अडानी गुजरात में खरीदेंगे कंटेनर डिपो, 835 करोड़ रुपये में होगा सौदा
कंपनी ने कहा कि अधिग्रहण एकीकृत परिवहन उपयोगिता और अखिल भारतीय लॉजिस्टिक बुनियादी ढांचे के निर्माण की उसकी रणनीति के अनुरूप है. टम्ब अडानी लॉजिस्टिक्स के मौजूदा पोर्टफोलियो में सात मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क को जोड़ता है.
अडानी पोर्ट्स 835 करोड़ रुपये में नवकार कॉरपोरेशन से गुजरात में एक कंटेनर स्टोरेज फैसिलिटी खरीदेगी. अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अडानी लॉजिस्टिक्स ने मंगलवार को कहा कि उसने आईसीडी टम्ब (वापी) का अधिग्रहण करने के लिए नवकार कॉर्प के साथ समझौता किया है. यह बाध्यकारी सौदा 835 करोड़ रुपये में होगा.
अडानी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (एएलएल) ने एक बयान में कहा कि इस सौदे में परिचालन आईसीडी का अधिग्रहण शामिल है, जिसकी क्षमता पांच लाख टीईयू (बीस फुट समकक्ष इकाई) को संभालने की है.
कंपनी ने कहा कि अधिग्रहण एकीकृत परिवहन उपयोगिता और अखिल भारतीय लॉजिस्टिक बुनियादी ढांचे के निर्माण की उसकी रणनीति के अनुरूप है. टम्ब अडानी लॉजिस्टिक्स के मौजूदा पोर्टफोलियो में सात मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क को जोड़ता है.
बता दें कि, पिछले सप्ताह ही भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अडानी समूह को अंबुजा लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड में स्विट्जरलैंड के होल्सिम समूह की हिस्सेदारी के अधिग्रहण की मंजूरी दी थी.
सीसीआई ने शुक्रवार को बताया था कि अडानी समूह से जुड़ी इकाई एंडेवर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट को होल्डरिंड इन्वेस्टमेंट्स, अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी में हिस्सेदारी के अधिग्रहण की मंजूरी दी गई है.
एंडेवर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट इस मंजूरी के बाद होल्डरिंड इन्वेस्टमेंट्स में 100 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी. होल्डरिंड स्विट्जरलैंड के होल्सिम समूह की कंपनी है. यह सीमेंट विनिर्माता अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड की होल्डिंग कंपनी भी है.
होल्सिम के पास अंबुजा सीमेंट में 63.11 फीसदी और एसीसी में 4.48 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा अंबुजा की भी एसीसी में हिस्सेदारी 50.05 फीसदी है.
अडानी समूह ने मई में घोषणा की थी कि भारत में होल्सिम लिमिटेड के कारोबार-अंबुजा लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड में बहुलांश हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए समझौता हुआ है. अब इस सौदे पर प्रतिस्पर्धा आयोग ने भी मंजूरी दे दी है.
इससे कुछ दिन पहले ही अडानी समूह ने ओडिशा में एल्युमिना रिफाइनरी स्थापित करने के लिए 57,575 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की थी. समूह ने एक बयान में कहा था कि वह बॉक्साइट खदान तथा लौह अयस्क परियोजना के पास एक एल्युमिना रिफाइनरी स्थापित करेगा. इसकी सालाना उत्पादन क्षमता 40 लाख टन होगी.
इसके साथ ही अडानी समूह की कंपनी अडानी रोड ट्रांसपोर्ट लिमिटेड (ARTL) vs आंध्र प्रदेश और गुजरात में मैकक्वेरी एशिया इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की टोल रोड परियोजनाओं का 3,110 करोड़ रुपये में अधिग्रहण के लिए समझौता किया है.
बता दें कि, रिलायंस इंडस्ट्रीज Reliance industries के मालिक मुकेश अंबानी को पीछे छोड़कर एशिया के सबसे अमीर शख्स बन चुके अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी इस समय दुनिया के पांचवें सबसे अमीर शख्स हैं.
ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार, गौतम अडानी कुल कुल संपत्ति 116 अरब डॉलर (92 खरब रुपये) है. यही नहीं, अडानी इस साल दुनिया में सबसे अधिक संपत्ति इकट्ठा करने वाले कारोबारी बन गए हैं.
इंफ्रास्ट्रक्चर टाइकून माने जाने वाले अडानी पॉवर, ग्रीन इनर्जी, गैस, पोर्ट्स और अन्य बिजनेस अपने नाम पर चलाते हैं. अडानी दुनिया में ग्रीन इनर्जी के सबसे बड़े प्रोड्यूसर बनना चाहते हैं और उन्होंने कहा है कि वे रिन्यूबल इनर्जी प्रोडक्ट्स में 70 अरब डॉलर निवेश करना चाहते हैं.