अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का मालिक नहीं है Adani Group, तो फिर कौन?
द मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा कि अडानी समूह उन दो सीमेंट कंपनियों का मालिक नहीं है, जिन्हें उसने पिछले साल खरीदा था. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इन दोनों कंपनियों का मालिक है कौन?
अब तक जानकारी यह थी कि अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी सीमेंट के मालिक गौतम अडानी हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. हाल ही में एक नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अडानी समूह इन दोनों कंपनियों का मालिक नहीं है. द मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा कि अडानी समूह उन दो सीमेंट कंपनियों का मालिक नहीं है, जिन्हें उसने पिछले साल खरीदा था. (Adani group does not own Ambuja Cements and ACC) (Vinod Adani owns Ambuja Cements and ACC)
यह रिपोर्ट हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा गौतम अडानी और उनके अडानी ग्रुप पर टैक्स चोरी, शेयरों की कीमत में हेरफेर के आरोपों के एक महीने बाद आई है.
द मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी सीमेंट के मालिक गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी हैं.
पिछले साल, अडानी समूह ने बताया कि उसने स्विस सीमेंट प्रमुख होल्सिम से 10.5 अरब डॉलर में अंबुजा और एसीसी का अधिग्रहण किया था, जो आदित्य बिड़ला समूह के अल्ट्राटेक सीमेंट के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता बन गया. लेन-देन के लिए अडानी ग्रुप ने एंडेवर ट्रेड एंड इंवेस्टमेंट लिमिटेड (Endeavour Trade and Investment Ltd.) नाम से स्पेशल पर्पज व्हीकल बनाया. डील के बाद जारी बयान में ग्रुप ने इसका जिक्र किया.
हालाँकि, अब रिपोर्ट का दावा है कि यह इकाई मॉरीशस में स्थित है और विनोद अडानी के स्वामित्व में है. रिपोर्ट में कहा गया है, "इसका मतलब है कि न तो अडानी एंटरप्राइजेज और न ही भारत में अडानी समूह की किसी अन्य सूचीबद्ध कंपनी या उनकी सहायक कंपनियों ने अंबुजा सीमेंट्स/एसीसी का अधिग्रहण किया है."
अडानी समूह पहले से ही यूएस-बेस्ड शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए धोखाधड़ी के आरोपों के चलते जांच के दायरे में है. 24 जनवरी को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में, शॉर्ट-सेलर ने दावा किया कि अडानी समूह ने अकाउंटिंग फ्रॉड और शेयरों की कीमतों में हेरफेर किया है.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट, जिसने अडानी समूह के शेयरों में तबाही मचाई, ने दावा किया कि विनोद अडानी ने गौतम अडानी के लिए ऑफशोर शेल कंपनियों सहारा लिया. शॉर्ट-सेलर ने यह भी कहा कि उसने विनोद अडानी या उनके करीबी सहयोगियों द्वारा नियंत्रित 38 मॉरीशस स्थित शेल कंपनियों की पहचान की. अडानी समूह ने हालांकि इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि समूह की कंपनियों के दैनिक मामलों में विनोद अडानी की कोई भूमिका नहीं है.
ताजा रिपोर्ट में कहा गया कि अडानी समूह ने प्रत्यक्ष विदेशी सहायक कंपनी का उपयोग करने के बजाय अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का अधिग्रहण करने के लिए ऑफशोर शेल कंपनियों के नेटवर्क का इस्तेमाल किया.
रिपोर्ट में कहा गया है कि "अब यह सामने आया है, अंबुजा सीमेंट्स द्वारा जारी अंतिम प्रस्ताव पत्र के अनुसार, Endeavour के अंतिम लाभकारी मालिक 'मिस्टर विनोद शांतिलाल अडानी और श्रीमती रंजनबेन वनोद अडानी' हैं, जो मॉरीशस, दुबई और ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह में स्थित संस्थाओं के माध्यम से हैं."
होल्सिम के साथ सौदे का विवरण साझा करते हुए, अडानी समूह ने अपने बयान में कहा कि लेनदेन को 14 अंतरराष्ट्रीय बैंकों से प्राप्त 4.50 अरब डॉलर की सुविधाओं द्वारा वित्तपोषित किया गया था. Barclays Bank PLC, Deutsche Bank AG, और Standard Chartered Bank ने लेन-देन के लिए मूल अनिवार्य लीड अरेंजर्स और बुक-रनर के रूप में काम किया.
29 जनवरी को, अडानी समूह ने एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की और विनोद अडानी के खिलाफ आरोपों का जवाब दिया. समूह ने कहा: "विनोद अडानी किसी भी अडानी सूचीबद्ध संस्थाओं या उनकी सहायक कंपनियों में कोई प्रबंधकीय पद नहीं रखते हैं और उनके दिन-प्रतिदिन के मामलों में उनकी कोई भूमिका नहीं है. इस प्रकार, इन सवालों (विनोद अडानी से संबंधित) की अडानी पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए कोई प्रासंगिकता नहीं है."