फ्रेंडशिप डे विशेष: दोस्ती हो तो तरुण मेहता और स्वप्निल जैन जैसी कि ऊंचे सपनों को पंख लगें
"आज के वक़्त में ऊंचे सपनों की साझा उड़ान भरने वाले दोस्त आसानी से कहां मिल पाते हैं। आईआईटी के ज़माने वाली दोस्ती हो तो देश में पहला प्रीमियम इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली 'एथर एनर्जी' के तरुण मेहता और स्वप्निल जैन जैसी, जिनके स्टार्टअप को भारत में सबसे ज्यादा निवेश हासिल करने में कामयाबी मिली है।"
यह दो आईआईटी दोस्तों की ऐसी शानदार सफलता की दास्तान है, जिनका स्टार्टअप 'एथर एनर्जी' देश का पहला प्रीमियम इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने के साथ ही आज ह्विकल निर्माण के क्षेत्र में सबसे ज्यादा इन्वेस्टमेंट हासिल करने वाली कंपनी बन गया है। मात्र पांच लाख रुपये से ऊंची उड़ान के सपने देखने वाले आईआईटी मद्रास से इंजीनियरिंग के छात्र रहे एथर एनर्जी के सीईओ तरुण मेहता और सीटीओ स्वप्निल जैन कॉलेज लॉइफ से ही एक-दूसरे के निकटतम दोस्त रहे हैं।
उन्होंने आज से लगभग छह साल पहले नौकरी छोड़कर हाई परफॉर्मेंस इलेक्ट्रिक टू व्हीलर बनाने का काम शुरू किया था, जिससे पहली बार प्रभावित होकर उनकी कंपनी को वर्ष 2014 में आईआईटी मद्रास से 65 हजार डॉलर की फंडिंग के साथ ही फ्लिपकार्ट के सचिन और बिन्नी बंसल से एक मिलियन डॉलर की सीड इन्वेस्टमेंट मिली। उसके बाद अगले साल टाइगर ग्लोबल से कंपनी को 12 मिलियन डॉलर की सीरीज-ए फंडिंग मिल गई। उसके बाद तो एथर एनर्जी को मानो पंख ही लग गए। इस समय कंपनी में लगभग सात सौ कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके साथ ही कंपनी ने हाल-फिलहाल, रिसर्च की दृष्टि से आरऐंडडी पर भी लगभग तीन सौ करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट किया है।
कंपनी ने 75 किलो मीटर प्रति घण्टे की रफ्तार वाला अपना पहला स्मार्ट स्कूटर बैंगलोर के बाजार में उतार दिया। वह वर्ष 2016 का समय था। उसी साल अक्तूबर में कंपनी को हीरो मोटोकॉर्प से 32.31 प्रतिशत शेयर के बदले 205 करोड़ रुपए की सीरीज फंडिंग मिल गई। कंपनी तेजी से ग्रोथ करने लगी। पिछले साल बैंगलोर में एथर एनर्जी की मैनुफैक्चरिंग यूनिट लग गई। इस बीच एक बार फिर हीरो मोटोकॉर्प ने उसे 19 मिलियन डॉलर की फंडिंग कर दी। इस तरह कंपनी में भारी निवेश का सिलसिला चल ही रहा था कि इस साल सचिन बंसल ने 32 मिलियन डॉलर और हीरो मोटोकॉर्प ने 19 मिलियन डॉलर का एक और इंवेस्टमेंट कर दिया है।
अब अपने उपभोक्ताओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए कंपनी ने 'ऑटो ग्रिड' नाम से बैंगलोर में 31 तथा चेन्नई में सात फ़ास्ट चार्जिंग पॉइंट भी लगा लिए हैं। इससे पहले रिसर्च से ही कंपनी को ज्ञात हो सका था कि करीब 95 प्रतिशत वाहन उपभोक्ता रात में अपने घर पर ई-वाहन चार्ज कर लेते हैं। बहरहाल कंपनी ने बेंगलूरु में अब हर 4 किलोमीटर पर मुफ्त चार्जिंग स्टेशन लगा दिए हैं। अब वह दो-दो किलोमीटर पर ऐसे स्टेशन लगाना चाहती है।
एथर एनर्जी ने पिछले साल दो ई-स्कूटर बाजार में उतारे थे। अब कंपनी मौजूदा साल में बेंगलूरु, चेन्नई और हैदराबाद में दस हजार से ज्यादा स्कूटर बेचने के एजेंडे पर काम कर रही है। कंपनी को उम्मीद है कि उसकी बिक्री अगले साल तक पांचगुने इजाफे के साथ आगामी पांच वर्षों में लगभग दस लाख वाहन बेचने का टारगेट पार कर जाएगी। अब तक इस कंपनी में टाइगर ग्लोबल, सचिन बंसल, बिन्नी बंसल तथा हीरो मोटर्स जैसे निवेशक लगभग आठ सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश कर ही चुके हैं।
दोनों दोस्तों की नज़रें अब देश से बाहर लैटिन अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप पर भी जा टिकी हैं। सालाना पचीस हजार स्कूटर बनाने की क्षमता के साथ कंपनी के व्यापक विस्तार के लिए अब तक लगभग तीन सौ करोड़ रुपए और जुटा चुके मेहता और जैन मित्र दो और नए मॉडल बाजार में उतारने के प्रोजेक्ट पर जुटे हुए हैं। ह्विकल मार्केट में तेज ग्रोथ के लिए कंपनी फिलहाल एक साथ तीन मोरचों पर तेजी सक्रिय है- रिसर्च, निवेश और निर्माण। खुद की रिसर्च टीम के कारण ही कंपनी को उपभोक्ताओं की नब्ज टटोलते हुए सबसे अलग हटकर पांव जमाने में मदद मिली है। कंपनी के लगभग पचास फीसदी कर्मचारी शोध कार्यों में तैनात हैं।