[फंडिंग एलर्ट] राकेश झुनझुनवाला समर्थित हेल्थकेयर कंपनी फुललाइफ ने रैंसा कैपिटल की अगुवाई में जुटाया 50 करोड़ रुपये का निवेश
फुललाइफ फंड का इस्तेमाल अपनी मौजूदगी बढ़ाने और अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए करेगा।
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार फास्ट एंड अप नामक ब्रांड के माध्यम से स्पोर्ट्स न्यूट्रीशन सप्लीमेंट बेचने वाली कंपनी फुललाइफ हेल्थकेयर ने सिंगापुर स्थित अमांसा कैपिटल की अगुवाई में 50 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
नवीनतम दौर को शामिल करते हुए राकेश झुनझुनवाला-समर्थित कंपनी ने अब तक अनुमानित 100 करोड़ रुपये जुटाए हैं। फुललाइफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक वरुण खन्ना के अनुसार इस दौए में झुनझुनवाला और सिक्स्थ सेंस वेंचर्स सहित मौजूदा निवेशकों ने भी भाग लिया।
ईटी के अनुसार फुललाइफ फंड का इस्तेमाल अपनी मौजूदगी बढ़ाने और अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए करेगा।
2018 में कंपनी ने सिक्स्थ सेंस वेंचर्स से 10 करोड़ रुपये से 15 करोड़ रुपये और झुनझुनवाला से लगभग 25 करोड़ रुपये से 30 करोड़ रुपये बतौर निवेश जुटाये थे।
2011 में स्थापित मुंबई स्थित कंपनी ने एथलीटों के लिए पोषण की खुराक की पेशकश करने के लिए 2015 में फास्ट एंड अप लॉन्च किया था। इसके पोर्टफोलियो में लगभग 20 उत्पाद शामिल हैं जो फिटनेस, इम्यूनिटी और वेलनेस को लक्षित करते हैं, और ये उत्पाद ऑफ़लाइन होने के साथ ही ऑनलाइन भी बेचे जाते हैं।
यूरोमोनीटर इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के अनुसार स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन भारत में 2023 तक सीएजीआर से 23 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि खेल पोषण बाजार में तीन वर्टिकल शामिल हैं: भोजन, पेय और खेल पूरक। मोटे तौर पर प्रोटीन और प्रोटीन सप्लीमेंट बाजार का नेतृत्व करते हैं, समग्र खपत में 70 प्रतिशत का योगदान करते हैं।
प्रोटीन एडिटिव्स के अलावा पोषण बार भी आज स्वीकृति पा रहे हैं, खासकर शाकाहारियों के बीच क्योंकि वे स्वस्थ रहने के लिए अपनी प्रोटीन आवश्यकताओं को पूरा करने की आवश्यकता महसूस करते हैं। स्पोर्ट्स न्यूट्रीशन मार्केट के एक स्लाइस पर नजर रखने वाली कंपनियों में नीलिफ, हेल्थकार्ट, एमवे, फाइजर, मर्क, बेयर और एबॉट शामिल हैं।