[फंडिंग अलर्ट] Koo ने टाइगर ग्लोबल के नेतृत्व में सीरीज़ बी राउंड में जुटाए 30 मिलियन डॉलर
Koo ने कहा कि फंडिंग का उपयोग मुख्य रूप से Koo में सभी भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट और सामुदायिक प्रयासों को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
रविकांत पारीक
Wednesday May 26, 2021 , 2 min Read
भारतीय भाषा के माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म
ने Tiger Global के नेतृत्व में 30 मिलियन डॉलर की सीरीज बी फंडिंग जुटाई है। अन्य नए निवेशक IIFL और Mirae Assets हैं। इस राउंड में मौजूदा निवेशकों - Kalaari Capital, Accel Partners, Blume Ventures, और Dream Incubator से भी निवेश देखा गया।फंडिंग के नए दौर का उपयोग मुख्य रूप से Koo में सभी भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट और सामुदायिक प्रयासों को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
Koo के को-फाउंडर और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्णा ने कहा:
“अगले कुछ वर्षों में दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में से एक में विकसित होने की हमारी आक्रामक योजना है। हर भारतीय हमें वहां जल्द पहुंचने के लिए उत्साहित कर रहा है।"
स्टार्टअप की स्थापना मार्च 2020 में TaxiForSure के को-फाउंडर अप्रमेय राधाकृष्णा और मयंक बिदावतका ने की थी, जिन्होंने पहले MediaAnt और Goodbox जैसी कंपनियों की स्थापना की थी।
प्लेटफॉर्म वर्तमान में कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, भारत के विभिन्न क्षेत्रों के लोग अपनी मातृभाषा में खुद को व्यक्त कर सकते हैं।
ऐप को पहले ही ऑपरेशन के एक वर्ष में छह मिलियन से अधिक डाउनलोड मिल चुके हैं, जिसमें एक कम्यूनिटी हर दिन कंटेंट पोस्ट करती है। कुछ बड़े नामों में अनुपम खेर और कंगना रनौत जैसे फिल्मी सितारे; केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल और स्मृति ईरानी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, JDS सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री देवे गौड़ा, NCP की सुप्रिया सुले, भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद, JDU से उपेंद्र कुशवाहा, और AAP से राजेंद्र पाल गौतम जैसे राजनेता; और कई अन्य खेल हस्तियां जैसे साइना नेहवाल, भाईचुंग भूटिया, जवागल श्रीनाथ, मैरी कॉम, और दीपक हुड्डा सहित कई लोग शामिल हैं ।
ट्विटर के लिए भारत के विकल्प के रूप में उभर रहे Koo ऐप ने पिछले साल भारत सरकार द्वारा घोषित आत्मनिर्भर ऐप चैलेंज में दूसरा स्थान हासिल किया। इसे 2020 के लिए Google PlayStore का सर्वश्रेष्ठ दैनिक आवश्यक ऐप भी नामित किया गया था, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात संबोधन में इसका विशेष उल्लेख किया।