वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 25.90% का इजाफा, एडवांस टैक्स 13% बढ़ा
वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक प्रत्यक्ष करों का शुद्ध संग्रह 19.81 प्रतिशत से भी अधिक बढ़ा. वित्त वर्ष 2022-23 में 17.12.2022 तक अग्रिम कर संग्रह 5,21,302 करोड़ रुपये का हुआ, जो 12.83 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. चालू वित्त वर्ष में अब तक कुल 2,27,896 करोड़ रुपये का रिफंड जारी.
वित्त वर्ष 2022-23 में 17.12.2022 तक प्रत्यक्ष करों के संग्रह (direct tax collections) के आंकड़े बताते हैं कि शुद्ध संग्रह 11,35,754 करोड़ रुपये का हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष यानी वित्त वर्ष 2021-22 की इसी अवधि में शुद्ध संग्रह 9,47,959 करोड़ रुपये का हुआ था, जो 19.81 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
11,35,754 करोड़ रुपये (17.12.2022 तक) के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 6,06,679 करोड़ रुपये (रिफंड के बाद) का कॉरपोरेशन टैक्स (सीआईटी) और 5,26,477 करोड़ रुपये (रिफंड के बाद) का प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी) सहित व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) शामिल है.
वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह (रिफंड के समायोजन से पहले) पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 10,83,150 करोड़ रुपये की तुलना में 13,63,649 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2021-22 की समान अवधि में हुए सकल संग्रह की तुलना में 25.90 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
13,63,649 करोड़ रुपये के सकल संग्रह में 7,25,036 करोड़ रुपये का कॉरपोरेशन टैक्स (सीआईटी) और 6,35,920 करोड़ रुपये का प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी) सहित व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) शामिल है.
‘छोटे मद’ वार संग्रह में 5,21,302 करोड़ रुपये का अग्रिम कर; 6,44,761 करोड़ रुपये का टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती); 1,40,105 करोड़ रुपये का स्व-आकलन कर; 46,244 करोड़ रुपये का नियमित आकलन कर; और अन्य छोटे मदों के अंतर्गत आने वाला 11,237 करोड़ रुपये का कर शामिल है.
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही में अग्रिम कर का कुल संग्रह 17.12.2022 तक 5,21,302 करोड़ रुपये का हुआ, जबकि इससे ठीक पिछले वित्त वर्ष यानी 2021-22 की इसी अवधि में 4,62,038 करोड़ रुपये का अग्रिम कर संग्रह हुआ था, जो 12.83 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. 17.12.2022 तक हुए 5,21,302 करोड़ रुपये के अग्रिम कर संग्रह में 3,97,364 करोड़ रुपये का कॉरपोरेशन टैक्स (सीआईटी) और 1,23,936 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) शामिल है.
चालू वित्त वर्ष के दौरान दाखिल किए गए आयकर रिटर्न की प्रोसेसिंग की गति में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, विधिवत रूप से सत्यापित आईटीआर का लगभग 96.5 प्रतिशत 17.12.2022 तक प्रोसेस किया जा चुका है. इसके परिणामस्वरूप रिफंड जारी करने में काफी तेजी आई है. चालू वित्त वर्ष में जारी किए गए रिफंड की संख्या में लगभग 109 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. वित्त वर्ष 2022-23 में 17.12.2022 तक 2,27,896 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की इसी अवधि के दौरान 1,35,191 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया था, जो कि 68.57 प्रतिशत से भी अधिक की वृद्धि दर्शाता है.