[फंडिंग अलर्ट] होम-टेक स्टार्टअप जनरूफ ने गोदरेज से जुटाए करीब 22 करोड़ रुपये
गुरुग्राम स्थित स्मार्ट एनर्जी सॉल्यूशंस स्टार्टअप जनरूफ (ZunRoof) ने गोदरेज इनवेस्टमेंट ऑफिस से सीरीज ए राउंड की फंडिंग में 3 मिलियन डॉलर ( करीब 22 करोड़ 17 लाख रुपये) जुटाए हैं। स्टार्टअप द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, जनरूफ का लक्ष्य भारतीय घरों में सोलर रूफटॉप की समस्या को हल करना है। सोलर रूफटॉप्स की सामर्थ्य में सुधार के लिए यह जल्द ही अपनी सेवा शुरू करेगा, जिससे 25 वर्षों तक पैसे और बिजली की बचत होगी।
![सांकेतिक चित्र (फोटो क्रेडिट - myvanturepad)](https://images.yourstory.com/cs/12/087c64901fd011eaa59d31af0875fe47/myvanturepad-1584447250263.jpg?fm=png&auto=format)
सांकेतिक चित्र (फोटो क्रेडिट - myvanturepad)
फाउंडर और सीईओ, प्राणेश चौधरी ने इस निवेश के बारे में जानकारी देते हुए कहा,
“यह निवेश अगले पांच वर्षों में 1 मिलियन घर मालिकों की छतों पर सौर लगाने का हमारा उद्देश्य पूरा करेगा और इन ग्राहकों के लिए IoT का स्वाद लाएगा। फंडिंग की परफेक्ट टाइमिंग हमें सर्वोत्तम प्रतिभा को हायर करने और उसे बनाए रखने में मदद करेगा। हमारे 150+ कर्मचारी हैं। ये भारत की सबसे प्रीमियम कंपनियों और संस्थानों जैसे आईआईटी और आईआईएम से हैं।"
प्राणेश चौधरी और सुशांत सचान द्वारा 2016 में स्थापित, ZunRoof टेक्नोलॉजी का उपयोग करके सौर छत डिजाइन, स्थापना और प्रबंधन में माहिर है। यह घर के मालिकों के लिए सौर छत स्थापना और रखरखाव को कारगर बनाने के लिए कंप्यूटर विजन, एआई और वीआर का उपयोग करता है। जनरूफ में गोदरेज द्वारा निवेश का यह दूसरा राउंड है। इसने पिछले साल अप्रैल में प्री-सीरीज ए राउंड में स्टार्टअप में 1.2 मिलियन डॉलर का निवेश किया था।
गोदरेज प्रॉपर्टीज के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज ने कहा,
“हम जनरूफ के लिए अपनी प्रतिबद्धता बढ़ाने के लिए उत्साहित हैं। ZunRoof में यंग डायनमिक टीम ने कम समय में सोलर रूफटॉप स्पेस में एक नेतृत्व की स्थिति को उकेरा है और अन्य रोमांचक विकास अवसरों की पहचान भी की है। हमें विश्वास है कि वे आने वाले वर्षों में इस सफलता पर निर्माण करना जारी रखेंगे और हम उनकी यात्रा का हिस्सा बनकर रोमांचित हैं।”
बता दें कि इस होम-टेक स्टार्टअप ने पहले भी निवेशकों से धन जुटाया था, जिसमें लिवस्पेस के संस्थापक रमाकांत शर्मा; डालबर्ग एडवाइजर के एशिया निदेशक गौरव गुप्ता; एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के एक वरिष्ठ ऊर्जा विशेषज्ञ प्रदीप थरकान; लोरियल में एमडी (यूके और आयरलैंड) विस्मया शर्मा; पैपल वेंचर्स के अजीत पाई, और इंटेलीग्रो के अरुण डियाज़ व अमेरिका में स्थित IIT खड़गपुर के पूर्व छात्रों का एक समूह शामिल है।