घर पर ही उगाएं ये 5 औषधीय पौधे, गंभीर बीमारियों से मिलेगी निजात
आज भी अक्सर लोग अपने घर के बगीचे या क्यारियों में औषधीय पौधे लगाते हैं जो समय-समय पर काफी फायदेमंद साबित होते हैं। इन पौधों को आमतौर पर अधिक देखरेख की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन ये अपने औषधीय गुणों के चलते आपके स्वास्थ्य के लिए काफी जरूरी साबित हो सकते हैं।
यहाँ हम आपको ऐसे ही कुछ खास औषधीय पौधों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिन्हें कम रखरखाव की आवश्यकता है और आप इन्हें आसानी से किसी छोटी से क्यारी या गमले में भी लगा सकते हैं।
इंसुलिन पौधा
डायबिटीज़ के इलाज के लिए इंसुलिन पौधा रामबाण है। इंसुलिन पौधे को कोस्टस पिकटस भी कहा जाता है। इस पौधे की पत्तियों का स्वाद खट्टा होता है। डायबिटीज़ के गंभीर मरीजों को उपचार के रूप में इंसुलिन के इंजेक्शन देने पड़ते हैं ऐसे में ये पौधा किसी भी मरीज के लिए बड़ा ही फायदेमंद साबित हो सकता है।
डायबिटीज़ के मरीज को इंसुलिन पौधे की दो पत्तियों को पीस कर एक ग्लास पानी में घोलकर इसे रोज़ सुबह-शाम पीना होगा। चिकित्सक खुद भी इसे डायबिटीज़ की रोकथाम के लिए एक जरूरी औषधि मानते हैं। हालांकि डायबिटीज़ के अलावा भी यह पौधा त्वचा संक्रमण, खांसी, कब्ज, दस्त और दमा आदि तमाम बीमारियों के इलाज में भी इस्तेमाल किया आ जाता है। आप अपने घर के आस-पास मौजूद नर्सरी से इस पौधे को लाकर अपने घर पर आसानी से एक गमले में लगा सकते हैं।
तुलसी का पौधा
तुलसी को औषधीय पौधों की रानी भी कहा जा सकता है क्योंकि अपने औषधीय गुणों जके साथ ही यह सुगंध फैलाने और बैक्टीरिया को मिटाने का भी काम करते हैं। तुलसी के पौधों को काढ़ा या चाय में उबालकर पीने से तनाव कम होता है, इसी के साथ यह खांसी और अपच आदि बीमारियों के लिए भी रामबाण की तरह काम करती है। तुलसी मधुमेह, हृदय संबंधी रोगों और बाल झड़ने जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए भी काफी कारगर है।
धार्मिक दृष्टि से भी महत्व रखने वाले तुलसी के पौधे को घर पर किसी भी छोटे से गमले में भी बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है। तुलसी के पौधे को सीधी तेज धूप और पानी की अधिकता से बचाना चाहिए।
एलोवेरा
अनगिनत औषधीय गुणों से भर पूर एलोवेरा पौधे को आप बड़ी आसानी से अपने घर के किसी कोने में एक माध्यम आकार के गमले में लगा सकते हैं। एलोवेरा का पौधा एक बार बढ़ने लगे उसके बाद आपको उसकी अधिक देखभाल करने की भी जरूरत नहीं है।
एलोवेरा के पौधे का इस्तेमाल इम्यूनिटी बढ़ाने, कब्ज दूर करने, चेहरे से मुँहासे हटाने और पाचन संबंधी बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। आप अपने चहरे को ग्लो को बनाए रखने के लिए एलोवेरा की पत्तियों से उसका गूदा निकालकर उसे चेहरे पर मल सकते हैं।
मेथी
मेथी में भी तमाम औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसी के साथ मेथी एक सदाबहार पौधा भी है। मेथी के पत्तों के साथ ही उसके बीज का भी सेवन खाने की सामग्री के साथ ही औषधि के रूप में भी किया जा सकता है।
मेथी आपको बालों को झड़ने से रोकने, भूख को बढ़ाने, खून को साफ करने, रक्तचाप को कम करने और मधुमेह के नियंत्रण के लिए भी बेहद कारगर औषधि है। मेथी का उपयोग आप कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए भी कर सकते हैं।
पुदीना
अपने खास औषधीय गुणों के साथ ही अपने स्वाद और महक के लिए पहचाने जाने वाला पुदीना मनोदशा को बेहतर करने के साथ ही अपच आदि के इलाज में बेहद कारगर है। हालांकि पुदीना के पौधे को उगाने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है लेकिन इसे उगाने के लिए छोटे आकार का गमला भी पर्याप्त है।
पुदीने के पौधे में कीट-पतंगों को भी दूर रखने की क्षमता होती है और इससे घर में सुगंध के साथ ही एक स्वच्छ वातावरण का भी निर्माण होता है। पुदीने का सेवन आपकी इम्यूनिटी को भी बेहतर बनाता है, इसी के साथ सांस संबंधी बीमारियों और ख़ासी आदि के लिए भी यह एक कारगर औषधि है।
Edited by Ranjana Tripathi