दूसरी कंपनियों को नक़द सँभालने में मदद करने वाली कंपनी ने ख़ुद के लिए जुटाए 61.3 करोड़ रुपये
सीएफओ को कैश फ्लो का रियल टाइम हिसाब किताब मिल सकेगा, किससे पैसे आने हैं, कब आने हैं, कितने आने हैं जैसी तमाम आंकड़ों की जानकारी मिल सकेगी. इस फंडिंग राउंड में सिंगापुर के SWC ग्लोबल ने मौजूद निवेशकों जैसे 3one4 कैपिटल और CFOs और इंडस्ट्री लीडर्स ने हिस्सा लिया था.
मुश्किल आर्थिक परिस्थितियों, मंदी की आशंका, वैल्यूएशन में होते सुधार, कठिन फंडरेजिंग दौर में कंपनियों के लिए अपने कैश फ्लो को मजबूत रखना अहम और चुनौती भरा काम हो गया है.
कंपनियों को अपना कैश फ्लो सुधारने में मदद करने वाली फिनटेक स्टार्टअप ग्रोफिन ने मंगलवार को सीरीज A फंडिंग राउंड में 7.5 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है. इस फंड का इस्तेमाल सीएफओ को कैश फ्लो में रियल टाइम विजिबिलिटी और प्रेडिक्टिबिलिटी मुहैया कराने के लिए किया जाएगा.
यानी की सीएफओ को उनके कैश फ्लो का रियल टाइम हिसाब किताब मिल सकेगा, किससे पैसे आने हैं, कब आने हैं, कितने आने हैं जैसी तमाम आंकड़ों की जानकारी मिल सकेगी.
इस फंडिंग राउंड में सिंगापुर के SWC ग्लोबल ने मौजूद निवेशकों जैसे 3one4 कैपिटल और CFOs और इंडस्ट्री लीडर्स ने हिस्सा लिया था.
दरअसल ग्रोफिन ने पिछले 12 महीनों में कस्टमर्स बेस में 8 गुना बढ़ोतरी हासिल की है और बिजनेसेज को 1 अरब डॉलर अकाउंट रिसिवेबल्स(AR) हासिल करने में मदद की है.
इसके ग्राहकों की सूची में इंटरकॉम, लोकस, माइंडटिकल जैसी कंपनियां हैं. ये कंपनियां समय से AR कलेक्ट कर पाने की वजह से सालाना आधार पर अपना कैश फ्लो 33 फीसदी तक बढ़ा सकी हैं.
AR B2B बिजनेसेज के लिए वैश्विक स्तर पर हर साल 125 ट्रिलियन डॉलर के आसपास आता है और इसका 30 फीसदी हर महीने बकाया रह जाता है. ये आंकड़े दिखाते हैं कि ग्रोफिन के पास आगे बढ़ने के कितने मौके हैं.
मौजूदा समय के CFO हैं उनके सामने बड़ी चुनौती है कैश कलेक्शन की. उन्हें ये नहीं पता कि इस क्लाइंट का कस्टमर से पैसा कब आएगा. उनके कलेक्शन साइकल कितना है वगैरह वगैरह.ज्यादातर सीएफओ इसके लिए स्प्रेडशीट का इस्तेमाल करते हैं.
ने फाइनैंस और रेवेन्यू टीम्स की इस परेशानी को दूर करने के लिए खास तरह का फाइनैंस CRM बनाया है.
ऑटोमेशन, कोलैबोरेशन टूल्स और रियल टाइम कलेक्शन ट्रैकिंग क्षमताओं की मदद से पेमेंट प्रोसेस के दौरान फाइनैंस, सेल्स और कस्टमर सक्सेस टीम्स को एक ही जगह जोड़े रखती है ताकि कस्टमर रिलेशनशिप की प्रक्रिया आसानी से पूरी हो जाए.
ग्रोफिन किसी भी ERP और CRM सिस्टम्स को जोड़ती है ताकि कस्टमर्स से पेमेंट प्रक्रिया आसानी से और जल्दी हो जाए और बिजनेसेज का फाइनेंशियल और कैश फ्लो दोनों मजबूत बनी रहे.
2021 में अरविंद गोपालन और राजा जयराम द्वारा शुरू हुई थी. दोनों ही अपने पुराने वेंचर में इस परेशानी को झेल चुके थे और इस तरह उन्होंने इस परेशानी को सुलझाते हुए ग्रोफिन की शुरुआत की. ग्रोफिन ने 2022 में सर्विस देनी शुरू की.
अरविंद के मुताबिक पिछले साल में मैं ऐसे अनगिनत CFOs से मिला और मुख्यतः दो चीजें मुझे समझ आईं. उनकी सबसे बड़ी परेशानी है कैश फ्लो के बारे में जो डेटा उनके पास है वो कितना सही है और उनकी दूसरी चिंता है कि 2023 में मौजूदा हालात को देखते हुए बोर्ड और निवेशक कंपनी के फाइनैंशियल्स को बड़े ध्यान से देखेंगे. Growfin उनकी इसी परेशानी को दूर करने में लगा हुआ है.”
Edited by Upasana