सच होगी हिंडनबर्ग की चेतावनी? ब्लूमबर्ग बोला अडानी ग्रुप के ये 4 शेयर गिर सकते हैं 85 फीसदी तक
गौतम अडानी की कई कंपनियों के शेयर 70-80 फीसदी तक गिर चुके हैं. इसी बीच ब्लूमबर्ग ने कुछ चार्ट जारी किए हैं और कहा है कि कंपनी के शेयर 85 फीसदी तक गिर सकते हैं. आइए देखते हैं किन शेयरों की बात की है ब्लूमबर्ग ने.
गौतम अडानी (Gautam Adani) के खिलाफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) आए 1 महीना पूरा हो चुका है. रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों की वैल्युएशन 85 फीसदी तक अधिक है, जिसमें गिरावट आ सकती है. अभी तक अडानी ग्रुप की सभी 10 कंपनियों की मार्केट कैप में कुल 146 अरब डॉलर यानी करीब 60 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. ब्लूमबर्ग ने अडानी ग्रुप की 7 में से 4 कंपनियों का फंडामेंटल एनालिसिस किया है, जो दिखाता है कि इन कंपनियों में अभी और गिरावट आएगी और यह गिरावट 85 फीसदी तक पहुंच सकती है. आइए जानते हैं किस स्टॉक में कितनी आ सकती है गिरावट.
अडानी एंटरप्राइजेज
गौतम अडानी के अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर पिछले 1 महीने में करीब 60 फीसदी टूट चुका है. आशंका है कि इस शेयर को सपोर्ट लेवल पर पहुंचने के समय तक इसमें अभी करीब 26 फीसदी की अतिरिक्त गिरावट देखने को मिल सकती है. यह लेवल 1017 का हो सकता है, जहां तक 3 फरवरी को अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर टूटा भी था. वहीं न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के फाइनेंस प्रोफेसर अश्वथ दामोदरन ने भी कहा था कि ये शेयर 945 रुपये के लेवल तक गिर सकता है. ऐसे में ब्लूमबर्ग ने भी उम्मीद जताई है कि ये शेयर 33 फीसदी तक टूट सकता है और 910-925 रुपये के लेवल के बीच पहुंच सकता है. 23 फरवरी को कंपनी का शेयर 1382.65 रुपये के लेवल पर बंद हुआ था.
अडानी ट्रांसमिशन
अगर बात करें अडानी ट्रांसमिशन की तो इस कंपनी के शेयर पिछले एक महीने में 73 फीसदी तक गिर चुके हैं. देखा जाए तो अभी कंपनी अपने सपोर्ट लेवल के करीब पहुंच चुकी है. अगर यहां भी कंपनी का शेयर गिरना नहीं रुकता है तो इस शेयर में 20 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल सकती है. इस शेयर में अगला सपोर्ट 600 रुपये के लेवल पर देखने को मिल सकता है, जहां Fibonacci levels बनता दिख रहा है. बता दें Fibonacci levels वह लाइनें होती हैं, जहां पर किसी शेयर के सपोर्ट या रेसिस्टेंस लेवल बनते हुए दिखते हैं. 23 फरवरी को कंपनी का शेयर 749.35 रुपये के लेवल पर बंद हुआ था.
अडानी पोर्ट्स
अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट ने सितंबर में अपना उच्चतम स्तर छुआ था और वहां से लेकर अब तक कंपनी का शेयर करीब 44 फीसदी टूट चुका है. वहीं 24 जनवरी यानी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अब तक कंपनी का शेयर करीब 28 फीसदी टूट चुका है. इसका Fibonacci level अभी 370 से 410 के बीच दिख रहा है. ऐसे में इस लेवल से दो चीजें हो सकती हैं. या तो यहां से कंपनी का शेयर उछलेगा या फिर इस लेवल को तोड़ देगा. अगर शेयर इस लेवल से ऊपर भागा तो वह 650 रुपये के लेवल तक जा सकता है, जबकि ये लेवल टूटा तो शेयर 200 रुपये तक के लेवल पर पहुंच सकता है. 23 फरवरी को कंपनी का शेयर 551.85 रुपये के लेवल पर बंद हुआ था.
अडानी पावर
अगर बात अडानी पावर की करें तो यह शेयर 24 जनवरी से अब तक करीब 43 फीसदी टूट चुका है. वहीं ये शेयर अपने अगस्त में छुए उच्चतम लेवल से करीब 70 फीसदी टूट चुका है. इस कंपनी के शेयर को करीब 191 रुपये पर रेसिस्टेंस लेवल देखने को मिलेगा. अगर इस शेयर ने ये लेवल तोड़ा तो अच्छा है, वरना शेयर में गिरावट देखने को मिल सकती है. 136-141 रुपये का लेवल इस शेयर के लिए बहुत ही क्रिटिकल है, जो अगर यहां से टूटा तो 100 रुपये तक भी पहुंच सकता है. 23 फरवरी को कंपनी का शेयर 154.35 रुपये के लेवल पर बंद हुआ था.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया था कि गौतम अडानी के शेयरों की कीमत करीब 85 फीसदी तक अधिक है और इनमें 85 फीसदी तक की गिरावट देखी जा सकती है. कुछ शेयरों में तो हिंडनबर्ग का दावा लगभग सच होता दिख रहा है. गौतम अडानी फोर्ब्स की लिस्ट में 23 फरवरी की शाम तक 26वें नंबर पर थे. इस लिस्ट के अनुसार उनकी दौलत 42.2 अरब डॉलर रह गई है. महीने भर पहले 23 जनवरी को गौतम अडानी की दौलत करीब 130 अरब डॉलर थी. यानी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से महीने भर में गौतम अडानी की नेटवर्थ का करीब दो-तिहाई हिस्सा स्वाहा हो गया है और अब उनकी दौलत सिर्फ एक तिहाई बची है.