति निर्माता, विद्वान एवं अधिकारी हिस्सा लेंगे।
बयान के अनुसार 105 देशों के 180 से अधिक प्रतिनिधि इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे जिसका विषय ‘21 एट 20 : अल्फा सदी के रास्ते’ है।
बयान के अनुसार सम्मेलन में 116 वक्ता होंगे। उसके मुताबिक विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा इस साल सम्मेलन में रूस, ईरान, आस्ट्रेलिया, मालदीव, दक्षिण अफ्रीका, लातविया, उज्बेकिस्तान, एस्टोनिया, डेनमार्क, हंगरी, रवांडा और तंजानिया के विदेश मंत्री भी शिरकत करेंगे। बयान के अनुसार पूर्व अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई भी हिस्सा लेंगे।
अगले सप्ताह भारत आ रहे ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ की यह यात्रा इस मायने से अहम है कि यह ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद हो रही है।
विदेश सचिव विजय गोखले, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करणबीर सिंह, अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मैथ्यू पोटिंगर, अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहिब, अमेरिकी हिंद प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल फिल डेविडसन भी अपनी बात इस कार्यक्रम में रखेंगे।
आपको बता दें कि तीन दिवसीय रायसीना डायलॉग 14 जनवरी से शुरू होकर 16 जनवरी तक चलेगा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे, लेकिन संभवत: उनका भाषण नहीं होगा। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, हरदीप सिंह पुरी, वी.मुरलीथरन, जयंत सिन्हा के अलावा कांग्रेस सांसद स्वप्नदास गुप्ता, शशि थरूर, मनीष तिवारी आदि भी विभिन्न सत्रों में भाषण देंगे।
आपको यह भी बताते चलें कि बांग्लादेश के विदेश राज्य मंत्री मोहम्मद शहरयार आलम का भारत दौरा रद्द हो गया है। शनिवार को बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, उनका दौरा आखिरी समय में रद्द हुआ है क्योंकि आलम पीएम के साथ यूएई की यात्रा पर जा रहे हैं
(Edited by रविकांत पारीक )