एक ही परिवार के चार भाई-बहनों ने पास की UPSC परीक्षा
एक ग्रामीण बैंक में मैनेजर अनिल प्रकाश मिश्रा के दो बेटों और दो बेटियों ने चुनौतियों से जूझने के बावजूद अलग-अलग समय पर सिविल सेवा परीक्षा पास की.
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के सिविल सेवा परीक्षा को देश की ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. लेकिन उत्तर प्रदेश के लालगंज जिले के एक ही परिवार के चार भाई-बहनों ने यह परीक्षा पास कर सबको चौंका दिया है.
एक ग्रामीण बैंक में मैनेजर अनिल प्रकाश मिश्रा के दो बेटों और दो बेटियों ने चुनौतियों से जूझने के बावजूद अलग-अलग समय पर सिविल सेवा परीक्षा पास की.
अनिल प्रकाश मिश्रा ने कहा कि एक ग्रामीण बैंक में मैनेजर होने के बावजूद मैंने अपने बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया. मैं चाहता था कि उन्हें अच्छी नौकरी मिले और मेरे बच्चे भी अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें.
चारों भाई बहनों में सबसे बड़े योगेश मिश्रा और वह एक आईएएस अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. लालगंज से अपनी प्राइमरी शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, इलाहाबादा से अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी.
उन्होंने सिविल सेवा की पढ़ाई के दौरान नोएडा में काम करना शुरू किया. उन्होंने 2013 में यूपीएससी की परीक्षा पास की और उन्हें आईएएस अधिकारी नियुक्त किया गया.
वहीं, उनकी बहन क्षमा मिश्रा अपने पहले तीन प्रयासों में सिविल सेवा परीक्षा पास करने में विफल रहीं. हालांकि, उन्होंने अपने चौथे प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की और अब वह एक आईपीएस अधिकारी हैं.
लालगंज के एक कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद उनकी दूसरी बहन माधुरी मिश्रा पढ़ाई के लिए इलाहाबाद चली गईं.
इसके बाद उन्होंने भी यूपीएससी की परीक्षा सफलतापूर्वक पास किया. वह झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी बनीं.
वहीं, सबसे छोटे भाई लोकश मिश्रा ने साल 2015 के यूपीएससी परीक्षा में 44वीं रैंक हासिल की. फिलहाल वह बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं.
अपने बच्चों की सफलता पर गर्व करते हुए अनिल प्रकाश मिश्रा ने कहा कि मैं इससे ज्यादा क्या मांग सकता हूं? अपने बच्चों के कारण आज मैं अपना सिर गर्व से ऊंचा करके चल रहा हैं.