कर्मचारियों को मिल सकता है बड़ा तोहफा, सैलरी में तगड़े इजाफे की तैयारी में कंपनियां
WTW की रिपोर्ट के अनुसार भारत में आधे से अधिक (58 प्रतिशत) नियोक्ताओं ने पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष के लिए अधिक वेतन वृद्धि का बजट रखा है. इनमें से एक चौथाई (24.4 प्रतिशत) ने बजट में कोई बदलाव नहीं किया.
कोविड-19 महामारी के बाद जहां एक तरफ वैश्विक मंदी की आशंका नजर आ रही है और छंटनियों का दौर चालू है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय कंपनियां कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने से परेशान नजर आ रही हैं.
यही कारण है कि टाइट लेबर मार्केट के बीच कर्मचारियों के बड़ी संख्या में एक नौकरी छोड़कर दूसरी नौकरी ज्वाइन करने को देखते हुए भारत में कंपनियां 2023 में 10 प्रतिशत वेतन बढ़ा सकती हैं.
वैश्विक सलाहकार, ब्रोकिंग और समाधान सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी विलिस टावर्स वाटसन (WTW) की वेतन बजट योजना रिपोर्ट में पाया गया कि भारत में कंपनियां 2022-23 के दौरान 10 प्रतिशत वेतन बढ़ाने के लिए बजटीय व्यवस्था कर रही हैं. इससे पहले पिछले साल में वास्तविक वेतन वृद्धि 9.5 प्रतिशत थी.
WTW की रिपोर्ट के अनुसार भारत में आधे से अधिक (58 प्रतिशत) नियोक्ताओं ने पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष के लिए अधिक वेतन वृद्धि का बजट रखा है. इनमें से एक चौथाई (24.4 प्रतिशत) ने बजट में कोई बदलाव नहीं किया.
रिपोर्ट में कहा गया कि 2021-22 की तुलना में केवल 5.4 प्रतिशत ने बजट कम किया है. रिपोर्ट के मुताबिक एशिया प्रशांत (एपीएसी) क्षेत्र में सबसे अधिक वेतन वृद्धि भारत में होगी. अगले साल चीन में छह फीसदी, हांगकांग और सिंगापुर में चार फीसदी वेतन बढ़ेगा. रिपोर्ट अप्रैल और मई 2022 में 168 देशों में किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है. भारत में 590 कंपनियों से बात की गई.
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में करीब 42 फीसदी कंपनियों ने अगले 12 महीने के दौरान पॉजिटिव बिजनेस रिवेन्यू आउटलुक का अनुमान जताया है जबकि केवल 7.2 फीसदी ने निगेटिव आउटलुक की बात कही है.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में कर्मचारियों के अपने आप नौकरी छोड़कर जाने वाले की दर 15.1 फीसदी है. यह एशिया-प्रशांत इलाके में हॉन्ग कॉन्ग के बाद सबसे ज्यादा है.
WTW में वर्क एंड रिवार्ड्स के कंसल्टिंग एडिटर इंडिया राजुल माथुर ने कहा कि वित्तीय सेवाओं, बैंकिंग और टेक्नोलॉजी, मीडिया और गेमिंग क्षेत्रों में सबसे अधिक वेतन वृद्धि क्रमश: 10.4 प्रतिशत, 10.2 प्रतिशत और 10 प्रतिशत होने की उम्मीद है.
माथुर ने आगे कहा कि हमने 2022 में लगभग सभी सेक्टर्स में सैलरी में बढ़ोतरी देखी और साल 2023 में उसी की उम्मीद है. टेक्नोलॉजी आधारित विकास के बढ़ने के कारण डिजिटल कौशल की मांग खासतौर पर टेक्नोलॉजी, मीडिया और गेमिंग, बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्रों में टेक टैलेंट के लिए वेतन वृद्धि को बढ़ा रही है.