गौतम अडानी ने NDTV ओपन ऑफर के लिए पेआउट बढ़ाया, माइनोरिटी शेयरहोल्डर्स को अब मिलेगा इतना पैसा
ओपन ऑफर में एनडीटीवी के लगभग 53 लाख 30 हजार 792 शेयरों को 294 रुपये प्रति शेयर पर बिक्री के लिए रखा गया था.
गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), एनडीटीवी के उन शेयरधारकों को भुगतान की जाने वाली राशि को बढ़ाने जा रही है, जिन्होंने इस समूह के ओपन ऑफर में अपने शेयरों की पेशकश की थी. कंपनी के इस कदम के पीछे मकसद है कि वह उन शेयरधारकों को उनकी हिस्सेदारी के लिए उतना पेमेंट अमाउंट मैच कर सके, जो उसने एनडीटीवी के संस्थापकों को भुगतान किया है.
दरअसल टेकओवर नियमों के मुताबिक, सभी शेयरहोल्डर्स को बराबर कीमत दी जानी चाहिए. लेकिन एनडीटीवी डील मामले में ऐसा नहीं हुआ था. अडानी एंटरप्राइजेस की इनडायरेक्ट सब्सिडियरी विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड की सब्सिडियरी, आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट (RRPR Holding Pvt.) ने एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय (Prannoy Roy) और राधिका रॉय (Radhika Roy) से 27.26 प्रतिशत हिस्सेदारी 342.65 रुपये प्रति शेयर के भाव पर खरीदी. वहीं माइनोरिटी स्टेकहोल्डर्स को ओपन ऑफर में 294 रुपये प्रति शेयर की पेशकश की गई. यह ऑफर पांच दिसंबर को बंद हुआ था. माना जा रहा था कि नियमों का पालन न होने से मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) इस डील में कार्रवाई कर सकता है.
अतिरिक्त 48.65 रुपये का करेगी भुगतान
रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी एंटरप्राइजेस ने कहा कि वह उन निवेशकों को एनडीटीवी के प्रत्येक शेयर के लिए अतिरिक्त 48.65 रुपये का भुगतान करेगी, जिन्होंने 22 नवंबर से 5 दिसंबर के बीच एक खुली पेशकश में अपने शेयर बेचे. इसके बाद उन्हें किया जाने वाला भुगतान प्रति शेयर 342.65 रुपये हो जाएगा और यह एनडीटीवी के संस्थापकों राधिका और प्रणय रॉय को किए गए भुगतान के बराबर होगा. ओपन ऑफर में एनडीटीवी के लगभग 53 लाख 30 हजार 792 शेयरों को 294 रुपये प्रति शेयर पर बिक्री के लिए रखा गया था. भारतीय अरबपति गौतम अडानी के पास अब एनडीटीवी की लगभग 65 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
कैसे शुरू हुई थी पूरी डील
अडानी ग्रुप ने आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण करने के साथ ही एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी ले ली थी. उसके बाद उसने माइनोरिटी शेयरहोल्डर्स से भी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक खुली पेशकश रखी. हालांकि उस पेशकश को उतना समर्थन नहीं मिला और अडानी ग्रुप 8.26 प्रतिशत हिस्सेदारी ही बढ़ा पाया. लेकिन इससे एनडीटीवी में उसकी कुल हिस्सेदारी बढ़कर 37.44 प्रतिशत हो गई थी. यह रॉय दंपति की 32.26 प्रतिशत से अधिक थी. उसके बाद ही रॉय दंपति ने कुल हिस्सेदारी में से 27.26 प्रतिशत हिस्सा बेचने का ऐलान किया था.
एनडीटीवी को 1988 में राधिका और प्रणय रॉय ने शुरू किया था. संस्थापकों ने अपने अधिकांश शेयर बेच दिए हैं और केवल 5% हिस्सेदारी बरकरार रखी है. रॉय परिवार और चार अन्य स्वतंत्र निदेशक 30 दिसंबर को एनडीटीवी बोर्ड से इस्तीफा दे चुके हैं.
Edited by Ritika Singh