[फंडिंग अलर्ट] ऑनलाइन जॉब रिक्रूटिंग स्टार्टअप MyKaam में वेंचर कैटलिस्ट व अन्य ने किया निवेश
MyKaam इस धन का उपयोग अपने टेक स्टैक और ऑपरेशन को स्केल-अप करने के साथ ही और बोर्ड पर अधिक कारोबार लाने के लिए करेगा।
ब्लू-कॉलर वर्कर के लिए एक ऑनलाइन जॉब सर्च प्लेटफॉर्म MyKaam ने स्टार्टअप्स के लिए भारत के अग्रणी इनक्यूबेटर में से एक वेंचर कैटलिस्ट से निवेश के रूप में एक अज्ञात राशि जुटाई है।
निवेश दौर का नेतृत्व वेंचर कैटलिस्ट के सह-संस्थापक डॉ. अपूर्व रंजन शर्मा ने किया था। इस दौर में आइसब्रेकर टेक एलएलपी के मृणाल झावेरी; एयूएम वित्तीय सलाहकार ब्लॉगर के नीरव पंचमटिया; RIVOLI फैशन के विकास कपूर और संहिता वेंचर्स के एमडी करन गर्ग शामिल हुए हैं।
कंपनी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, MyKaam इस धन का उपयोग अपने टेक स्टैक और ऑपरेशन को स्केल-अप करने के साथ ही और बोर्ड पर अधिक कारोबार लाने के लिए है।
फंडिंग पर टिप्पणी करते हुए, MyKaam के संस्थापक आशीष गुप्ता ने कहा,
"जियो के प्रभाव ने हर जनसांख्यिकीय पर इंटरनेट तक आसान पहुंच सुनिश्चित की है। भारत अपने जीवन में महत्वपूर्ण सुधार करने के लिए इंटरनेट-सक्षम प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहा है। MyKaam के साथ हम इस परिवर्तन में एक सक्रिय भूमिका निभाना चाहते हैं और उस रोजगार को आगे लेकर जाना चाहते हैं, जो विशेष रूप से भारतीयों और ब्लू-कॉलर श्रमिकों (अनौपचारिक नौकरी क्षेत्र वाले कर्मी) की जरूरत है।"
2016 में शुरू किया गया बेंगलुरु स्थित MyKaam ब्लू-कॉलर वर्कर्स को स्थानीय नियोक्ताओं के साथ जोड़ने के लिए एक वीडियो-आधारित प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करता है ताकि उन्हें नौकरियों को खोजने में मदद मिल सके। यह स्थानीय व्यवसायों को ऑनबोर्ड करता है जो लघु वीडियो प्रारूपों में अपनी नौकरियों की सूची बनाते हैं, जिससे ब्लू-कॉलर वर्कर्स के लिए उनकी पसंद और सुविधा के अनुसार नौकरियों की खोज करना आसान हो जाता है। जब उम्मीदवारों को एक उपयुक्त नौकरी मिल जाती है, तो वे सीधे भर्ती तक पहुंचने के लिए MyKaam चैट सुविधा का उपयोग कर सकते हैं। इसी तरह भर्तीकर्ता भी मंच के माध्यम से संभावित कर्मचारियों से जुड़ सकते हैं।
डॉ. अपूर्व रंजन शर्मा, अध्यक्ष और सह-संस्थापक, वेंचर कैटलिस्ट ने आगे कहा,
"लगभग 100-200 मिलियन ब्लू-कॉलर वर्कर्स, जो उद्योग के 70-80 प्रतिशत से अधिक के लिए जिम्मेदार हैं, उन्होने कोरोनॉयरस महामारी के मद्देनजर लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण खुद को बिना किसी आय स्रोत के पाया है। उनके पास लिंक्डइन जैसे जॉब सर्च पोर्टल के माध्यम से नेविगेट करने के लिए या समझने की पहुंच नहीं है। उनकी नौकरी-खोज प्रक्रिया अभी भी वर्ड-ऑफ-माउथ पर बहुत अधिक निर्भर है। MyKaam ने न केवल इस अंतर को पहचाना है, बल्कि एक समाधान भी दिया है। ऐसा समाधान जो भारत के ब्लू-कॉलर वर्कर को आसानी से सुरक्षित नौकरियों में मदद करके उन्हें सशक्त बनाएगा।"